आदर्श को-ऑपरेटिव सोसायटी के 15 लाख 76 हजार निवेशकों को जमा राशि मिलने की उम्मीद जगी। केंद्र सरकार ने पहली बार माना कि सोसायटी की जब्त संपत्तियों को बेचकर जमाकर्ताओं को भुगतान किया जाएगा।

आदर्श को-ऑपरेटिव सोसायटी के 15 लाख 76 हजार निवेशकों को जमा राशि मिलने की उम्मीद जगी।
केंद्र सरकार ने पहली बार माना कि सोसायटी की जब्त संपत्तियों को बेचकर जमाकर्ताओं को भुगतान किया जाएगा।
सोसायटी के पदाधिकारी जेल में हैं और निवेशकों का 14 हजार करोड़ रुपए फंसे हैं।
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राजस्थान की घोटालेबाज आदर्श को-ऑपरेटिव सोसायटी में जिन 15 लाख 76 हजार निवेशकों के 14 हजार करोड़ रुपए फंसे हुए हैं उनके लिए थोड़ी राहत भरी खबर हैं। केन्द्र सरकार ने पहली बार स्वीकार किया है कि सोसायटी की जब्त संपत्तियों को बेचकर निवेशकों का पैसा वापस किया जाएगा। 10 अगस्त को भीलवाड़ा के भाजपा सांसद सुभाष बहेडिया के सवाल पर लोकसभा में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर की ओर से लिखित जवाब दिया गया। इस जवाब में तोमर ने कहा कि आदर्श सोसायटी के देश के विभिन्न राज्यों में 15 लाख 76 हजार जमाकर्ता है। चूंकि सोसायटी ने नियम विरुद्ध काम किया, इसलिए निवेशकों की बचत राशि फंस गई। अब सोसायटी में हुई वित्तीय अनियमितताओं की जांच विभिन्न एजेंसियां कर रही है। सोसायटी की संपत्तियों को जब्त कर लिकुमुडेटर भी बैठाया गया है। लिकुमुडेटर ने ट्रिब्यूनल में अपील कर जब्त संपत्तियों और बैंक खातों को मुक्त करने की अपील की है। जब लिकुमुडेटर को सोसायटी की संपत्तियों पर कब्जा मिलेगा, तब नियमानुसार संपत्तियों की बिक्री कर प्राप्त राशि को निवेशकों को समान रूप से बांटा जाएगा। चूंकि केन्द्र सरकार ने यह जवाब लोकसभा में दिया है, इसलिए इसे गंभीरता के साथ लिया जा रहा है। निवेशकों का कहना है कि सरकार को ट्रिब्यूनल से जल्द निर्णय करवाना चाहिए, क्योंकि भुगतान नहीं मिलने से निवेशकों का बुरा हाल है। सरकार ने भले ही सोसायटी के पदाधिकारियों को जेल में डाल दिया हो, लेकिन जमाकर्ताओं को अपना पैसा वापस मिलना चाहिए। लोगों ने अपनी छोटी छोटी बचन राशि आदर्श सोसायटी में जमा करवाई थी, लेकिन सोसायटी के पदाधिकारियों ने षडय़ंत्र कर निवेशकों की राशि को अन्य कंपनियों में लगा दिया। सोसायटी के सबसे ज्यादा सदस्य राजस्थान के हैं। सोसायटी का मुख्यालय भ सिरोही में है। लोगों को विश्वास में लेकर सोसायटी ने 14 हजार करोड़ रुपए जमा कर लिए। मालूम हो कि सोसायटी का सरगना मुकेश मोदी है। अब मुकेश मोदी सहित उसके पुत्र राहुल मोदी (एमडी), विरेन्द्र मोदी, मुकेश मोदी की पुत्री प्रियंका लोढ़ा, प्रियंका का पति वैभव लोढ़ा, आकाश पुरोहित, ईश्वर सिंह डाबी, भरत मोदी, आदि जोधपुर और जयपुर की जेलों में बंद हैँ। मोदी परिवार की धोखाधड़ी से सैकड़ों परिवार बर्बाद हो गए हैं।
आदर्श को-ऑपरेटिव सोसायटी के 15 लाख 76 हजार निवेशकों को जमा राशि मिलने की उम्मीद जगी। केंद्र सरकार ने पहली बार माना कि सोसायटी की जब्त संपत्तियों को बेचकर जमाकर्ताओं को भुगतान किया जाएगा।