परियोजना निगरानी समूह, डीपीआईआईटी ने वित्त वर्ष 2021-22 में 374 उच्च प्रभाव वाली बुनियादी परियोजनाओं की समीक्षा की

भारत सरकार ने देश के विकास और सामाजिक आर्थिक उन्नति के केंद्रीय स्तंभ के रूप में अवसंरचना के विकास को ध्यान में रखते हुए बड़े पैमाने पर अवसंरचना परियोजनाओं को समय पर पूरा करने को प्राथमिकता दी है। इस दृष्टि को ध्यान में रखते हुए, परियोजना निगरानी समूह (पीएमजी) की स्थापना की गई थी, जो वर्तमान में इन्वेस्ट इंडिया, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत आता है।

पीएमजी एक अनूठा संस्थागत तंत्र है जो मुख्य रूप से राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों के साथ नियमित समीक्षा बैठकें आयोजित करके 500 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश वाली अवसंरचना परियोजनाओं में मुद्दों के समाधान की सुविधा प्रदान करता है। इसके अतिरिक्तए नवंबर 2021 में पीएमजी पोर्टल पर परियोजनाओं की गहन निगरानी तैनाती के साथ, परियोजना समीक्षा अधिक समग्र हो गई है। परियोजनाओं में देरी का अनुमान लगाने, समय और लागत में वृद्धि को कम करने और विलंब के लिए जिम्मेदार एजेंसियों/प्राधिकारी की पहचान करने के लिए मुद्दों के समाधान और गहन निगरानी दोनों को तेज किया गया है।

यह भी पढ़ें :   नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने ड्रोन और ड्रोन पुर्ज़ों के लिए पीएलआई योजना के तहत 23 लाभार्थियों की दूसरी अस्थायी सूची जारी की

वर्तमान में, पीएमजी, सड़क, परिवहन और राजमार्ग, रेलवे, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा आदि जैसे प्रमुख क्षेत्रों में फैले लगभग 47.55 लाख करोड़ रुपये के कुल अनुमानित निवेश के साथ 1,362 जारी परियोजनाओं की निगरानी कर रहा है। डीपीआईआईटी के वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में वित्त वर्ष 2021-22 में, 19.6 लाख करोड़ रुपये के निवेश मूल्य वाली 787 नई परियोजनाओं की निगरानी का काम पीएमजी  को दिया गया है। और 1.25 लाख करोड़ रुपये के निवेश मूल्य वाली 44 परियोजनाओं को चालू किया गया है।

पीएमजी मुद्दों के शीघ्र समाधान के माध्यम से परियोजना के कार्यान्वयन में तेजी लाने के लिए परियोजना हितधारकों, राज्य सरकारों और केंद्रीय मंत्रालयों के बीच नियमित समीक्षा बैठकें आयोजित करता रहा है। अप्रैल 2021 से पीएमजी ने लगभग सभी राज्य सरकारों और केंद्रीय मंत्रालयों के साथ 30 समीक्षा बैठकें आयोजित की हैं। इन बैठकों के दौरान राज्य सरकारों और मंत्रालय के अधिकारियों के सहयोग और सक्रिय भागीदारी से लगभग 17 लाख करोड़ रुपये मूल्य की 374 परियोजनाओं की समीक्षा की गई है। नियमित समीक्षा के परिणामस्वरूप, 12.20 लाख करोड़ रुपये की 248 परियोजनाओं में 568 मुद्दों का समाधान किया गया है।

यह भी पढ़ें :   दुनिया की यात्रा करने से पहले देश के पर्यटन स्थल घूम लीजिए - उपराष्ट्रपति ने भारतीय पर्यटकों से कहा

कुछ प्रमुख परियोजनाएं जहां लंबित मुद्दों का समाधान किया गया है, उनमें शामिल हैं- भारतनेट, पूर्वोत्तर गैस ग्रिड, सिवोक रंगपो नई रेल लाइन, और जगदीशपुर-हल्दिया और बोकारो.धामरा पाइपलाइन परियोजना:बरौनी गुवाहाटी पाइपलाइन परियोजना सहितः।

पीएमजी के बारे में अधिक जानकारी के लिए कृपया pmg.dpiit.gov.in पर जाएं।

 

*****

एमजी/एएम/केसीवी/डीवी