Rajasthan :जयपुर में आमागढ़ किले पर भाजपा सांसद किरोड़ीलाल ने फहराया मीणा समाज का झंडा, अंधेरे में पहुंचे थे किले पर गिरफ्तार

राजस्थान के जयपुर  में भारतीय जनता पार्टी के सांसद किरोड़ लाल मीणा( Kirodi Lal Meena ) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। डॉ. किरोड़ लाल मीणा पर आरोप है कि पुलिस के मना करने के बावजूद उन्होंने अपने समर्थकों संग ऐतिहासिक आमागढ़ किले (Amagarh fort) पर झंडा फहराया है। उन्होंने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। हालांकि, पुलिस सूत्रों का कहना है कि उन्हें हिरासत में लिया गया है। बता दें कि कांग्रेस ने भगवा झंडा फहराने की आशंका व्यक्त की थी, जिसके बाद पुलिस भी मुस्तैद थी।

पुलिस की चाकचौबंद निगरानी और इंटेलीजेंस को चकमा देकर भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ( Kirodi Lal Meena )अपने समर्थकों के साथ आधी रात को आमागढ़ पहाड़ी पर पहुंचे और सुबह होते ही मीणा समाज का झंडा फहरा दिया। रविवार तड़के डॉ. किरोड़ीलाल मीणा के आमागढ़ पहुंचने की खबर जब पुलिस को लगी तो आनन-फानन में ईस्ट जिले के ACP नीलकमल मीणा व अन्य अफसर अमले को लेकर पहाड़ी पर पहुंचे। वहां समझाइश देकर डॉ. किरोड़ीलाल मीणा को आमागढ़ से नीचे लेकर आए। इसके बाद उनको गिरफ्तार कर पुलिस विद्याधर नगर थाने ले गई।

दरअसल, सासंद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने मीणा ( Kirodi Lal Meena )समाज का आमागढ़ किले (Amagarh fort) पर झंड़ा फहराने के बाद ट्वीट कर उसका वीडियो शेयर किया है। ट्वीट के उन्होंने अपनी गिरफ्तारी की भी जानकारी दी है। उन्होंने लिखा है-‘मुझे आमागढ़ फोर्ट  गिरफ्तार कर लिया गया है।’ बताया जा रहा है कि डॉक्टर किरोड़ी लाल को गिरफ्तार कर विद्याधर नगर थाने ले जाया गया है।

मामले में शनिवार को ही डॉ. किरोड़ीलाल मीणा( Kirodi Lal Meena ) का शनिवार को बयान आया था कि वे रविवार को हर हाल में आमागढ़ किले पर पहुंचकर पूजा-अर्चना करेंगे। वे समाज के लिए गोली और लाठी खाने को तैयार हैं। आमागढ़ पर मीणा समाज की पताका भी फहराई जाएगी। किरोड़ीलाल के बयान के बाद पुलिस ने निगरानी और ज्यादा बढ़ा दी थी। पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। फ्लैग मार्च भी निकाला। फिर भी किरोड़ीलाल मीणा अपने समर्थकों के साथ मीणा समाज के झंडे लेकर आधी रात को ही दूसरे रास्ते से आमागढ़ किले पर चढ़ गए। वहां रविवार तड़के सूर्योदय के साथ ही किले पर झंडा लहरा दिया।

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4 जून को आमागढ़ किले(Amagarh fort)  पर बने बरसों पुराने शिव मंदिर की मूर्तियों को तोड़ने से आमागढ़ विवाद शुरु हुआ था। 6 जून की सुबह विश्व हिंदू परिषद के महानगर प्रमुख और धरोहर बचाओ समिति के संरक्षक भारत शर्मा ने आमागढ़ पहुंचकर मंदिर का जायजा लिया था। इसके बाद ट्रांसपोर्ट नगर थाने में केस दर्ज करवाया गया। तब पुलिस ने छह जनों को मूर्तियां तोड़कर धार्मिक भावनाएं भड़काने के मामले में गिरफ्तार किया था। इसके बाद गलता पीठाधीश्वर की मौजूदगी में 14 जून को शिव मंदिर में मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा करवाई गई। इस बीच स्थानीय लोगों की सहमति पर किले पर भगवा ध्वज भी फहरा दिया।

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इसके बाद 21 जुलाई को गंगापुर सिटी के निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा अपने समर्थकों के साथ आमागढ़ पहाड़ी पर पहुंचे। उन्होंने जगह मीणा समाज की बताकर हिंदू संगठनों पर कब्जा करने का आरोप लगाया। विधायक रामकेश की मौजूदगी में किले पर फहराया गया भगवा ध्वज फाड़कर उतार दिया गया। वहां तोड़फोड़ की गई। इस संबंध में 22 व 23 जुलाई को विधायक रामकेश व हिंदू संगठनों की तरफ से एक दूसरे के खिलाफ ट्रांसपोर्ट नगर थाने में मुकदमा दर्ज करवाया गया। इससे विवाद और गहरा गया। फिर चार दिन पहले जयपुर पुलिस कमिश्नरेट ने शांति की अपील के साथ कहा कि आमागढ़ का पूरा क्षेत्र वन विभाग का है। वहां आमजन के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है। साथ ही कहा कि 1 अगस्त को जमावड़ा किया तो सख्ती से निपटेंगे।

29 जुलाई को भाजपा सांसद व मीणा समाज के दिग्गज नेता डॉ. किरोड़ीलाल मीणा आमागढ़ प्रकरण को लेकर सचिवालय पहुंच गए। वहां मुख्य सचिव को ज्ञापन देकर वहां दोबारा मीणा समाज का झंडा लगाने और मंदिर में पूजा से पाबंदी हटाने की मांग की। किरोड़ीलाल ने मीणा समाज के हिंदू होने का बयान दिया। फिर 30 जुलाई को युवा आक्रोश रैली निकाली। जिसमें 1 अगस्त को आमागढ़ पहाड़ी पर पहुंचकर मीणा समाज का झंडा फहराने की बात कही।

https://youtu.be/k8jof8nzsY8