कोविड महामारी के चलते युवक ने मानव सेवा के लिए निरस्त की शादी

कोविड महामारी के चलते युवक ने मानव सेवा के लिए निरस्त की शादी

शासन व प्रशासन की सख्ती के साथ विवाह समारोह को लेकर कानून बना देने के बावजूद अभी तक भी लोग ग्रामीण क्षेत्रों में विवाह समारोह आयोजित करने में पीछे नहीं हट रहे है वे येन केन प्रकारेण अपने पूर्व में तय हो चुके विवाहों को जैसे-तैसे कराने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहे। ऐसे में पंचायत समिति क्षेत्र में एक युवक ऐसा भी सामने आया है जिसने मुख्यमंत्री की पहल व अपने साथियों के आग्रह पर अपना विवाह नहीं करने का फैसला लिया है । गौरतलब है कि अशोक मीना गुड़ला चंदन की शादी 21 मई को मंडावरी के पास रमजानी पुरा में निर्धारित हुई थी जिसका लग्न-टीका 15 भी को आना था परंतु कोरोना महामारी की दूसरी लहर के विकराल हालातों को देखकर युवा ने अपना विवाह नहीं करने का फैसला लिया ।ऐसे में मुख्यमंत्री की अपील व अपने साथियों के सुझाव भी सामने आए जिस पर युवा ने दृढ़ निश्चय कर अपने निकट रिश्तेदार व परिजनों को समझाकर विवाह नहीं करने का प्रस्ताव रख विवाह के माध्यम से किसी का भी जीवन संकट में नहीं डालने का आग्रह किया।ऐसी सोच रखकर युवा ने अपना विवाह स्थगित करने का निर्णय लिया जिसकी सभी परिवार जनों व रिश्तेदारों ने मुक्त कंठ से प्रशंसा की और उसके विवाह समारोह को स्थगित कर दिया ।युवा अशोक मीना के बड़े भाई राजेश मुराडिय ने बताया कि शादी विवाह समारोह में लोग बड़ी लापरवाही बरतते हैं ऐसे में अन्य कई लोगों के संक्रमित होने का खतरा बना रहता है ऐसी स्थिति में उसने आमजन से आग्रह किया है कि वे भी संक्रमण के इस दौर में अपनों की जान जोखिम में ना डालें। इसलिए फिलहाल शादी समारोह को स्थिगत करें। यदि जीवन रहेगा तो वह फिर हो जाएंगे। दुल्हा बनने वाले अशोक मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि वह समाज सेवा के रूप में नो पेन मोर ग्रुप से जुड़े हुए हैं व उन्हें रक्तदाता ग्रुप के सोशल मीडिया प्रभारी राजेश मीना गुडला चन्दन ने भी प्रेरित कर ऐसे समय में विवाह नहीं करने के लिए कहा। स्वयं की शादी रद्द कर औरों को भी यही करने के लिए कहा| और बोलें कि अभी covid- 19 की दूसरी लहर चल रही है इसे हल्के में ना लें |कोरोना की दूसरी लहर सबसे ज्यादा घातक है |सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन की पालना करें |भीड़-भाड़ ना करे | घर पर रहें सुरक्षित रहें|।ग्रामवासियो ने अशोक मीना गुडला चंदन के इस कार्य के लिए प्रशंसा की है।