गैर खातेदारी से खातेदारी अधिकार के प्रकरणों को निस्तारण 31 जुलाई तक आवश्यक रूप से करेंः कलेक्टर

गैर खातेदारी से खातेदारी अधिकार के प्रकरणों को निस्तारण 31 जुलाई तक
आवश्यक रूप से करेंः कलेक्टर
राजस्व अधिकारियों की बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा प्रो एक्टिव होकर कार्य करें ताकि लंबित प्रकरणों का समय पर हो निस्तारण
सवाई माधोपुर, 9 जुलाई । जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित राजस्व अधिकारियों की बैठक में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान राजस्व अधिकारियों द्वारा पूरी तत्परता के साथ किए गए कार्य की सराहना करते हुए राजस्व अधिकारियों का धन्यवाद किया तथा कहा कि कोरोना के दौरान उनके द्वारा किए गए प्रबंधन एवं मेहनत से जिले में कोरोना का बेहतर प्रबंधन हो सका।
इसके बाद कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों से कहा कि आमजन की शिकायतों और समस्याओं की सुनवाई स्थानीय स्तर पर तत्परता से जीरों पैंडेन्सी के लक्ष्य के साथ करें। उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारी प्रो एक्टिव होकर लंबित प्रकरणों का त्वरित निस्तारण करें, जिससे आमजन को परेशानी नहीं हो।
कलेक्टर ने सभी उपखण्ड अधिकारियों और तहसीलदारों को निर्देश दिए कि वे साप्ताहिक आधार पर कार्यों की समीक्षा करें और जो कार्मिक अपने कार्य में कोताही बरत रहा है उसके विरुद्ध कठोर कार्यवाही करें। कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों, तहसीलदारों को गैर खातेदारी से खातेदारी अधिकार देने से संबंधित लंबित प्रकरणों पर नाराजगी जताते हुए विशेष केम्प लगाकर 31 जुलाई तक बकाया प्रकरणों का निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्होंने सवाई माधोपुर तहसील में खातेदारी अधिकार के 632 प्रकरण पैंडिंग होने को गंभीरता से लेते हुए तहसीलदार को तत्परता से कार्य करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार कलेक्टर ने प्रारंभिक जांच के 63 प्रकरण पैंडिंग होने पर नाराजगी जताई तथा इन्हें 31 जुलाई तक निस्तारित करने की बात कही।
मिशन मोड में कार्य करें अधिकारी:- कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने राजस्व अधिकारियों को समर्पित होकर मिशन मोड में कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने सीमाज्ञान के लम्बित मामलों में त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मिशन मोड में कार्य करते हुए म्यूटेशन, नामांतकरण, बकाया वसूली, सीमाज्ञान, पंजीयन आदि के बकाया प्रकरणों को निस्तारित करें। नामांतरण/म्यूटेशन के बडी संख्या में प्रकरण पैंडिंग होने पर बौंली तहसीलदार पर नाराजगी जताई।
उन्होंने राजस्व अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे निर्धारित 27 बिन्दुओं के आधार पर अपने क्षेत्रों में हो रहे कार्यों की लगातार समीक्षा कर प्रगति जांचे। जिला कलेक्टर ने बैठक में राजस्व न्यायालयों में विचाराधीन मुकदमों का निस्तारण समय पर करने की बात कही। उन्होंने रेवेन्यू केसेज की अधिक पैंडंेन्सी पर नाराजगी जताते हुए पैंडेन्सी समाप्त करने के निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी प्रकार की राजस्व आय एवं वसूली लक्ष्य अनुसार पूर्ण की जावें। उन्होंने एल.आर.एक्ट एवं एम.ए.सी.टी. के प्रकरणों के भी त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए। उन्होंने सभी उपखंड अधिकारियों को निर्देश भी दिए कि अपने अपने अधीन तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार स्तर पर बकाया प्रकरणों की वे स्वयं भी समीक्षा करें, जिससे समय पर प्रकरणों का निस्तारण हो सके।
उन्होंने सभी प्रकार की बकाया राजस्व वसूली के लिए मिशन मोड में प्रयास करने एवं शत-प्रतिशत वसूली किये जाने के भी निर्देश दिए। बैठक में पंजीयन कार्य लक्ष्य के अनुसार करने, म्यूटेशन, जमाबंदी, सीमाज्ञान, प्राथमिक जांच, तहसीलदार लेवल की जांच, सेग्रिगेशन, कम्प्यूटर में म्यूटेशन फीडिंग और मॉडल रिकॉर्ड रूम के प्रकरणों पर चर्चा करते हुए बकाया कार्याे को पूर्ण करने के निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि जिले में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए सभी पात्र लोगों को मोबिलाइज करें। इस कार्य में पटवारी, ग्रामसेवक, शिक्षक, बीएलओ, ग्राम स्तरीय समितियों तथा जन प्रतिनिधियों का सहयोग लेकर वैक्सीनेशन करवाएं। इसी प्रकार कोरोना एडवाईजरी की पालना, नो मास्क-नो एंट्री के संबंध में जागरूक करने के साथ उल्लंघन पर कार्रवाई भी करें। बैठक में एडीएम सवाई माधोपुर डॉ सूरज सिंह नेगी, एडीएम गंगापुर नवरतन कोली, उपखंड अधिकारी कपिल शर्मा, रघुनाथ, मनोज कुमार वर्मा, बद्री नारायण मीना, अनिल चौधरी, सभी तहसीलदार एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।