आरक्षण बाबू को मिला कार्यालय में गिरा पर्स, सीसीटीवी में पकड़ में आने के बाद यात्री को लौटाया

आरक्षण बाबू को मिला कार्यालय में गिरा पर्स, सीसीटीवी में पकड़ में आने के बाद यात्री को लौटाया
कोटा। न्यूज़. कोटा आरक्षण कार्यालय में शुक्रवार को एक यात्री का पर्स गिर गया। बाद में यह पर्स इसी कार्यालय में तैनात एक आरक्षण बाबू को मिल गया। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में पकड़ में आने के बाद बाबू ने यह पर्स यात्री को लौटाय दिया। पर्स में 9500 रुपए थे।
कर्मचारियों ने बताया कि सुबह करीब 10 बजे डडवाड़ा निवासी निवासी दिनेश हरिजन अपनी पत्नी और एक बच्चे के साथ रिजर्वेशन कराने आरक्षण कार्यालय पहुंचा था। नगर निगम में सफाई कर्मचारी दिनेश यहां आरक्षण की लाइन में लग गया। पत्नी और बच्चे गेट के पास ही बेंच पर बैठ गए। बाद में टिकट के लिए पैसों की जरूरत पड़ने पर पत्नी ने अपना पर्स दिनेश को सौंप दिया। इसके बाद दिनेश टिकट लेकर पत्नी और बच्चों के पास आ गया। यहां पर दिनेश ने पर्स वापस अपनी पत्नी को सौंप दिया। पत्नी इस छोटे पर्स को अपने बड़े पर्स में रखना भूल गई। इसके बाद दोनों आरक्षण कार्यालय से चले गए। छोटा पर वहीं पर गिर गया।
बाबू को मिला पर्स
तभी इसी कार्यालय में तैनात एक आरक्षण बाबू टिकट बनवाने रिजर्वेशन कार्यालय पहुंचा था। नजर पड़ते ही बाबू ने यह पर्स उठाकर अपनी जेब में रख लिया। इसके बाद बाबू ने पर्स को अंदर कार्यालय में अपनी अलमारी में रख दिया। इसके बाद बाबू अपना काम कर लौट गया। बाबू की दोपहर 2 बजे से ड्यूटी थी।
पति पत्नी का रो-रोकर हुआ बुरा हाल
इधर, घर लौटे पति-पत्नी को पर्स गायब मिला। पर्स की तलाश में दोनों तुरंत आरक्षण कार्यालय पहुंचे। यहां काफी तलाश के बाद भी दोनों को पर्स नहीं मिला। महीने भर की कमाई जाते देख दोनों दहाड़े मार-मार कर रोने लगे। दोनों को रोता देख कई यात्रियों का दिल पसीज गया। बाद में यात्रियों की सलाह पर दोनों जीआरपी थाने पहुंचे। जहां रोते हुए दोनों ने अपना दुखड़ा सुनाया। दोनों ने बताया कि वह बैंक से पैसा निकाल कर सीधे आरक्षण कार्यालय पहुंचे थे। इसके बाद एक जवान दोनों को लेकर आरक्षण कार्यालय पहुंचा। जहां पर जवान ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगालना शुरू किया। इसमें जवान को एक बाबू पर्स उठाता हुआ दिख गया। साथी कर्मचारियों ने भी बाबू को पहचान लिया। इसके बाद सुपरवाइजर ने फोन कर बाबू को ऑफिस बुलाया। यहां सीसीटीवी कैमरों की जानकारी मिलने के बाद बाबू ने पर्स पति-पत्नी को लौटा दिया। खोया पर्स पाकर दोनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
बाबू की नियत पर उठे सवाल
कर्मचारियों ने बताया कि इस पूरी घटना से बाबू की नियत पर सवाल उठ रहे हैं। अगर बाबू की नियत साफ थी तो पर्स की जानकारी तुरंत आरक्षण कार्यालय में मौजूद यात्रियों, सुपरवाइजर और अपने साथियों को देनी चाहिए थी। ताकि मौके पर होने की स्थिति में यात्री को पर्स तुरंत लौटाया जा सके। लेकिन इसकी जगह बाबू बिना किसी को कुछ बताएं बताए पर्स को अलमारी में रख कर चलता बना।
कर्मचारियों ने बताया कि अगर आरक्षण कार्यालय में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे होते तो पर्स को उठाने वाले का पता ही नहीं चलता। ऐसे में पर्स लौटने का सवाल ही नहीं उठता। घटना के करीब 3 घंटे बाद बाबू ने यह पर्स लौटाया। पर्स मिलने पर पति पत्नी ने भी मामले में कोई कार्रवाई करना जरूरी नहीं समझा।