Kisan : किसानो की कर्जमाफी हुई खोखली साबित, सीएम गहलोत से मिलने पीड़ित किसान पहुंचे विधानसभा।

Kisan : राजस्थान की मौजूदा सरकार किसानों की कर्जमाफी के दावे कर रही है। लेकिन कई किसान कर्जमाफी होने के बाद भी कर्जदार हैं। इनके खाते में कर्जमाफी का पैसा भी सरकार की ओर से डाला गया। कुछ ही दिनों बाद खाते से पैसा गायब हो गया। जब बैंक जाकर पूछा और स्टेटमेंट निकलवाया। पता चला पैसा रिवर्स हो गया है। बैंक के अफसरों ने किसानों से कहा है कि राजस्थान सरकार ने कर्जमाफी का पैसा वापस खातों से निकाल लिया है। किसानों को विश्वास नहीं हो रहा है कि सरकार ऐसा कर सकती है। मामले को लेकर हनुमानगढ़ के तीन किसान विधानसभा तक मुख्यमंत्री से मुलाकात करने पहुंचे। लेकिन मुलाकात नहीं हो सकी। बाहर खड़े होकर इंतजार करने लगे। पीड़ित किसानों ने अपना दर्द बंया करते हुए बताया कि हनुमानगढ़ केन्द्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड, थालड़का से उन्होंने कर्जा लिया था। राजस्थान किसान ऋण माफी योजना 2019 में उनका कर्जा माफ किया गया। सर्टिफिकेट जारी कर खाते में पैसा डाला गया। कुछ ही दिनों में कर्जमाफी का पैसा वापस निकाल लिया गया। अब किसान खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। उनके साथ धोखा हुआ है। किसान कानाराम और उनके तीसरे साथी किसान ने बताया कि हनुमानगढ़ केन्द्रीय सहकारी बैंक से उन्होंने भी कर्जा लिया था। किसी का 2 लाख, किसी का ज्यादा का कर्जा था। उनके साथ ही कई और भी किसानों को कर्जमाफी सर्टिफिकेट देकर खाते में पैसा डाला गया। लेकिन कुछ ही दिनों में पैसा बिना सूचना दिए बैंक ने निकाल लिया। खाते खाली हो गए और किसानों के सिर पर कर्जा चढ़ा हुआ है। किसान पढ़े लिखे नहीं हैं। उन्हें कर्जमाफी का पैसा चाहिए। इसलिए विधानसभा में मुख्यमंत्री से मिलने आए हैं।