राजीव गांधी जल संचय योजना में स्वीकृत कार्याे को समय पर पूरा करेंः- कलेक्टर

राजीव गांधी जल संचय योजना में स्वीकृत कार्याे को समय पर पूरा करेंः- कलेक्टर
जिले में 3067 जल संरक्षण के होंगे कार्य
सवाई माधोपुर, 24 फरवरी। राजीव गांधी जल संचय योजना राज्य सरकार की फ्लेगशिप एवं वर्षा जल संरक्षण, संचयन एवं उपलब्ध जल का अधिकतम उपयोग किए जाने के संबंध में महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना को जन आंदोलन बनाते हुए अधिक से अधिक लोगों की सहभागिता बढाकर मिशन मोड में कार्य किया जाए। ये बात जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने राजीव गांधी जल संचय योजना के संबंध में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में उपस्थित लाइन डिपार्टमेंट के अधिकारियों से कही।
जिला कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि लाइन विभागों के जल संचयन, जल संरक्षण एवं उपलब्ध जल का अधिकतम उपयोग करने के लिए स्वीकृत 3067 कार्याे को समय पर करते हुए कार्य करवाएं जाएं। उन्होंने अब तक हुई प्रगति की समीक्षा भी की। जिले में राजीव गांधी जल संचय योजना के लिए 27 ग्राम पंचायतों के 64 गांवों में कार्य करवाएं जाएंगे। बैठक में जिला कलेक्टर ने राजीव गांधी जल संचय योजना के तहत चारागाह विकास, प्लांटेशन, कृषि विकास योजना, पुराने कुओं, नदी नालों, नहरों, की मरम्मत एवं जीर्णाेद्धार, वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, हैंडपंप के पास सोख्ता गड्ढा, पेयजल स्रोतों के सुदृढ़िकरण से संबंधित कार्य स्वीकृत है, इन्हें समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। जिले में प्रथम चरण में योजना के अनुसार 3067 कार्याे में से विभिन्न विभागों के कार्याे की अब तक हुई प्रगति की जानकारी ली।
राजीव गांधी जल संचय योजना के तहत ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, सार्वजनिक निर्माण विभाग, कृषि, उद्योग, पीएचईडी, वन एवं पर्यावरण, नगर निकाय, जल संसाधन, वाटरशेड, उद्योग, जिला परिषद सहित अन्य विभागो के द्वारा कार्य करवाएं जाएंगे।
कलेक्टर ने बताया कि वाटरशेड के 217 कार्य, जल संसाधन के 11, वन विभाग के 30 कुल 258 कार्याे की वित्तीय स्वीकृति जारी हो चुकी है तथा कार्य प्रगति पर है, इस संबंध में कलेक्टर ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को गुणवत्ता के साथ समय पर कार्य करवाने के निर्देश दिए।
बैठक में योजना से संबंधित बिंदुओं की विभागवार समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने निर्देश दिए। बैठक में पंचायत समितिवार चयनित गांवों के लिए विभागवार करवाएं जाने वाले कार्याे के संबंध में समीक्षा करते हुए जिला कलेक्टर ने गांवों में जल संचय, संग्रहण एवं संवर्धन के लिए कार्य करने पर जोर दिया। उन्होंने जलक्षमता में वृद्धि, भूजल स्तर में बढोतरी एवं हरित क्षेत्र में वृद्धि हो इसके लिए लोगों की सहभागिता बढाने एवं आमजन का सहयोग लेकर कार्य करने पर जोर दिया। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राम स्वरूप चौहान सहित लाइन विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
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