आमजन की समस्याओं का अधिकारी संवेदनशीलता से करें समाधान – मुख्यमंत्री

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आमजन की समस्याओं का अधिकारीसंवेदनशीलता से करें समाधान – मुख्यमंत्रीजयपुर, 18 नवंबर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार आमजन के सुख-दुख में सदैव साथ खड़ी है। जनकल्याण को ध्यान में रखकर निरंतर फैसले किए गए हैं। राज्य सरकार की नीति रही है कि हर पात्र व्यक्ति को जनकल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों का भरपूर लाभ मिले और हर क्षेत्र का समग्र विकास हो। उन्होंने कहा कि अधिकारी पूरी संवेदनशीलता के साथ आमजन की समस्याओं का समाधान करें।  श्री गहलोत गुरूवार को भरतपुर जिले की ग्राम पंचायत ललिता मूडिया में आयोजित प्रशासन गांवों के संग अभियान शिविर में आमजन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आमजन की समस्याओं का मौके पर ही समाधान करने के लिए प्रशासन गाँवों के संग एवं प्रशासन शहरों के संग अभियान शुरू किया गया है। शिविरों में आमजन की समस्याओं का अधिकारी तत्परता से समाधान कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भरतपुर सहित राज्य के 13 जिलों में सिंचाई एवं पेयजल की समस्या के समाधान के लिए 40 हजार करोड़ रूपये की ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट तैयार कर केंद्र से इसे राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने की लगातार मांग की जा रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने राजस्थान दौरे के अवसर पर इस परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने का आश्वासन दिया था। लेकिन अभी तक केन्द्र सरकार ने इस पर यथोचित कार्यवाही नहीं की है। हमारा पुरजोर प्रयास है कि केंद्र इसे राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दे और यह योजना मूर्तरूप ले। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चंबल पेयजल परियोजना का विस्तार कर इसे और मजबूती प्रदान करेगी। श्री गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना के तहत प्रत्येक परिवार का 5 लाख रूपये का स्वास्थ्य बीमा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस योजना में गरीब एवं पात्र परिवारों को निशुल्क स्वास्थ्य बीमा एवं अन्य परिवारों को 850 रूपये के अंशदान पर स्वास्थ्य बीमा की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि जो परिवार यह अंशदान देने में सक्षम नहीं है, जिला प्रशासन उनको भी इस योजना का लाभ दिलाना सुनिश्चित करें।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आमजन से किये गये वायदों को शत-प्रतिशत पूरा करने का प्रयास कर रही है। करीब 1 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई है तथा 70 हजार पदों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर करने के लिए प्रत्येक जिले से 5 हजार की आबादी वाले गांवाें में महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम के विद्यालय खोले जा रहे हैं। प्रदेश में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। उन्होंने आमजन से अपील की है कि कई देशों में कोविड-19 संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कोविड प्रोटोकॉल की निरंतर पालना सुनिश्चित की जाए। 6 विद्यालय क्रमोन्नत करने की घोषणाश्री गहलोत ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में खेल प्रतिभाओं को तराशने एवं युवाओं की सैन्य सेवाओं में भागीदारी बढ़ाने के साथ ही भावी पीढ़ी को स्वस्थ बनाये रखने के लिए ग्रामीण खेल स्टेडियम विकसित किये जा रहे हैं। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से कहा कि क्षेत्र में शिक्षा एवं चिकित्सा संस्थानों को क्रमोन्नत करने के प्रस्ताव राज्य सरकार को भिजवायें जिससे आगामी बजट में इनकी स्वीकृति जारी की जा सके। उन्होंने राउप्रावि नयागांव माफी को रामावि में, राउप्रावि उलूपुरा को रामावि में, राप्रावि झालाटाला को राउप्रावि में, राप्रावि खोहरा को राउप्रावि में, राउप्रावि खदराया को रामावि में तथा रामावि आजादपुरा को राउमावि में क्रमोन्नत करने की घोषणा की। इस अवसर पर शिक्षा राज्यमंत्री श्री गोविन्द सिंह डोटासरा, चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग, गृह रक्षा राज्य मंत्री श्री भजन लाल जाटव, नदबई विधायक श्री जोगिन्दर सिंह अवाना, बयाना विधायक श्री अमरसिंह जाटव, कामां विधायक श्रीमती जाहिदा खान, नगर निगम महापौर श्री अभिजीत कुमार जाटव, उपमहापौर श्री गिरीश चौधरी, पंचायत समिति वैर की प्रधान साक्षी, उच्चैन प्रधान श्री हिमांशु अवाना, भुसावर प्रधान सुफैदी, पूर्व सांसद पंडित श्री रामकिशन, संभागीय आयुक्त श्री प्रेमचंद बेरवाल, पुलिस महानिरीक्षक श्री प्रसन्न कुमार खमेसरा, जिला कलक्टर श्री हिमांशु गुप्ता, जिला पुलिस अधीक्षक श्री देवेन्द्र विश्नोई सहित जिला परिषद सदस्य, पंचायत समिति सदस्य, क्षेत्रीय सरपंच एवं आमजन मौजूद रहे।