आईपीसी बैंक कर्मचारी ने किसान के साथ बैंक में की मारपीट गाली गलौज के बाद जान से मारने की दी धमकीकिसान ने कराई 

आईपीसी बैंक कर्मचारी ने किसान के साथ बैंक में की मारपीट गाली गलौज के बाद जान से मारने की दी धमकीकिसान ने कराई

देपालपुर। गौतमपुरा के इंदौर प्रीमियर को-ऑपरेटिव बैंक का हे जहां पीड़ित किसान लाखन पिता मुंशी राम निवासी गुडर का रहने वाला जिनके साथ बैंक कर्मचारी धुमाल सिंह राजोरिया ने पहले तो बैंक के अंदर किसान को चाटे मारे साथ ही धक्का-मुक्की कर के किसान को बैंक से बाहर कर दिया
बाहर भी कर्मचारी गाली गलौज करके किसान को अभद्र भाषा कहता रहा साथ ही जान से मारने की धमकी भी दी इस बीच वहां मौजूद किसानों ने बीच-बचाव कर कर्मचारी को शांत करने की कोशिश की तो भी कर्मचारी हंगामा मचाता रहा इसके बीच किसानों ने 100 नंबर डायल कर पुलिस को सूचना दी पुलिस पहुंचने के बाद ही कर्मचारी कुछ हद तक शांत हुआ
इस घटना के बाद पुलिस किसान और बैंक कर्मचारी को थाने ले गई काफी मशक्कत के बाद कर्मचारी के खिलाफ एफ आई आर दर्ज की गई इन धाराओं में गौतमपुरा थाने में आईपीसी की धारा 323 व 504 में प्रकरण दर्ज कर लिया गया है
पीड़ित किसान लाखन पिता मुंशी राम ने बताया कि सुबह 8:30 बजे के बीच बैंक जाकर अपनी डायरी बैंक के बाहर डब्बे में रख दी मेरा करीब 7 आठवां नंबर था उस हिसाब से करीबन 12 बजे के आसपास मेरा नंबर आना चाहिए था जब मेरे द्वारा बैंक में दो बार पूछा गया तो मुझे टरका कर यह कह दिया कि अभी तुम्हारा नंबर नहीं आया है इस बीच दूसरे कर्मचारी से पूछा तो उसने बताया कि आपका नंबर बहुत पहले आ चुका है जब यही बात मैंने ने धुमाल सिंह राजोरिया कर्मचारी से कही तो उसने मेरे साथ मारपीट धक्का-मुक्की करने के बाद गाली गलौज की किसान ने आगे बताया कि सोशल मीडिया पर घटना की जो वीडियो वायरल हुई है उसमें मूझे जान से मारने की धमकी दी गई है।
उसके बाद किसान ने भी वीडियो जारी कर सोशल मीडिया पर कहां है कि मेरे साथ कोई अप्रिय घटना होती है तो उसका जिम्मेदार बैंक कर्मचारी धुमाल सिंह राजोरिया होगा उसे कहीं और स्थानांतरित किया जाए

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इस घटना पर किसान नेता बबलू जाधव ने कड़े शब्दों में निंदा कर कहा कि बैंक कर्मचारियों द्वारा इस तरह का व्यवहार किसान के साथ कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा इस पूरी घटना को लेकर किसानों में काफी आक्रोश है हमारी मांग की है कि कर्मचारी को बैंक जल्द से जल्द बर्खास्त करें आगे से किसान के साथ ऐसा व्यवहार करने से पहले सौ बार सोचे ।