आमजन को तत्काल राहत मिले, अधिक से अधिक समस्याओं का हो समाधान मुख्यमंत्री ने लखासर में प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत आयोजित शिविर का किया अवलोकन

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आमजन को तत्काल राहत मिले, अधिक से अधिक समस्याओं का हो समाधानमुख्यमंत्री ने लखासर में प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत आयोजित शिविर का किया अवलोकनजयपुर, 29 अक्टूबर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि आमजन की लंबित समस्याओं का त्वरित समाधान हो और इसके लिए उन्हें दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़े, इसी उद्देश्य के साथ प्रशासन गांवों के संग और प्रशासन शहरों के संग अभियान प्रारम्भ किए गए हैं।  मुख्यमंत्री शुक्रवार को बीकानेर जिले के श्रीडूंगरगढ़ के लखासर गांव में प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत आयोजित शिविर में उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारे पिछले कार्यकाल में भी ऎसे अभियान चलाए गए थे, जो बेहद सफल रहे। आमजन को राहत पहुंचाने और उनकी अधिक से अधिक समस्याओं के समाधान के उद्देश्य के साथ इस बार भी यह शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। ग्रामीण इनका भरपूर लाभ उठाएं।  मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने कोरोना का बेहतरीन प्रबंधन किया है, जिसे पूरे देश और दुनिया ने देखा। प्रदेश के भीलवाड़ा मॉडल को सभी ने सराहा। राज्य सरकार ने हजारों श्रमिकों को उनके गंतव्य तक निःशुल्क पहुंचाया। ऑक्सीजन और दवाइयों का अच्छा प्रबंधन किया गया। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी की प्रथम और दूसरी लहर में राज्य सरकार ने जीवन रक्षा के सर्वोच्च ध्येय के साथ कार्य किया।मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान कोई भूखा नहीं सोए हमारा मूलमंत्र रहा। सरकार के आह्वान पर अनेक संस्थाएं और भामाशाह आगे आए तथा भरपूर सहयोग दिया। उन्होंने कहा कि रीट परीक्षा के दौरान राज्य सरकार ने परीक्षार्थियों के लिए निःशुल्क परिवहन की सुविधा उपलब्ध करवाई है। इस दौरान दूसरे प्रदेशों से आने वाले युवाओं ने राजस्थान की मेहमाननवाजी को देखा और इसे सराहा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के जन-जन में सेवा की भावना है, जो कि सभी के लिए गर्व का विषय है।  श्री गहलोत ने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति को निःशुल्क चिकित्सा सुविधा मिले, इसके मद्देनजर मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना प्रारम्भ की गई है। यह योजना अपने आप में मिसाल है तथा देश के किसी भी दूसरे राज्य में ऎसी शानदार योजना का संचालन नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक परिवार इस योजना के तहत पंजीकरण करवाए, जिससे उसके परिवार को पांच लाख रुपये तक के स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिल सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पशुपालकों को दूध पर दो रुपये प्रति लीटर सब्सिडी दी। प्रदेश में पशुओं के लिए निःशुल्क दवाइयों की सुविधा दी जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में पहली बार महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल प्रारम्भ किए गए हैं। पिछले ढाई वर्षों में 123 नए महाविद्यालय खोले गए हैं। इनमें से करीब 33 महाविद्यालय छात्राओं के लिए प्रारम्भ किए गए हैं। श्री गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा करीब एक लाख युवाओं को नौकरियां दी गई हैं। लगभग 70 हजार प्रक्रियाधीन हैं। इसी प्रकार लगभग 3 हजार 500 अनुकम्पा नियुक्तियां दी गई हैं। सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि बढ़ाई गई है। इससे जरूरतमंद लोग आत्मसम्मान के साथ जीवन यापन कर रहे हैं। उन्होंने शिविरों के दौरान अधिक से अधिक लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना से जोड़ने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सड़क सुदृढ़ीकरण के क्षेत्र में प्रदेश सरकार बेहतर कार्य कर रही है।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का संकल्प है कि राजस्थान का चहुंमुखी विकास हो तथा यहां अधिक से अधिक निवेश आए। नई-नई औद्योगिक इकाइयां प्रारम्भ हों तथा अधिक से अधिक युवाओं को इनका लाभ मिले, सरकार इसके लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि बीकानेर, जैसलमेर और बाड़मेर जैसे क्षेत्र सोलर हब के रूप में विकसित हो रहे हैं। आने वाले समय में इसका भरपूर लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि बिजली उत्पादन के क्षेत्र में हम आत्मनिर्भर बन रहे हैं।  मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा किसी प्रकार की कमी नहीं रखी जा रही है तथा अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति राज्य सरकार के इन प्रयासों को समझे और विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी हासिल करते हुए इनका लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के खिलाड़ियों को अवसर प्रदान करने के लिए राजस्थान ग्रामीण ओलम्पिक खेल आयोजित किए जा रहे हैं। इसमें अधिक से अधिक खिलाड़ी भाग लें।  श्री गहलोत ने कहा कि खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए पुलिस विभाग में उप अधीक्षक स्तर तक की नौकरी दी गई है। ओलम्पिक खेलों में पदक जीतने वालों की प्रोत्साहन राशि बढ़ाई गई है। सरकार की मंशा है कि वॉलीबाल, कबड्डी और खो-खो जैसे पारम्परिक खेलों को बढ़ावा मिले। इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। शिक्षा राज्यमंत्री तथा जिला प्रभारी मंत्री श्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री गहलोत ने कोरोना संकट के बावजूद प्रदेश को बेहतरीन बजट दिया और ऎसी योजनाएं प्रारम्भ की, जो सभी वर्गों के लिए लाभदायक सिद्ध हुई हैं। राज्य सरकार ने विपरीत परिस्थितियों के बावजूद संसाधनों का बेहतर प्रबंधन करते हुए आमजन को राहत पहुंचाई और गांव, गरीब तथा किसान के हित में अनेक फैसले लिए हैं।श्री डोटासरा ने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से आज गरीब का बेटा भी अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ रहा है। किसानों के ऋण माफ हुए हैं। पहली बार कृषि का बजट शुरू किया जा रहा है। आमजन की परिवेदनाओं के निस्तारण के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रशासन गांवों के संग तथा प्रशासन शहरों के संग अभियान प्रारम्भ किया गया है। इस अभियान की मॉनिटरिंग मुख्यमंत्री द्वारा स्वयं की जा रही है। युवाओं को रोजगार देने और बेरोजगारी को कम करने पर भी राज्य सरकार का विशेष फोकस है। जिला कलक्टर श्री नमित मेहता ने आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने किया विभागीय कार्यों का निरीक्षण  मुख्यमंत्री ने शिविर में लगाई गई विभागीय स्टॉल्स का अवलोकन किया। उन्होंने विभागीय योजनाओं और गतिविधियों की जानकारी ली। हैल्प डेस्क का अवलोकन किया तथा शिविर में आने वाले परिवादियों का रिकॉर्ड इसमें संधारित करने के निर्देश दिए।  श्री गहलोत ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के हस्ताक्षर अभियान की शुरूआत की। गर्भवती महिला को चुनरी ओढ़ा कर सम्मान किया। नाबार्ड की योजना में श्री भोमियाजी स्वयं सहायता समूह को ऋण के रूप में दो लाख रुपए का चैक सौंपा। इनकी रही मौजूदगी इस अवसर पर खाजूवाला विधायक श्री गोविन्दराम मेघवाल, श्रीडूंगरगढ़ विधायक श्री गिरधारीलाल महिया, पूर्व मंत्री श्री वीरेन्द्र बेनीवाल, पूर्व विधायक श्री मंगलाराम गोदारा, जिला प्रमुख श्री मोडाराम मेघवाल, पूर्व संसदीय सचिव श्री कन्हैयालाल झंवर, पूर्व सांसद श्री शंकर पन्नू, पूर्व सांसद श्री भरतराम मेघवाल, जिला प्रभारी सचिव श्री आलोक गुप्ता, संभागीय आयुक्त श्री भंवरलाल मेहरा, पुलिस महानिरीक्षक श्री प्रफुल्ल कुमार, पुलिस अधीक्षक श्री योगेश यादव, श्री मदन गोपाल मेघवाल, श्री गजेन्द्र सिंह सांखला, श्री यशपाल गहलोत, श्री जिया उर रहमान आदि मौजूद रहे। —–