संसदीय लोकतंत्र को कमजोर बनाता है एलेक्टो डिक्टेटर – डॉ सीपी जोशी

संसदीय लोकतंत्र को कमजोर बनाता है एलेक्टो डिक्टेटर – डॉ सीपी जोशी
राजसमंद 29 अक्टूबर। इंडियन फैडरेशन आफ वर्किंग जर्नालिस्ट के 72वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में मेवाड़ स्तरीय संभागीय सम्मेलन का आयोजन गुरुवार को लाभगढ़ रिसोर्ट में हुआ। कार्यकम के मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी, थे। जबकि अध्यक्षता आई एफ डब्ल्यू जे राष्ट्रीय अध्यक्ष के विक्रम रॉव, विशिष्ट अतिथि राजसमन्द विधायक दीप्ति माहेश्वरी, भीम विधायक सुदर्शन सिंह रावत, मावली विधायक धर्म नारायण जोशी, पीसीसी सचिव पुष्पेंद्र भारद्वाज, नगर परिषद राजसमन्द सभापति अशोक टांक, जिला कलेक्टर राजसमन्द अरविंद कुमार पोसवाल, संगठन के प्रदेशाध्यक्ष उपेन्द्र सिंह राठौड़, न्यूज राजस्थान स्टेट हेड मनोज माथुर, स्टेट हेड न्यूज 18 राजस्थान अमित भट्ट, राष्ट्रीय अध्यक्ष पीटीआई इंदुकान्त दीक्षित, उपजिला प्रमुख सोहनी देवी गुर्जर, हरिसिंह राठौड़, रामनारायण पालीवाल, तनसुख बोहरा, नानालाल सिंधल थे।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी ने कहा निरंकुशता की ओर बढ़ती व्यवस्था पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आजकल नया ट्रेंड एलेक्टो डिक्टेटर का चल पड़ा है। ये चुने हुए जनप्रतिनिधि हैं जो मैंडेट प्राप्त करने के बाद अपनी मनमानी करते हैं। संसदीय लोकतंत्र को मजबूत बनाने का काम मीडिया का है। संविधान में सरकार के तीनों स्तंभों की संरचना परिभाषित है लेकिन चैथा स्तंभ मीडिया में कार्यक्षेत्र और सीमाओं की कोई परिभाषा नही है। वर्तमान संसदीय लोकतंत्र में मीडिया की शक्ति को सीमित करने की परिकल्पना नही की जा सकती है।
विधायक सुदर्शन सिंह रावत ने कहा कि आज की महंगाई के दौर में भी पत्रकारों को मेहनत के अनुरूप मेहनताना नहीं मिलता है। हर कार्य में सबसे पहले पत्रकार पहुँचता है, उसमे चाहे कोई महामारी हो, दुर्घटना हो, राजनीतिक और सामाजिक कार्यक्रम हो। रावत ने कहा कि वर्तमान समय में कोई भी कार्यक्रम की खबर प्रकाशित नहीं होतो कार्यक्रम अधूरा सा लगता है। विधायक धर्मनारायण जोशी ने कहा कि सामाजिक कुरूतिया व प्रशासन की समस्याओं को उजागर कर पत्रकार ही इन समस्याओं से निजात कराता है। पत्रकार की समस्या कभी किसी ने नहीं देखी ग्रामीण क्षेत्रों हो या शहरी क्षेत्र के पत्रकार सभी एक जैसी समस्याओं से जूझते रहते हैं और सरकारों द्वारा पत्रकारों का विकास होने के नाते कोई योजना नहीं बनाई गई।
प्रदेशाध्यक्ष उपेन्द्र सिंह राठौड़, कार्यक्रम संयोजक तरुण जोशी, व्यवस्थापक सुरेश भाट, प्रदेश कार्य समिति सदस्य गीता पिल्लई, राकेश सोनी, मोइनुल हक, लक्ष्मण सिंह राठौड़, अमित पुरोहित, कुलदीप गृहस्थी, गुनवन्त कलाल, कैलाश पोखरना, शम्भू पूरी गोस्वामी, प्रदीप वैष्णव, नरेश जोशी, निर्मला देवी, फुलशंकर डामोर ने आरंभ में स्मृति चिन्ह, इकलाई ओर मेवाड़ी पगड़ी पहनाकर अतिथियों का स्वागत किया एवं संगठन का परिचय दिया।
कार्यकम में राजस्थान और विभिन्न राज्यों से प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े 300 से भी अधिक पत्रकारों ने भाग लिया। संचालन शिक्षाविद दिनेश श्रीमाली ने किया।