घर-घर औषधि योजना की तैयारियां करें पूरीः कलेक्टर उपखंड अधिकारियों को दिए निर्देश

घर-घर औषधि योजना की तैयारियां करें पूरीः कलेक्टर उपखंड अधिकारियों को दिए निर्देश
सवाई माधोपुर, 9 जुलाई। जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने सभी उपखंड अधिकारियों को घर- घर औषधि पौधे वितरण योजना को सफल बनाने तथा औषधीय पौधों के वितरण के साथ इसकी मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने बताया ‘‘घर-घर औषधि योजना’’ में जिले के प्रत्येक परिवार को आगामी पांच साल में 24 औषधीय पौधे निःशुल्क उपलब्ध करवाएं जाएंगे।
घर घर औषधि योजना के तहत जुलाई माह से औषधि पौधे जिनमें तुलसी, कालमेध, अश्वगंधा एवं गिलोय के पौधे तैयार कर वितरण किए जाने है। इस वर्ष 1 लाख 27 हजार परिवा को तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा और कालमेघ आदि के कुल 8-8 पौधे मिलेंगे। जिले में वितरण के लिए 9 नर्सरियों में 10 लाख 15 हजार पौधे तैयार किए जा रहे है। पौधों का वितरण जुलाई एवं अक्टूबर माह में दो चरणों में किया जाएगा।
जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने बताया कि वन महोत्सव की थीम घर-घर औषधीय पौधा वितरण ही रहेगी। औषधीय पौधे अपने औषधीय गुणों के लिये तो महत्वपूर्ण हैं ही, घर के सौंदर्य में बढावा देंगे, बच्चों को शुरू से ही पर्यावरण और स्वास्थ्य के बीच के रिश्ते की सीख भी देंगे।
कलेक्टर ने उपखंड अधिकारियो ंको निर्देश दिए किए पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधों के महत्व को जन जन तक पहुंचाने के लिए लोगों की भागीदारी बढाई जाए। गांव के लोगांे, स्काउट, एनएसएस, एनजीओ को वृक्षमित्र/पर्यावरण मित्र के रूप में नियुक्त कर जुडाव बढाने के निर्देश दिए। डीएफओ जयराम पांडे ने योजना के तहत पौधों के वितरण के लिए ग्राम वार वितरण एवं इसकी मॉनिटरिंग के संबंध मंे जानकारी दी। ग्राम स्तरीय कमेटी के माध्यम से साप्ताहिक समीक्षा भी करें।
बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिए कि औषधि पौधे देने के पश्चात उनकी सार संभाल के लिये लोगो को जागरूक करे और उनके फायदे के बारे मे लोगो को अधिक से अधिक बताये कि यह अच्छा मौका है। जिला कलेक्टर ने कहा कि औैषधि पौधों को लगाने और उन्हे संरक्षण देने के लिये लोगो को जागरूक बनाये एवं तुलसी, कालमेध, अश्वगंधा व गिलोय से होने वाले स्वास्थ्य फायदे के बारे में भी जागरूक करें। बैठक में कलेक्टर ने ग्राम स्तर पर कार्यशाला में लोगों को जानकारी देने, पौध वितरण केन्द्र पर व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने, जन प्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं, राजकीय कार्मिकों एवं आमजन को जोडते हुए इसे जन अभियान बनाने के निर्देश दिए।
गांधी वाटिका विकसित की जाए:- बैठक में सभी उपखंड अधिकारियों को कलेक्टर ने निर्देश दिए कि इस बार वन महोत्सव के तहत गांधी वाटिका विकसित की जाए। एक स्थान पर दौ सौ से अधिक पौधे लगाकर इसे गांधी वाटिका के रूप में विकसित करें। उन्होंने इस संबंध में क्लस्टर के रूप में पौधे लगाने, नरेगा से पौधों की सुरक्षा के लिए मेडबंदी करवाने के संबंध में जानकारी दी। डीएफओ ने बताया कि प्रत्येक ब्लॉक पर तीन से चार स्थानों पर गांधी वाटिका विकसित की जाएगी। बैठक में उपखंड अधिकारियों, तहसीलदारों ने योजना के क्रियांवयन के लिए पूरे प्रयास करने तथा घर घर औषधि योजना को जन अभियान बनाने का संकल्प व्यक्त किया।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर डॉ. सूरज सिंह नेगी ने कहा कि ऑक्सीजन का महत्व हमें कोरोना काल ने बेहतर तरीके से समझा दिया। ऐसे पौधे लगाए जो पर्यावरण संरक्षण के साथ ऑक्सीजन के प्रचुर दाता हो। पौधे लगाने के साथ ही उनके संरक्षण एवं सार संभाल की जिम्मेदारी भी ली जाए। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामस्वरूप चौहान ने भी घर घर औषधि योजना के संबंध में पंचायत राज संस्थाओं की भूमिका एवं सहयोग की जानकारी दी। बैठक में औषधिय पौधों के अतिरिक्त वन महोत्सव के तहत जिले में 5 लाख 44 हजार पौधे लगाएं जाने के लक्ष्य और तैयारियों की जानकारी दी गई। बैठक मे सभी उपखंड अधिकारी, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार भी उपस्थित थे।