अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र में पुलिस चौकी से लेकर फॉयसागर तक के सड़क निर्माण में राजनीति घुसी।

अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र में पुलिस चौकी से लेकर फॉयसागर तक के सड़क निर्माण में राजनीति घुसी।
अब साढ़े चार किलोमीटर लंबी सड़क निर्माण पर आपत्ति दर्ज करवाई गई।
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राजनीतिक दलों के नेताओं की ओर से कहा तो यही जाता है कि विकास के मुद्दे पर राजनीति नहीं होती। लेकिन इसके उलट अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र में एक सड़क निर्माण के कार्य को लेकर अब राजनीति हो रही है। यही वजह है कि सड़क निर्माण के कार्य पर आपत्ति भी दर्ज करवाई गई है। मालूम हो कि उत्तर क्षेत्र के भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी ने गत 11 जनवरी को अपने जन्मदिन पर फॉयसागर रोड की पुलिस चौकी से फॉयसागर तक सड़क निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। साढ़े चार किलोमीटर लंबी सड़क पर तीन करोड़ 80 लाख रुपए की राशि खर्च होनी है। यह कार्य सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा किया जा रहा है। लेकिन अब कुछ लोगों को देवनानी द्वारा शिलान्यास किया जाना रास नहीं आ रहा है। राजनीति से जुड़े ऐसे लोगों का मानना है कि इतनी बड़ी सड़क का शिलान्यास सत्तारूढ़ कांग्रेस के किसी नेता द्वारा किया जाना चाहिए। यही वजह है कि अब सड़क निर्माण की मंजूरी को लेकर नियमों के तहत आपत्ति दर्ज करवाई गई है। इससे निर्माण विभाग के इंजीनियर भी परेशान है। असल में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने बजट भाषण में शहरी सड़क योजना की घोषणा की थी। इसके अंतर्गत स्थानीय निकायों के अधीन आने वाली सड़कों के निर्माण का भी प्रावधान किया गया। मुख्यमंत्री का यह मानना रहा कि स्थानीय निकाय आर्थिक दृष्टि से कमजोर होते हैं, इसलिए महत्वपूर्ण सड़कों का निर्माण राज्य सरकार करवाएगी। मुख्यमंत्री की इस घोषणा के अनुरूप ही उत्तर क्षेत्र में फॉयसागर रोड की पुलिस चौकी से लेकर फॉयसागर तक सड़क निर्माण को मंजूरी दी गई। आपत्ति दर्ज कराने वालों का कहना है कि नियमों के तहत यह सड़क अजमेर नगर निगम की सीमा में ही बननी चाहिए, लेकिन इस कार्य में ग्रामीण क्षेत्र की सड़क को भी शामिल कर लिया गया है। यह कृत्य शहरी सड़क योजना के नियमों के विपरीत है। नगर निगम की सीमा पुलिस चौकी से लेकर कीर्ति नगर तक ही है। इसके बाद ग्राम पंचायतों की सीमा आ जाती है। नियमों के तहत यह सड़क मात्र डेढ़ किलोमीटर तक बननी चाहिए, लेकिन मंजूरी साढ़े चार किलोमीटर की दी गई। चूंकि योजना के नियमों के विपरीत सड़क बन रही है, इसलिए संबंधित इंजीनियरों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही हो सकती है। वहीं क्षेत्रीय विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि फॉयसागर तक का क्षेत्र उनके विधानसभा क्षेत्र में आता है। चूंकि सड़क निर्माण उत्तर विधानसभा क्षेत्र में हो रहा है, इसलिए निर्माण कार्य को शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में नहीं बांटा जा सकता। देवनानी ने कहा कि निर्माण विभाग के इंजीनियरों ने योजना का अध्ययन करने के बाद ही सड़क निर्माण की मंजूरी दी है। जो लोग विकास के मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं उन्हें फॉयसागर रोड की जनता अगले चुनाव में सबक सिखाएगी। देवनानी ने कहा कि अजमेर के लिए फॉयसागर रोड सबसे महत्वपूर्ण हो गया है। रोड के आसपास अनेक कॉलोनियां विकसित है,जिनमें लाखों लोग रहते हैं। इस रोड पर अनेक शादी समारोह स्थल हैं, जिनकी वजह से यह रोड हमेशा यातायात के दबाव में रहता है। मौजूदा समय में टूटी फूटी सड़क है। पुलिस चौकी से फॉयसागर तक सड़क बन जाने से लाखों लोगों को आवागमन की सुविधा मिलेगी।