पुष्कर में नसीम अख्तर का असली मोर्चा धर्मेन्द्र राठौड़ के खिलाफ है। फॉयसागर रोड पर बनी राज कॉलोनी तालाब में तब्दील।

पुष्कर में नसीम अख्तर का असली मोर्चा धर्मेन्द्र राठौड़ के खिलाफ है।
फॉयसागर रोड पर बनी राज कॉलोनी तालाब में तब्दील।
9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन कोचिंग फ्री।
प्रो बीपी सारस्वत होंगे बीकानेर कृषि विश्वविद्यालय में राज्यपाल के प्रतिनिधि।
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प्रदेश कांग्रेस कमेटी की उपाध्यक्ष और पुष्कर की विधायक रहीं श्रीमती नसीम अख्तर ने अब कांग्रेस के दिग्गज नेता धर्मेन्द्र राठौड़ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। हालांकि नसीम ने सीधा हमला नहीं बोला है, लेकिन पुष्कर के नए सरकारी अस्पताल की भूमि को लेकर राठौड़ को चेतावनी दे दी है। असल में पिछले कुछ माह से धर्मेन्द्र राठौड़ पुष्कर विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय हैं। अखबारों में विज्ञापन देकर राठौड़ ने स्वयं को पुष्कर के नांद गांव का निवासी भी घोषित किया। पुष्कर में बनने वाले 100 बेड के सरकारी अस्पताल के लिए खरेखडी में भूमि आवंटन करवाने में भी राठौड़ की सक्रियता देखी गई। शुरू में तो नसीम ने राठौड़ की सक्रियता की अनदेखी की, क्योंकि राठौड़ को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का विश्वास पात्र माना जाता है। लेकिन गत दिनों श्रीमती नसीम के पति हाली इंसाफ अली को डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट का सदस्य मनोनीत किए जाने से पानी सिर के ऊपर से गुजर गया। नसीम के समर्थकों का मानना है कि अपमानित करने के लिए इंसाफ अली को जिला स्तरीय कमेटी का सदस्य बनाया गया है। इस कमेटी में अनिल कोठारी जैसे युवा नेता भी है, राठौड़ ने बड़ी चालाकी से इंसाफ अली को अनिल कोठारी के बराबर ला दिया। यही वजह रही कि एक अगस्त को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नसीम ने अस्पताल के लिए भूमि आवंटन को लेकर अधिकारियों को लताड़ लगाई। एक तरफ यह गुस्सा राठौड़ के विरुद्ध ही था, क्योंकि अधिकारियों ने तो राठौड़ के दिशा निर्देशों के अनुरूप ही कार्य किया। खरेखडी में जमीन आवंटन का विरोध तो नसीम ने पहले भी किया था। यदि राठौड़ का दखल नहीं होता तो अजमेर के किसी भी अधिकारी में इतनी हिम्मत नहीं थी कि वे नसीम के विरोध के बाद खरेखडी में ही जमीन आवंटित करते। अब यह साफ हो गया है कि अगले विधानसभा चुनाव में धर्मेन्द्र राठौड़ पुष्कर से ही दावेदारी जताएंगे, जबकि नसीम भी लगातार चौथी बार दावेदारी जताएंगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में नसीम ने पुष्कर के भाजपा विधायक सुरेश सिंह रावत पर भी वायदा खिलाफी का आरोप लगाया। रावत ने गत विधानसभा चुनाव के समय कहा था कि उन्होंने अपने पिछले कार्यकाल में पुष्कर क्षेत्र में ढाई हजार करोड़ रुपए के विकास कार्य करवाए। नसीम ने कहा कि अब रावत बताएं कि इतनी बड़ी राशि कहां खर्च हुई, क्योंकि पुष्कर के लोगों को भी अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। नसीम ने कहा कि रावत की कथनी और करनी में फर्क है। पुष्कर तीर्थ में सीवरेज की समस्या पहले जैसी बनी हुई है।
राज कॉलोनी तालाब में तब्दील:
अजमेर के फॉयसागर रोड स्थित राजकॉलोनी बरसात में तालाब में तब्दील हो गई है। हाथखेड़ा की पहाडिय़ों से जो पानी आता है, वह इस कॉलोनी में चला जाता है। असल में फॉयसागर के मुख्य रोड पर पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। फॉयसागर रोड पर बड़ी संख्या में आबादी हो गई है। यहां तक कि इस रोड पर ग्रेड जीनिया जैसे बड़े समारोह स्थल भी बने हुए हैं। आबादी क्षेत्र होने के बावजूद मुख्य रोड पर नाली निर्माण का काम भी नहीं हो सका है। राज कॉलोनी में जो प्लाट खाली हैं, उनमें भी पानी भर गया है। ऐसे में आसपास के मकानों को भी खतरा हो गया है। क्षेत्र के विकास की जिम्मेदारी अजमेर विकास प्राधिकरण की है, लेकिन प्राधिकरण की ओर से मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं करवाई जा रही है। क्षेत्रीय नागरिकों ने विधायक वासुदेव देवनानी का भी ध्यान आकर्षित किया है। देवनानी से आग्रह किया गया कि वे अपने विधायक कोष से नाली निर्माण करवाएं ताकि बरसात के पानी की निकासी हो सके।
विद्यार्थियों के लिए नि:शुल्क ऑनलाइन कोचिंग:
अजमेर के उम्मत्त फाउंडेशन द्वारा कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए नि:शुल्क ऑनलाइन कोचिंग की व्यवस्था की गई है। फाउंडेशन से जुड़े मोहम्मद वाजिद और मोहम्मद अलीमुद्दीन ने बताया कि कोरोना काल में जरूरतमंद विद्यार्थियों की परेशानी को देखते हुए ऑनलाइन कोचिंग शुरू की गई है। इसके अतिरिक्त उच्च शिक्षण संस्थाओं में प्रवेश और रोजगार के लिए काउंसलिंग की व्यवस्था भी की गई है। फाउंडेशन और ऑनलाइन कोचिंग के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नम्बर 8949284491 पर प्राप्त की जा सकती है। ऑनलाइन कोचिंग के लिए रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य हैं, लेकिन रजिस्ट्रेशन का भी कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
सारस्वत राज्यपाल के प्रतिनिधि:
राज्यपाल कलराज मिश्र ने बीकानेर स्थित स्वामी केशवानंद कृषि विश्वविद्यालय में प्रो बीपी सारस्वत को अपना प्रतिनिधि नियुक्त किया है। प्रो. सारस्वत हाल ही में अजमेर स्थित एमडीएस यूनिवर्सिटी से सेवानिवृत्त हुए हैं। सारस्वत का कार्यकाल एक वर्ष का होगा। इससे पहले सारस्वत को गत वर्ष उदयपुर स्थित मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय में राज्यपाल का प्रतिनिधि नियुक्त किया गया था। इस विश्वविद्यालय में सारस्वत का कार्यकाल जुलाई में पूरा हो गया।