शहरों को स्मार्ट बनाते समय पर्यटन स्वरुप का भी रखें ध्यान -मुख्य सचिव 

शहरों को स्मार्ट बनाते समय पर्यटन स्वरुप का भी रखें ध्यान
-मुख्य सचिव
जयपुर, 9 सितम्बर। मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य की अध्यक्षता में गुरुवार को सचिवालय में वर्चुअल माध्यम से स्मार्ट सिटी के तहत राज्य स्तरीय उच्चाधिकार संचालन समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में स्मार्ट सिटी के तहत किये जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा हुई।

मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य सरकार स्मार्ट सिटी के कार्यों की लगातार मॉनिटरिंग कर रही है, इसीलिए कोरोना के दौरान भी स्मार्ट सिटी के तहत बेहतर कार्य किये गये हैं। उन्होंने निर्देश दिये कि स्मार्ट सिटी के तहत हो रहे निर्माण कार्यों में क्वालिटी पर विशेष ध्यान दिया जाये। उन्होंने कहा कि पर्यटन के साथ किसी प्रकार समझौता न हो, जो पर्यटन के स्वरुप को बिगाड़े।
स्वायत शासन विभाग के शासन सचिव श्री भवानी सिंह देथा ने प्रजेन्टेशन के माध्यम से  बताया कि प्रदेश में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत कराये जा रहे कायोर्ं में मुख्यतः चिकित्सा एवं खेलकूद सुविधाओं का विस्तार, जलापूर्ति, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, नागरिक शिक्षा, जन-आवश्यकताओं के कार्य तथा शहरी आधारभूत सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के कार्य शामिल किए गए हैं। उन्होंने बताया कि कोटा-एम.बी.एस. हॉस्पिटल में ओपीडी एवं जे.के.लॉन हॉस्पिटल में चिकित्सीय सुविधाओं का विस्तार, आई.एल. कैम्पस पार्क का विकास, जलापूर्ति योजना, विभिन्न स्थानों पर अंडरपास एवं फ्लाई ओवर का निर्माण कर कोटा शहर को ट्रैफिक लाईट मुक्त यातायात प्रदान करना, विभिन्न स्थलों पर पाकिर्ंग निर्माण कार्य, ठोस कचरा प्रबंधन हेतु आवश्यक स्मार्ट उपकरणों का क्रय एवं स्पोर्ट्स कॉम्पलैक्स का कार्य किया जा रहा है।
श्री देथा ने बताया कि उदयपुर में जलापूर्ति, सीवरेज, भूमिगत डक्टिंग का एकीकृत कार्य, आयड रिवरफ्रन्ट का सौन्दर्यीकरण, स्मार्ट रोड़ विभिन्न स्थलों पर पाकिर्ंग कार्य, ठोस कचरा प्रबंधन हेतु आवश्यक स्मार्ट उपकरणों का क्रय तथा हेरिटेज कंर्जवेशन के विभिन्न कार्य किये जा रहा है।

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स्वायत शासन सचिव ने बताया कि अजमेर में एलिवेटेड रोड़ का निर्माण, जे.एल.एन. हॉस्पिटल का विकास, सीवरेज नेटवर्क अपग्रेडेशन, जलापूर्ति कार्य, अम्बेडकर सर्कल से एमडीएस तिराहे तक सड़क चौड़ाईकरण का कार्य, आनासागर पाथ-वे निर्माण कार्य, पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु 7 वण्डर्स पार्क का निर्माण एवं गांधी स्मृति उद्यान का विकास, म्यूजिकल फाउण्टेन एवं थ्रीडी प्रोजेक्शन मैपिंग, ठोस कचरा प्रबंधन हेतु आवश्यक स्मार्ट उपकरणों का क्रय एवं पटेल स्टेडियम उन्नतिकरण का कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि जयपुर में गणगौरी हॉस्पिटल का कार्य शीघ्र प्रारम्भ किया जायेगा, एसएमएस हॉस्पिटल में रूपये 400 करोड़ की लागत से बनाये जाने वाले अत्याधुनिक आईपीडी ब्लॉक में स्मार्ट सिटी द्वारा रूपये 125 करोड़ की भागीदारी की जायेगी। इस परियोजना को माननीय मुख्यमंत्री द्वारा भी सराहा गया। इसके अतिरिक्त राजस्थान विधानसभा में डिजीटल संग्रहालय का निर्माण, ठोस कचरा प्रबंधन हेतु आवश्यक स्मार्ट उपकरणों का क्रय, महाराजा लाईबे्ररी, मंदिरों एवं विद्यालयों का जीर्णोद्धार एवं मरम्मत कार्य, रामनिवास बाग पाकिर्ंग, एवं हैरिटेज वॉक-वे का कार्य किया जा रहा हैं, साथ ही चौगान स्टेडियम में खेलकूद सुविधाओं का विकास तथा विभिन्न स्थलों पर बहुमंजिला पाकिर्ंग सुविधाओं का विकास किया जा रहा हैं. इसके अतिरिक्त सूचना एवं प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने हेतु चारों शहरों में अभय कमाण्ड एवं कन्ट्रोल सेन्टर के विस्तार का कार्य भी किया जायेगा।
बैठक में वर्चुअल माध्यम से जयपुर, कोटा, उदयपुर एव अजमेर जयपुर के मैयर, विभिन्न विभागों के प्रमुख शासन सचिव सहित वरिष्ठ अधिकारी भी जुडे़।