केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने अपनी दो दिवसीय गुजरात यात्रा के पहले दिन आज गांधीनगर में VISWAS प्रोजेक्ट के अंतर्गत गुजरात पुलिस के स्टेट लेवल कमांड और कंट्रोल सेंटर ‘त्रिनेत्र’ व अन्य आधुनिक तकनीकी सेवाओं का उद्घाटन किया

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने अपनी दो दिवसीय गुजरात यात्रा के पहले दिन आज गांधीनगर में VISWAS प्रोजेक्ट के अंतर्गत गुजरात पुलिस के स्टेट लेवल कमांड और कंट्रोल सेंटर ‘त्रिनेत्र’ व अन्य आधुनिक तकनीकी सेवाओं का उद्घाटन किया। कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल समेत अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

इस अवसर पर केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि गुजरात पुलिस को आधुनिक और टेक्नोसेवी बनाने तथा जनता की सुविधाओं को बढ़ाने के लिए आज गुजरात सरकार द्वारा अनेक महत्वपूर्ण कार्यों का लोकार्पण किया गया है। इसके लिए मैं गुजरात के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री का हार्दिक अभिनंदन करता हूँ। श्री नरेंद्र मोदी जी ने मुख्यमंत्री रहते हुए हमेशा गुजरात में कानून व्यवस्था व पुलिस बल को आधुनिक व सशक्त बनाने को प्राथमिकता दी। यही कारण है कि गुजरात पुलिस ने अनेक वर्षों से देश में सबसे आगे रहने की परंपरा बनाई है और मुझे पूरा विश्वास है कि राज्य के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री के नेतृत्व में यह परंपरा जारी रहेगी।

श्री अमित शाह ने कहा कि हाल ही में संपन्न राष्ट्रपति चुनाव में श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी ने प्रचंड बहुमत हासिल किया है। उनका देश के सर्वोच्च पद पर चुना जाना और श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से महामहिम श्रीमती द्रौपदी मुर्मू बनना देश के 75 साल के लोकतांत्रिक इतिहास में एक ऐतिहासिक घटना है।आज़ादी के बाद पहली बार आदिवासी समाज की एक महिला का देश के प्रथम नागरिक के पद पर विराजमान होना हमारे देश के लोकतंत्र की एक बहुत बड़ी घटना है। श्री शाह ने कहा कि हमारी पार्टी ने राष्ट्रपति जैसे महत्वपूर्ण पद के लिए उम्मीदवार चयन में हमेशा एक नई चेष्टा और प्रयास किया है और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने इस परंपरा को आगे बढ़ाया है। श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने मिसाइल मैन डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया और श्री नरेन्द्र मोदी जी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद बहुत ही गरीब और दलित समाज के श्री रामनाथ कोविंद जी  को  उम्मीदवार बनाया और अब आदिवासी समाज से श्रीमती द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति चुनी गई हैं। यह आदिवासी लोगों के सशक्तिकरण और इसके नाम पर समाज में विभाजन करने और ट्राइबल एंपावरमेंट के नाम पर राजनीति करने वाले सभी लोगों को जवाब है कि केवल शब्दों से नहीं बल्कि इस प्रकार के कार्यों से आदिवासी सशक्तिकरण होता है।

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केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के प्रत्येक नागरिक से 13 से 15 अगस्त तक घर पर तिरंगा लगाने का आवाहन किया है। श्री शाह ने कहा कि आज़ादी के अमृत महोत्सव वर्ष में हम सबको 13 से 15 अगस्त तक अपने घर पर तिरंगा फहरा कर देश के विकास, उज्ज्वल भविष्य और देश की सुरक्षा के प्रति पुनः समर्पित करने का संकल्प लेना है। उन्होंने कहा कि मैं गुजरात की समग्र जनता से अपील करता हूँ कि राज्य में कोई घर, ऑफिस या परिसर ऐसा न हो जहां तिरंगा न लहराये। तिरंगे की उपलब्धता की जानकारी अनेक वेबसाइट्स पर दी गई है और देश के हर पोस्ट ऑफिस में भी तिरंगा उपलब्ध है। गरीब, अमीर, सरकारी और निजी कर्मचारियों सहित हम सबकी यह ज़िम्मेदारी है कि अपने-अपने घरों पर तिरंगा फहरा कर इस कार्यक्रम को सफल बनाएँ।

गृह मंत्री ने कहा कि आज आश्वस्त और विश्वास परियोजनाओं को मज़बूत बनाने के लिए अनेक शुरुआत हुई हैं। उन्होंने गुजरात पुलिस की सुरक्षा सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाने, उसके विस्तार और आधुनिकीकरण के लिए 10,000 बॉडी वार्न कैमरे, वीडियो फीड मैनेजमेंट सिस्टम, वर्क स्टेशन, डॉकिंग स्टेशन, सर्वर आदि उपकरण भी पुलिस बल को दिए गये। साथ ही Anti-Human Trafficking Unit के 80 वाहन भी आज गुजरात पुलिस को समर्पित किए। श्री शाह ने कहा कि कमांड और कंट्रोल रूम को केवल 7000 कैमरे तक सीमित नहीं रखा जाना चाहिए बल्कि इसमें रेलवे स्टेशन, बस अड्डे, बंदरगाह, हवाई अड्डे और गुजरात की आवासीय कालोनियाँ सहित हर कैमरे को उन्नत तकनीक अपनाकर शामिल करना चाहिए। यह प्रोजेक्ट गुजरात सरकार की सुरक्षा चक्र बनाने की योजना को सुदर्शन चक्र में परिवर्तित कर गुजरात की सुरक्षा करेगा। उन्होने किसी भी स्थान पर होने वाली घटना की जानकारी तुरंत कंट्रोल रूम तक पहुँचाने के लिए कनेक्टिविटी और स्टोरेज क्षमता बढ़ाने की जरूरत पर बल दिया।

श्री अमित शाह ने कहा कि ई कॉप (e Cops ) की शुरुआत होने पर गुजरात पूरे देश में पहले स्थान पर था। राज्य के हर पुलिस स्टेशन का कंप्यूटरीकरण, कांस्टेबल की भर्ती, प्रशिक्षण व्यवस्था और त्रिनेत्र का व्यवस्थापन ई कॉप सॉफ़्टवेयर से किया गया है। साथ ही ई एफ़आइआर (e FIR) और फ़ोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी का समावेश भी ई कॉप मे किया गया था। गृह मंत्री ने कहा कि ई कॉप से लेकर त्रिनेत्र तक गुजरात पुलिस को आधुनिक तकनीक से लैस करने की यह यात्रा देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने शुरू की थी और यह उनके स्वप्न को साकार करने की यात्रा है। भारत सरकार ने राज्यों को अत्याधुनिक तकनीक मुहैया कराने की व्यवस्था की है और राज्य सरकारों को इससे जुड़ने की आवश्यकता है। मैं गर्व के साथ कह सकता हूँ कि भारत सरकार की CCTNS परियोजना के अंतर्गत देश के 96 प्रतिशत पुलिस स्टेशनों को ऑनलाइन कर दिया गया है। श्री शाह ने कहा कि गुजरात के अंदर कानून और व्यवस्था की स्थिति पर  कोई जागरुक पत्रकार पुस्तक लिख सकता है, 80 के दशक से लेकर 2022 तक कितने बडे केनवास पर इसमें क्या परिवर्तन हुआ है। शायद ही किसी भी राज्य की पुलिस ने पुलिस की कार्यप्रणाली, निर्णय, भर्ती प्रक्रिया, आधुनिकीकरण, वेलफ़ेयर योजनाओं और चुस्ती में ने इतने सारे परिवर्तन देखे होंगे।

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केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि 2002 के बाद गुजरात में कर्फ़्यू भूतकाल की बात हो गई है, जबकि इससे पहले एक साल में 365 दिन में से 200 से अधिक दिन कर्फ़्यू रहता था। 365 दिन में से छुट्टी के सिवाय 212 दिन क्लीयरींग बंद रहता था। कच्छ घुसखोरी से त्रस्त जिला था, अब घूसखोरी पूरी तरह से बंद हो चुकी है। उन्होने कहा कि 2001 में श्री नरेन्द्र मोदी के मुख्यमंत्री बनने के बाद गुजरात पुलिस ने हमेशा कानून-व्यवस्था की स्थिति पर ज़ोर देकर दृद निश्चय और कठोरता के साथ समाज के दुश्मनों के खिलाफ कदम उठाए हैं। पुलिस आधुनिक, संवेदनशील व टेक्नोसेवी बनी है और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने उसके सपोर्ट सिस्टम को मजबूत बनाने का काम  किया है। श्री अमित शाह ने कहा कि केवल भवन बनाने से काम नहीं होता बल्कि भवन में भावना का होना बहुत जरूरी है और मुझे पूरी उम्मीद है कि भावना डालने का काम गुजरात पुलिस बखूबी करेगी।

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