एनटीपीसी ने 17वें सीआईआई एक्जिम कॉन्क्लेव के दौरान नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग के लिए मोरक्कन एजेंसी फॉर सस्टेनेबल एनर्जी के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम-एनटीपीसी और मासेन (सतत ऊर्जा के लिए मोरक्को की एजेंसी) ने नई दिल्ली में 19 से 20 जुलाई 2022 तक आयोजित भारत-अफ्रीका विकास साझेदारी पर 17वें भारतीय उद्योग परिसंघ-सीआईआई आयात निर्यात-एक्जिम बैंक सम्मेलन के दौरान अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग के लिए आज एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस सम्मेलन में कई अफ्रीकी देशों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। इस दौरान अफ्रीका में विभिन्न क्षेत्रों में भारतीय और अफ्रीकी कंपनियों के बीच निवेश और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए विचार-विमर्श किया गया।

भारत-अफ्रीका साझेदारी परियोजना पर सीआईआई-एक्जिम बैंक कॉन्क्लेव को वर्ष 2005 में भारत सरकार के विदेश मंत्रालय तथा वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के सहयोग से शुरू किया गया था। पिछले सोलह संस्करणों में, कॉन्क्लेव ने अफ्रीका में भारतीय कंपनियों को अपने पहचान स्थापित करने और अपना व्यापार विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

महामहिम मोरक्को के राजा के भारत में राजदूत महामहिम मोहम्मद मलिकी और भारत सरकार के विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव श्री पुनीत कुंडल की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।

समझौता ज्ञापन पर मोरक्को की मासेन आसेन कंपनी कार्यकारी निदेशक-संचालन और कार्यकारी निदेशक-विकास, श्री रचिद बाएद और भारत की एनटीपीसी लिमिटेड के मुख्य महाप्रबंधक और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार प्रमुख श्री नरिंदर मोहन गुप्ता, द्वारा हस्ताक्षर किए गए थे।

समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर समारोह “ऊर्जा सुरक्षा के लिए सहयोग और वैकल्पिक स्रोतों के उपयोग” विषय पर आयोजित सत्र का भाग था। सत्र में महामहिम श्री अब्दुल जोबे, गाम्बिया गणराज्य के पेट्रोलियम और ऊर्जा मंत्री, महामहिम श्री अजय माथुर, महानिदेशक, अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन, और श्री पुनीत कुंडल, संयुक्त सचिव, विदेश मंत्रालय, भारत सरकार के अलावा एनटीपीसी और मासेन प्रतिनिधियों के अलावा श्री राशिद बाएद और श्री नरिंदर मोहन गुप्ता, डॉ. प्रदीप सिंह राजपुरोहित, संयुक्त सचिव (पश्चिम एशिया और उत्तरी अफ्रीका), विदेश मंत्रालय, भारत सरकार ने भी सत्र में भाग लिया।

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अक्षय ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में अग्रणी एनटीपीसी लिमिटेड और मासेन के बीच हुआ यह समझौता, अफ्रीका में अक्षय ऊर्जा पर आधारित उपयोगिता बढ़ाने वाली परियोजनाओं के संयुक्त विकास की शुरुआत करने का भरोसा प्रदान करता है। इस सहयोग के माध्यम से, विशेष रूप से अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में पारस्परिक हित के क्षेत्रों में क्षमता निर्माण, साझा अनुभव, जानकारी और विशेषज्ञता के लिए सेवाओं में सहयोग करने का इरादा है। यह सहयोग एनटीपीसी और मासेन को अन्य अफ्रीकी देशों में अक्षय ऊर्जा विद्युत परियोजनाओं के लिए सामान्य विकास के अवसरों की खोज करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

मासेन के बारे में (www.masen.ma)

मोरक्को में अक्षय ऊर्जा के संचालन के प्रभारी समूह, मासेन का गठन वर्ष 2010 में किया गया था। इन परियोजनाओं के माध्यम से, मासेन वर्ष 2030 तक मोरक्को में उपयोग होने वाली बिजली का 52 प्रतिशत से अधिक हिस्सा नवीकरणीय ऊर्जा से प्राप्त करने के राष्ट्रीय लक्ष्य में योगदान देता है।

वर्ष 2021 के अंत तक, पवन, जल और सौर ऊर्जा से 4109 मेगावॉट बिजली उत्पादन किया जा चुका था। मेसेन समूह की रणनीति के केंद्र में अक्षय ऊर्जा संसाधनों का विकास है, ताकि मोरक्को के लिए भविष्य में आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय विकास की एक सुदृण शक्ति का निर्माण किया जा सके।

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राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम-एनटीपीसी के बारे में (www.ntpc.co.in)

राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम-एनटीपीसी भारत का सबसे बड़ा ऊर्जा समूह है जिसकी स्थापना भारत में बिजली के विकास में तेजी लाने के लिए वर्ष 1975 में की गई थी। तब से इसने बिजली उत्पादन व्यवसाय की संपूर्ण मूल्य श्रृंखला में उपस्थिति के साथ खुद को प्रमुख बिजली कंपनी के रूप में स्थापित किया है। इसने जीवाश्म ईंधन से, पनबिजली, परमाणु और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के माध्यम से बिजली पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कंपनी का यह प्रयास ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन को कम करके कार्बन उत्सर्जन को कम करने में प्रमुख भूमिका निभाएगा। अपने मुख्य व्यवसाय को मजबूत करने के लिए, निगम ने परामर्श, बिजली व्यापार, बिजली पेशेवरों के प्रशिक्षण, ग्रामीण क्षेत्रों का विद्युतीकरण, राख का उपयोग और कोयला खनन के क्षेत्र में भी विविधता प्राप्त की है।

एनटीपीसी मई 2010 में महारत्न कंपनी बन गई थी। जनवरी 2020 तक, भारत में केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र की 10 महारत्न कंपनियाँ मौजूद थीं। विश्व की शीर्ष 250 वैश्विक ऊर्जा कंपनियों की रैंकिंग में एनटीपीसी को स्वतंत्र ऊर्जा उत्पादक (आईपीपी) के रूप में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है।

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