चूरू में ग्राम लोक व राजस्थानी भाषा सेवा सम्मान समारोह आयोजित राजस्थानी भाषा के विकास और संवद्र्धन के लिए जन चेतना आवश्यक – अध्यक्ष, राज्य मानवाधिकार आयोग

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चूरू में ग्राम लोक व राजस्थानी भाषा सेवा सम्मान समारोह आयोजितराजस्थानी भाषा के विकास और संवद्र्धन के लिए जन चेतना आवश्यक- अध्यक्ष, राज्य मानवाधिकार आयोग जयपुर, 11 नवंबर। राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति श्री गोपाल कृष्ण व्यास ने कहा कि राजस्थानी विश्व की एक समृद्ध भाषा है। वर्तमान में इसके विकास और संवद्र्धन के लिए जन  चेतना की महत्ती आवश्यकता है। मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष श्री व्यास गुरूवार को साहित्य अकादेमी नई दिल्ली और मरूदेश संस्थान, सुजानगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में चूरू जिले के महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय, भींवसर में आयोजित ग्राम लोक और कन्हैया लाल सेठिया राजस्थानी भाषा सेवा सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। श्री व्यास ने कहा कि हमें राजस्थानी भाषा, कला, साहित्य व संस्कृति का व्यापक ज्ञान नहीं होने से हम विरह के गीतों पर रोने के बजाय नाचने लगते हैं और फूहड़ गीतों को अच्छा मानते हैं। जबकि ऎसा करना गलत हैं। उन्होंने गीत तालरियाँ मालरियाँ रे मोरू बाई लारै रियां.. सहित अनेक लोक गीतों का सांगोपांग उदाहरण देते हुए उपस्थिति लोगों से अधिक से अधिक राजस्थानी में बातचीत करने का आह्वान किया। न्यायमूर्ति व्यास ने मरूदेश संस्थान के कार्याे की प्रशंसा करते हुए कहा कि कन्हैया लाल सेठिया तो राजस्थान और राजस्थानी का गौरव हैं। उन्होंने ऎसे पुनीत साहित्यिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम में सेठिया की जोत आने का भी संकेत कर दार्शनिक रूप से भगवान की व्याख्या की। उपस्थित लोगों की माँग उन्होंने कुँरजां गीत को राजस्थान की विभिन्न बोलियों और लहजें में गाकर सुनाया तो समां बंध गया अंत में उन्होंने केसरिया बालम भी सुनाया। उनकी राजस्थानी क्रिकेट कामेंट्री सुनकर श्रोता लोटपोट हो गये। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए साहित्य अकादमी, नई दिल्ली के राजस्थानी भाषा परामर्श मंडल के संयोजक श्री मधु आचार्य आशावादी ने कहा कि कन्हैया लाल सेठिया ने राजस्थानी भाषा और साहित्य को  नयी ऊँचाइयाँ प्रदान की हैं। उन्होंने कहा कि साहित्य अकादमी नई दिल्ली राजस्थानी भाषा और साहित्य के लिए महत्वपूर्ण कार्य कर रही हैं और ग्राम लोक का यह आयोजन ग्रामीण अंचलों में राजस्थानी भाषा और साहित्य के प्रचार प्रसार की एक अभिनव पहल हैं।  इस अवसर पर वर्ष 2021 का कन्हैया लाल सेठिया राजस्थानी भाषा सेवा सम्मान अमी संस्थान उदयपुर के अध्यक्ष डॉ. शिवदान सिंह राणावत जोलावास को प्रदान किया। कार्यक्रम में कवयित्री तनुजा व्यास, चूरु के अतिरिक्त जिला कलक्टर डॉ. नरेंद्र कुमार चौधरी, उप खंड अधिकारी श्री मूलचंद लूणिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री जगदीश बोहरा, उप पुलिस अधीक्षक श्री राम प्रताप बिस्नोई, जिला शिक्षा अधिकारी श्री निसार अहमद खान, सरपंच प्रियंका मेघवाल सहित अन्य गणमान्य जन भी उपस्थित थे। —–