स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में केंद्र 90 प्रतिशत सहयोग करें -चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री

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स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में केंद्र 90 प्रतिशत सहयोग करें-चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री                   जयपुर, 27 अक्टूबर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने केंद्र से राजस्थान जैसे राज्य के लिए शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में विभिन्न कार्यक्रमों के लिए देय राशि का अनुपात 90 प्रतिशत केंद्र द्वारा एवं 10 प्रतिशत राज्य के लिए रखने का आग्रह किया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में टीकाकरण का औसत राष्ट्रीय औसत से बेहतर चल रहा है ।डॉ. गर्ग बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री मनसुख मांडबिया द्वारा आयोजित राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों की  बैठक में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने प्रदेश में कोविड की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों के साथ ही कोविड वैक्सीनेशन में हुई प्रगति के बारे में विस्तार से जानकारी दी।चिकित्सा राज्य मंत्री ने बताया की राजस्थान में कोरोना रोकथाम का शानदार प्रबंधन किया गया। इसी का परिणाम है कि रिकवरी दर 99.05 प्रतिशत है और मृत्यु दर अन्य राज्यो से कम 0.93 प्रतिशत है। प्रदेश के चिकित्सा के आधारभूत ढांचे को सुदृढ करने के लिए अनेक उल्लेखनीय पहल की गई है। कोरोना की प्रतिदिन जांच सुविधा को शून्य से बढ़ाकर डेढ लाख किया जा चुका है। वर्तमान में 38 राजकीय प्रयोगशालाओं सहित कुल 72 प्रयोगशालाओं में कोरोना जांच की सुविधा उपलब्ध है। अस्पतालों की बैड क्षमता को बढाया गया है। थर्ड वेव की आशंका को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति के उद्देश्य से प्रदेश में करीब 1 हजार एमटी ऑक्सीजन जनरेशन क्षमता विकसित की जा चुकी है।श्री गर्ग ने बताया कि राजस्थान कोविड टीकाकरण में भी देश के अग्रणी राज्यों में है।  प्रदेश में प्रथम डोज में लगभग 4 करोड़ 23 लाख व्यक्तियों का टीकाकरण कर 82 प्रतिषत से अधिक लक्ष्य अर्जित किया जा चुका है। द्वितीय डोज 1 करोड़ 91 लाख व्यक्तियों को लगाकर लगभग 46 प्रतिशत लक्ष्य अर्जित किया जा चुका है। प्रदेश प्रतिदिन करीब 15 लाख व्यक्तियों के टीकाकरण सुविधाएं विकसित कर ली है। कोविड-19 के बदलते वेरियन्ट पर प्रभावी निगरानी रखने के लिए जीनोम सिक्वेन्सिग की राज्य स्तरीय सुविधा जयपुर के सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज में प्रारम्भ की गई है। बैठक मे चिकित्सा एवं स्वास्थ सचिव श्री वैभव गालरिया भी मौजूद रहे।