पशुपालन विभाग में 15 जून से नियंत्रण कक्ष होगा संचालित – नोडल अधिकारी नियुक्त

बाढ,अतिवृष्टि से बचाव एवं सहायता के लिये
पशुपालन विभाग में 15 जून से नियंत्रण कक्ष होगा संचालित – नोडल अधिकारी नियुक्त
दौसा, 18 मई। पशुपालन विभाग दौसा के संयुक्त निदेशक निरंजन लाल शर्मा ने बताया कि निदेशालय पशुपालन विभाग, राज.जयपुर के निर्देशों की अनुपालना में जिले में पशुपालन के क्षेत्र में संभावित बाढ,अतिवृष्टि से बचाव एवं सहायता के लिये कार्य योजना एवं कार्य प्रस्तावित किये हैं।
उन्होंने बतया कि बाढ/अतिवृष्टि से बचाव व सहायकता के लिये नियंत्रण कक्ष कार्यालय संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग दौसा में 15 जून 2021 से जिला स्तरीय बाढ नियंत्रण कक्ष की स्थापना अग्रिम आदेशाें तक की जा रही है। नियंत्रण कक्ष 24 घण्टे कार्यरत रहेगा तथा विभिन्न स्त्रोतों से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर पशुरोग नियंत्रण कार्यवाही की जावेगी। नियंत्रण कक्ष के प्रभारी डा0 कार्ण सिह मीना उपनिदेशक प्रभारी बहुउद्द्वेशीय पशु चिकित्सालय दौसा होंगे। उन्होंने बताया कि नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नम्बर 01427-230923 व प्रभारी अधिकारी के मो. नम्बर 9414346033 है।
उन्होंने बताया कि उपखण्ड मुख्यालय पर स्थित प्रथम श्रेणी पशुचिकित्सालय के प्रभारी उपखण्ड क्षेत्र के लिये नोडल अधिकारी घोषित किये गये है। ये अधिकारी अपने क्षेत्र में रोग नियंत्रण कार्य के लिये उत्तरदायी होंगे एवं क्षेत्र के स्थानीय प्रशासन से नियंमित रूप से सम्पर्क में रहकर प्राकृतिक आपदा से पशुधन संरक्षण हेतु कार्य सम्पादित करेंगे। नोडल अधिकारी का यह भी दायित्व होगा कि वे अपने क्षेत्र हेतु आवश्यक ओष्धियां, वैक्सीन की आपूर्ति, नियमति मोनिटरिंग, सूचना प्राप्ति एवं प्रगति का आदान प्रदान समयबद्धता से करेंगे। चक्रवती तुफान ’’तौकते’’ एंव बाढ/अतिवृष्टि आपातकालीन स्थिति में उपखण्ड नोडल अधिकारी रोग नियंत्रण एवं पर्यवेक्षण कार्य तत्परता से सम्पादित कर पशुधन की सुरक्षा सुनि6िचत करेंगे। मोनिटरिंग/पर्यवेक्षण/रोग नियंतर््ण के दोरान नोडल अधिकारीयाें को निरन्तर भ्रमण की आवश्यकता होगी।
उपखण्ड पर नियुक्त नोडल अधिकारीयों का विवरण ः-
उन्होंने बताया कि दौसा उपखण्ड के लिए डा0 करण सिह मीना उपनिदेशक प्रभारी बहुउद्द्वेशीय प.चि.दौसा को नोडल अधिकारी बनाया गया है। जिनके मोबाइल नम्बर 9414346033 है एवं उपखण्ड लालसोट के लिये डा0 हंसराज मीना एस.वी.ओ.प्रभारी प्र.श्रे.प.चि.लालसोट को जिनके मोबाइल नं.9928458486 है। उपखण्ड बांदीकुई के लिये डा0 आनंद प्रकाश कोली एस.वी.ओ. प्रभारी प्र.श्रे.प.चि.बसवा (अतिरिक्त कार्य व्यवस्था) को जिनके मोबाइल नं.9414438594 है तथा उपखण्ड सिकराय के लिये डा0 अमर सिह बैरवा एस.वी.ओ. प्रभारी प्र.श्रे.प.चि.सिकराय जिनके मोबाइल नं. 9414832133 है। उपखण्ड महवा के लिये डा0 सुभाष फौजदार .वी.ओ. प्रभारी प.चि.पावटा (अतिरिक्त कार्य व्यवस्था)8619155150 है तथा मण्डावर के लिये डा0 कमल सिंह मीना एस.वी.ओ. प्रभारी प्र.श्रे.प.चि.मण्डावर जिनके मोबाइल नं. 9829348838 है। इसी प्रकार उपखण्ड रामगढ पचवारा के लिये डा0 जितेन्द्र कुमार मीना एस.वी.ओ. प्रभारी प्र.श्रे.प.चि. रामगढ पचवारा जिनके मोबाइल नं. 9413902079 है तथा उपखण्ड नागल राजावतान के लिये डा0 मुकेश चंद मीना एस.वी.ओ. प्रभारी प्र.श्रे.प.चि. नागल राजावतान जिनके मोबाइल नं.9414460414 है इनको नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
उन्होंने बताया कि ये नोडल अधिकारी अपने – अपने क्षेत्र में किसी भी आपातकालीन परिस्थिति में पशुओं के लिये सुरक्षित स्थानों का चयन, पशुओं के लिये पानी एवं चारे की व्यवस्था, पशुचिकित्सकों एवं क्षेतर्् की समाजसेवी संस्थाओं की सूची मय दूरभाष न. आवश्यक दवाइयों की मांग एवं स्टॉक रखना आदि की सूचना सम्बन्धित नोडल अधिकारीयों द्वारा इस कार्यालय को अविलम्ब उपलब्ध करायेंगे। प्राकृतिक आपदा के समय पशुआें में फेलने वाली बीमारीयाें के उपचार हेतु पर्याप्त औषधियां एवं वैक्सीन का संग्रहण हेतु भी नोडल अधिकारीयों को निर्देशित कर दिया गया है जिला स्तर पर एक वरिष्ठ प.चि.अधिकारी, दो प.चि.अधिकारी, छःपशुधन सहायक एवं छःचतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का दल चिन्हित किया जा चुका है जिसे आवश्यकतानुसार प्राकृतिका आपदा के दोरान पशुरोग नियंत्रण हेतु निर्देशित किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि समस्त नोडल अधिकारियों एवं जिला पशुधन आरोग्य चल चिकित्सा ईकाई एवं तहसील स्तरीय पशुधन आरोग्य चल चिकित्सा ईकाईयों के प्रभारीयों को अपने कार्यक्षेत्र में एवं शिविर आयोजन के दौरान वांछित टीकाकरण कार्य 30 जून 2021 तक आवश्यक रूप से पूर्ण करने हेतु निर्देशित कर दिया गया है। वर्षा से सम्भावित अवरूद्व होने वाले गांव एवं ढाणी तथा भराव क्षेत्र, एनडेमिक क्षेत्राें को सर्वाेच्च प्राथमिकता दी जावे। सभी पशुचिकित्सा संस्था प्रभारी अपने क्षेत्र की गोशालाओं में टीकाकरण एवं नियंमित चिकित्सा व्यवस्था/निरीक्षण सुनिश्चित करेंगे। आवश्यकता होने पर मृत पशुओं के शव निस्तारण हेतु स्थानीय प्रशासन/नगरपालिका/ग्राम पंचायत को आवश्यक तकनीकी जानकारी उपलब्ध करावेंगे। सभी कार्यरत विभागीय संस्थाओं के प्रभारियों का ये दायित्व होगा कि समाचार पत्र, जनप्रतिनिधि, प्रशासन के माध्यम से प्राप्त पशुरोग प्रकोप की सूचना के आधार पर तत्काल रोग नियंत्रण की कार्यवाही करेंगे।जिले की सभी संस्थाओं को पशुधन निशुल्कः आरोग्य योजना अन्तर्गत जिला औषधि भण्डार में उपलब्ध औषधियाें मे से पर्याप्त मात्र मे औषधियां व वैक्सीन उपलब्ध करा दी गई है। 15 जून 2021 से अग्रिम आदेशों तक कोई अधिकारी,कर्मचारी बिना पूर्व अनुमति के मुख्यालय नहीं छोडेंगे।
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