संपर्क पैन्डेन्सी क्लियरेंस सप्ताह के रूप में कार्य कर पैंडेन्सी समाप्त करें: कलेक्टर

संपर्क पैन्डेन्सी क्लियरेंस सप्ताह के रूप में कार्य कर पैंडेन्सी समाप्त करें: कलेक्टर
संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों का समय पर एवं गुणवत्ता के साथ करें निराकरण
सवाईमाधोपुर, 12 जुलाई। संपर्क पोर्टल एवं सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज प्रकरणों का समय पर निस्तारण करने तथा पोर्टल पर दर्ज लंबित प्रकरणों की विभागवार समीक्षा के लिए जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा बैठक हुई। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि संपर्क पोर्टल, सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज प्रकरणों का गुणवत्ता के साथ समय पर निस्तारण करें तथा अधिकारी स्वयं इसकी नियमित मॉनिटरिंग करें। उन्होंने कहा कि इस सप्ताह को संपर्क पैंडेन्सी क्लियरेंस वीक के रूप में लक्ष्य रखते हुए कार्य करें।
उन्होंने कहा कि कई विभागों द्वारा प्रकरणों को नहीं देखे जाने पर निर्धारित समय बाद प्रकरण अगले लेवल पर एस्केलेट हो जाता हैं। इसे गंभीरता से लिया जाता है। अधिकारी नियमित रूप से पोर्टल पर लंबित प्रकरणों को देखे तथा समय पर निस्तारण करें। उन्होंने कहा कि पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों के संबंध में कागज में लाभ देना बता दिया तथा मौके पर लाभ नहीं दिए जाना मिला तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होने निस्तारित प्रकरणों की गुणवत्ता बढाने के निर्देश दिए ताकि परिवादी की संतुष्टी दर बढ सके।
बैठक में कलेक्टर ने विभागवार लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों का निर्धारित समय सीम में निस्तारण करने के निर्देश दिए। बैठक में संयुक्त निदेशक डीओआईटी ने बताया कि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के 709 प्रकरण पोर्टल पर लंबित है। इसी प्रकार जेवीवीएनएल के 486, पंचायत राज के 187, पीडब्लूडी के 97, ग्रामीण विकास के 593, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता के 137 सहित अन्य विभागों के प्रकरण पोर्टल पर लंबित हैं। इसी प्रकार बिना कार्रवाई उपरी लेवल पर एस्केलेट होने वाले प्रकरणों को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को निस्तारण के निर्देश दिए।
बैठक में उन्होंने लंबित प्रकरणों की विभागवार समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को इसे गंभीरता से लेते हुए सीएम हेल्पलाइन एवं संपर्क पोर्टल का नियमित लॉगइन करने तथा निर्धारित समय सीमा में निस्तारण के निर्देश दिए। बैठक में सीपीओ बाबूलाल बैरवा, संयुक्त निदेशक डीओआईटी लक्ष्मीकांत तंवर, एसई जेवीवीएनएल, नगर परिषद आयुक्त कपिल शर्मा, जिला कोषाधिकारी जितेन्द्र जैन, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।