राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय, कोटा द्वारा भर्ती प्रक्रियाएं निरस्त नहीं 

राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय, कोटा द्वारा भर्ती प्रक्रियाएं निरस्त नहीं
जयपुर, 13 फरवरी। उच्च शिक्षा राज्य मंत्री श्री भंवर सिंह भाटी ने शनिवार को तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री की ओर से विधानसभा में कहा कि राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय, कोटा द्वारा विज्ञापित पदों की विज्ञप्तियों को निरस्त नहीं किया गया है तथा विश्वविद्यालय द्वारा भर्ती प्रक्रिया में परीक्षा शुल्क के रूप में किसी भी प्रकार की राशि एकत्र नहीं की गई है।

श्री भाटी ने प्रश्नकाल में विधायक श्री पानाचंद मेघवाल के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में राज्य मंत्री की ओर से बताया कि राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय, कोटा की स्थापना से अभी तक वर्ष 2008, 2011, 2012, 2013, 2014 तथा 2018 में भर्तियां हुई है।
उन्होंने बताया कि इन भर्ती प्रक्रियाओं से विश्वविद्यालय को रूपये 1,06,20,286 (अक्षरे एक करोड छः लाख बीस हजार दो सौ छियासी रूपये मात्र) आवेदन शुल्क के रूप में प्राप्त हुये। विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा शुल्क के नाम से कोई राशि एकत्र नहीं हुई है।
उच्च शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय, कोटा द्वारा विज्ञापित पदों की विज्ञप्तियों को निरस्त नहीं किया गया है, साथ ही भर्ती विज्ञापन में आवेदन शुल्क वापसी योग्य नहीं होने की बात स्पष्ट कर दी गई थी ।
श्री भाटी ने बताया कि मार्च, 2020 से देश में उत्पन्न कोविड-19 महामारी की परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुये राज्य सरकार के निर्देशों की पालना में सम सेमेस्टर परीक्षा 2020 के केवल मध्यवर्ती सेमेस्टरों की मुख्य परीक्षा के छात्रांंे/परीक्षार्थियों को बिना सैद्धान्तिक परीक्षा आयोजन के अगले सेमेस्टर में प्रोन्नत किया गया। विश्वविद्यालय द्वारा अन्तिम सेमेस्टर के समस्त छात्राें व मध्यवर्ती सेमेस्टरों के समस्त बैक छात्राें की सैद्धान्तिक परीक्षाओं का आयोजन किया गया है। विश्वविद्यालय द्वारा समस्त सम सेमेस्टर छात्राें से अन्तिम समय तक परीक्षा फार्म भरवाने पर किसी प्रकार का विलम्ब शुल्क नहीं लिया गया जिससे छात्राें को काफी राहत प्राप्त हुई है साथ ही छात्रों को लगभग 8 माह का समय भी दिया गया । उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा उक्त छात्रों के लिये परीक्षा फार्म भरवाने, मिडटर्म परीक्षा आयोजन, प्रायोगिक परीक्षा आयोजन, ऑनलाईन अंक भरवाने का कार्य, परीक्षा परिणाम तैयार करने का कार्य, परीक्षा परिणाम प्रकाशन का कार्य, अंकतालिकाओं का मुद्रण, टेबुलेशन रजिस्टर मुद्रण का कार्य आदि अनेक परीक्षा प्रक्रियाएं/कार्य सम्पादित किये गये है। जिसमें विश्वविद्यालय द्वारा प्राप्त फीस का उपयोग किया गया।
श्री भाटी ने बताया कि मध्यवर्ती सेमेस्टरों की मुख्य परीक्षा के छात्रों/परीक्षार्थियों को बिना सैद्धान्तिक परीक्षा आयोजन के अगले सेमेस्टर में प्रोन्नत करने के लिये विश्वविद्यालय द्वारा केवल सैद्धान्तिक परीक्षा आयोजन को छोडकर शेष समस्त गतिविधियों को सम्पादित किया गया है। इसलिए विश्वविद्यालय द्वारा उक्त गतिविधियों को सम्पादित करने के लिये परीक्षा शुल्क लिया जाना आवश्यक था। उन्होंने बताया कि विभिन्न गतिविधियों को दृष्टिगत रखते हुये परीक्षा शुल्क लौटाया जाना विचाराधीन नहीं है।