रेलवे कॉलोनी में बढ़ा डेंगू का प्रकोप, अस्पताल में कम पड़े बेड – कोटा

रेलवे कॉलोनी में बढ़ा डेंगू का प्रकोप, अस्पताल में कम पड़े बेड
कोटा। न्यूज़. रेलवे कॉलोनी क्षेत्र में इन दिनों डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। कई मरीज रोजाना सामने आ रहे हैं। मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण रेलवे अस्पताल में बेड कम पड़ गए हैं। अलग से पलंग लगाकर मरीजों का इलाज किया जा रहा है। अस्पताल में डॉक्टरों की कमी के कारण परेशानी और बढ़ गई है।
अस्पताल में 104 बेड हैं। लेकिन यहां सवा सौ से अधिक मरीज भर्ती हैं। इनमें से अधिकतर मरीज डेंगू, मलेरिया, वायरल बुखार और अन्य मौसमी बीमारियों से ग्रसित हैं। एस्ट्रा मरीजों के लिए अस्थाई बेड लगाए गए हैं।
कर्मचारियों ने बताया कि कॉलोनी में शायद ही कोई ऐसा घर हो जिसके परिवार का कोई सदस्य बीमार नहीं हुआ हो। हर परिवार के एक, दो या अधिक सदस्य इस मौसमी बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। कई कई घरों में तो परिवार के पूरे सदस्य बीमार हैं।
डॉक्टरों की कमी ने बढ़ाई चिंता
कर्मचारियों ने बताया कि अस्पताल में दो ही फिजीशियन हैं। इनमें से एक आउटडोर और दूसरा वार्ड में मरीजों को संभाल रहा है।
कर्मचारियों ने बताया कि आउटडोर में भी मरीजों की लंबी कतारें लगी हुई हैं। आउटडोर में लगभग दोगुने 800 से 900 तक मरीज रोज आ रहे हैं। जबकि सामान्य दिनों में यहां 400 से 500 मरीज ही आते हैं।
कर्मचारियों ने बताया कि मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या के बाद भी अस्पताल में नए डॉक्टरों की भर्ती नहीं की जा रही। कर्मचारियों ने बताया कि गंगापुर में दो-दो बच्चों के डॉक्टर लगे हुए हैं। जबकि कोटा में एक भी नहीं है। बच्चे भी बड़ी संख्या में मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। डॉक्टरों की कमी के चलते हैं मरीजों को इलाज मिलने में देरी हो रही है। घंटों लाइन में लगने के बाद नंबर आ रहा है।
जांच के लिए भटक रहे मरीज
मरीजों की बढ़ती संख्या को देखने हुए अस्पताल में जांच के लिए दो लैब बनाई गई हैं। लेकिन जानकारी के अभाव में सैंपल देने और रिपोर्ट के लिए मरीज भटक रहे हैं। सैंपल और रिपोर्ट के लिए यहां पर रोज नए नियम लागू हो रहे हैं। कर्मचारियों ने बताया कि कई मरीजों को प्लेटलेट्स भी समय पर उपलब्ध नहीं हो रहा हैंं। मरीजों के परिजन प्लेटलेट्स के लिए जगह-जगह भटक रहे हैं।
इससे मरीजों का इलाज समय पर शुरू नहीं हो पा रहा है।