नीम के पेड़ पर बैठ पढ़ाई कर रहे बच्चों ने कहा फौज और सिपाही बनने का सपना

नीम के पेड़ पर बैठ पढ़ाई कर रहे बच्चों ने कहा फौज और सिपाही बनने का सपना

बैराडा बच्चों में यदि लग्न हो और पढ़ने की जिज्ञासा हो तो बच्चे किसी भी प्रकार किसी भी जगह पर पढ़ सकते हैं बैराड़ा कस्बे में कक्षा 7 और 5 के दोनों भाई माता पिता का सहयोग खेती में करते हैं तथा दिपावली का गृह कार्य टीचरों द्वारा दिया गया है उसको आसानी से उत्साह के साथ नीम के पेड़ के ऊपर बैठकर कर रहे हैं उन्होंने टिफन भी नीम के पेड़ पर बांध रखा है पानी की बोतल और अपने चप्पल को भी नीम के पेड़ पर बांध रखी है तथा नीम के पेड़ पर बैठकर दिपावली का ग्रह कार्य कर रहे हैं साथ ही किसान के बेटे होने के कारण खेतों में सरसों की आवारा पशुओं से रखवाली करते हैं जानकारी के अनुसार उन्होंने बताया कि सुबह 9:बजे टिफन लेकर आ जाते हैं और शाम को 4 बजे तक रहते हैं पढ़ाई करते समय वह नीम के पेड़ पर बैठकर करते हैं तथा जब परेशान होते हैं तब नीचे उतरते हैं और घंटे 2 घंटे खेलने के बाद फिर अपनी पढ़ाई को जारी रखते हैं ऐसा करने पर उन्हें अच्छा लगता है तथा दोनों भाइयों का कहना है एक भाई फौज में जाना चाहता है तथा दूसरा भाई पुलिस बनना चाहता है ताकि शहर और गांव में घूम रहे आवारा लोगों को समझा सके फौज में जाने वाले लड़के का कहना है आतंकवादियों से देश कि सेवा करना चाहता है छोटी उम्र में दोनों बच्चों का इस प्रकार का अपना एक लक्ष्य और देश सेवा के प्रति प्रेम तथा छोटी उम्र में उन्होंने अपना एक लक्ष्य निर्धारित कर लिया कि हमें आने वाले समय में क्या करना है।