अभी तक ऐसी कोई गड़बड़ी सामने नहीं आई, जिसकी वजह से रीट की परीक्षा रद्द की जाए।

अभी तक ऐसी कोई गड़बड़ी सामने नहीं आई, जिसकी वजह से रीट की परीक्षा रद्द की जाए।
देवनानी जब शिक्षा मंत्री थे, जब एक एक वर्ष तक मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से नहीं मिल पाते थे। हम तो रोज ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात कर लेते हैं-गोविंद सिंह डोटासरा।
वसुंधरा राजे ने भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में भाग लिया।
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18 अक्टूबर को राजस्थान के स्कूली शिक्षा मंत्री और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा वल्लभनगर और धरियावद उपचुनावों के मद्देनजर उदयपुर के दौरे पर रहे। 26 सितंबर को हुई शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट) को लेकर डोटासरा ने कहा कि कहा कि अभी तक एक भी ऐसी गड़बड़ी सामने नहीं आई है जिसकी वजह से परीक्षा को रद्द किया जाए। डोटासरा ने कहा कि प्राप्त गड़बडिय़ों की जांच एसओजी कर रही है और हमें एसओजी की जांच पर भरोसा रखना चाहिए। वे स्वयं जांच पर नजर रखे हुए हैं। यह पता लगाया जा रहा है कि परीक्षा से पूर्व कितने अभ्यर्थियों तक प्रश्न पत्र पहुंचा। डोटासरा ने कहा कि परीक्षा केंद्र में ब्ल्यूटूथ ले जाने, दूसरे व्यक्ति द्वारा परीक्षा देने जैसे घटनाएं पहले भी होती रही हैं। राज्य सरकार ने रीट परीक्षा का सफलतापूर्वक आयोजन किया है। भाजपा के नेता बेवजह रीट परीक्षा को लेकर आरोप लगा रहे हैं। जबकि सरकार ने परीक्षा में गड़बडिय़ों में शामिल सरकारी कार्मिकों को बर्खास्त करने जैसा बोल्ड फैसला किया है। इसी प्रकार अब परीक्षा में नकल को संगीन अपराध मानते हुए सात वर्ष की सजा का प्रावधान किया गया है। पहले सजा का प्रावधान तीन वर्ष का था, इसलिए जमानत भी आसानी से हो जाती थी। सात वर्ष की साज के प्रावधान से जमानत भी नहीं होगी। पूर्व शिक्षा मंत्री और भाजपा के विधायक वासुदेव देवनानी की रीट परीक्षा की गड़बडिय़ों की जांच सीबीआई से कराने की मांग के संदर्भ में डोटासरा ने कहा कि अभी सीबीआई से जांच की कोई जरुरत नहीं है। डोटासरा ने कहा कि सब जानते हैं कि देवनानी जब शिक्षा मंत्री थे, तब एक एक वर्ष तक अपनी मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से नहीं मिल पाते थे, जबकि कांग्रेस शासन में हम तो अपने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से रोज ही मिल लेते हैं। डोटासरा ने कहा कि रीट परीक्षा को रद्द करवाकर भाजपा के नेता 30 हजार युवाओं को शिक्षक की नौकरी से वंचित करना चाहते हैं। लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे। रीट परीक्षा के परिणाम के बाद मेरिट के आधार पर 30 हजार युवाओं को नौकरी दी जाएगी। डोटासरा ने दावा किया कि उदयपुर संभाग के वल्लभनगर और धरियावद के उपचुनावों में कांग्रेस पार्टी की जीत होगी।
वसुंधरा राजे ने भाग लिया:
अगले वर्ष पांच राज्यों में होने वाले चुनाव को लेकर 18 अक्टूबर को दिल्ली में भाजपा की केंद्रीय कार्यसमिति की बैठक हुई। इस बैठक में राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने भी भाग लिया। इस बैठक में पांच राज्यों में होने वाले चुनाव को लेकर रणनीति तैयार की गई। राजे के भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में भाग लेने से प्रतीत होता है कि वे अब राष्ट्रीय राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाएंगी। यहां यह उल्लेखनीय है कि अमित शाह जब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे, तभी से वसुंधरा राजे को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया था। लेकिन राजे ने राष्ट्रीय राजनीति में रुचि नहीं दिखाई। माना जा रहा है कि बदली हुई परिस्थितियों में राजे पांच राज्यों के विधानसभा के चुनावों में सक्रियता दिखाएंगी।