केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह अमेरिका में आयोजित वैश्विक स्वच्छ ऊर्जा कार्य मंच (ग्लोबल क्लीन एनर्जी एक्शन फोरम) में भाग लेने के लिए बिजली, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी के संयुक्त भारतीय मंत्रिस्तरीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं

केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री एवं पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह संयुक्त राज्य अमेरिका में आयोजित हो रहे  वैश्विक स्वच्छ ऊर्जा कार्य मंच (ग्लोबल क्लीन एनर्जी एक्शन फोरम) में भाग लेने के लिए एवं प्रख्यात शिक्षाविदों के साथ-साथ भारतवंशियों के साथ बातचीत करने के लिए 5 दिवसीय यात्रा पर विद्युत, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय तथा  विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के संयुक्त भारतीय मंत्रिस्तरीय आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे।

डॉ. जितेंद्र सिंह अमेरिकी दौरे के पहले चरण में कल शाम वाशिंगटन के लिए रवाना होंगे और वहां से वह पहले पिट्सबर्ग और बाद में न्यूयॉर्क के लिए रवाना होंगे।

स्वच्छ ऊर्जा मंत्रिस्तरीय बैठक (सीईएम 13) और मिशन इनोवेशन (एमआई -7) का प्रतिष्ठित संयुक्त आयोजन संयुक्त राज्य अमेरिका के पेंसिल्वेनिया के पिट्सबर्ग में इस वर्ष 21 से 23 सितंबर तक होगा। इस कार्यक्रम में स्वच्छ ऊर्जा नवाचार और उनके प्रयोग में तेजी लाने के लिए 30 से अधिक देशों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ), नवप्रवर्तनकर्ताओं, युवा पेशेवरों, नागरिक समाजों  तथा मंत्रियों सहित दुनिया भर के हजारों स्वच्छ ऊर्जा नेताओं के एक साथ आने की आशा है।

अपने यात्रा पूर्व वक्तव्य में डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि वह वैश्विक स्वच्छ ऊर्जा कार्य मंच (ग्लोबल क्लीन एनर्जी एक्शन फोरम) के पूर्ण गोलमेज सम्मेलन में विशेष रूप से देश और विदेश में स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकियों के क्षेत्रों में हालिया सफलताओं के आलोक में बहुत करीबी जुड़ाव की उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोविड के बाद के युग और हाल ही में जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों के बीच  प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी मानव जाति की बेहतरी के लिए स्वच्छ ऊर्जा समाधानों में घनिष्ठ समन्वय और सहयोग की जोरदार वकालत कर रहे हैं।

इसी वर्ष फरवरी में विश्व सतत विकास शिखर सम्मेलन में श्री मोदी के संबोधन का उल्लेख करते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने उन्हें यह कहते हुए फिर से उद्धृत किया  “1972 के स्टॉकहोम सम्मेलन के बाद से पिछले 50 वर्षों में बहुत सारी बातों के बावजूद बहुत कम कार्य किया गया है। लेकिन भारत में, हमने उज्ज्वला योजना के अंतर्गत 09 करोड़ परिवारों को स्वच्छ भोजन पकाने का ईंधन उपलब्ध कराने और पीएम-कुसुम योजना के तहत किसानों को नवीकरणीय ऊर्जा तक पहुंच देने जैसे कदम उठाए हैं, जहां किसानों को सौर पैनल स्थापित करने, इसका उपयोग करने और ग्रिड को बची हुई अतिरिक्त बिजली बेचने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है जो स्थिरता और उसकी इक्विटी को बढ़ावा देगा।

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आगामी 20 सितंबर को, डॉ. जितेंद्र सिंह अमेरिका–भारत व्यापार परिषद (यूएस – इंडिया बिजनेस काउंसिल) द्वारा यूएस चैंबर ऑफ अमेरिका के वाशिंगटन, डीसी में वाणिज्य मुख्यालय में आयोजित होने वाले भू-स्थानिक, अंतरिक्ष, पृथ्वी और महासागर विज्ञान, फार्मा तथा जैव- प्रौद्योगिकी (बायोटेक) क्षेत्रों से जुड़ी लगभग 35 कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों और संघीय प्रतिनिधियों के साथ एक महत्वपूर्ण गोलमेज बैठक करेंगे। इस बैठक में मंत्री महोदय कुछ क्षेत्रों को अनलॉक करने तथा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) मानदंडों के उदारीकरण के बाद इन सबसे क्रियाकलापों वाले क्षेत्रों में निवेश करने के लिए कंपनियों को आमंत्रित भी  करेंगे।

भारतीय राजदूत द्वारा इंडिया हाउस में आयोजित रात्रि भोज के दौरान मंत्री महोदय के प्रमुख अमेरिकी संघीय अधिकारियों के साथ बातचीत किए जाने की भी संभावना है।

21 और 22 सितंबर को डॉ. जितेंद्र सिंह वैश्विक स्वच्छ ऊर्जा कार्य मंच (ग्लोबल क्लीन एनर्जी एक्शन फोरम) में कई कार्यक्रम आयोजित करेंगे जिसमें उनके द्वारा  कम कार्बन वाले भविष्य के लिए भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित किए जाने  की संभावना है, जिसका उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में स्वच्छ ऊर्जा नवाचारों को तेज करके देश के ऊर्जा परिदृश्य को बदलना है। डॉ. जितेन्‍द्र सिंह प्रतिनिधियों को यह भी सूचित कर सकते हैं कि स्वच्छ ऊर्जा समाधानों में तेजी लाने के लिए, भारत सक्रिय रूप से स्वच्छ ऊर्जा की अनुसंधान एवं विकास पहल में लगा हुआ है और जैव-रिफाइनरियों, सतत विमानन ईंधन, सामग्री त्वरित प्लेटफॉर्म, ऊर्जा दक्षताके निर्माण (स्मार्ट ग्रिड), कार्बन कैप्चर, हाइड्रोजन वैली प्लेटफॉर्म आदि के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रयास किए गए हैं।

सतत जैव-ऊर्जा एवं जैव–रिफाइनरियों (सस्टेनेबल बायोएनेर्जी एंड बायो-रिफाइनरीज) पर 22 सितंबर को आयोजित पहले गोलमेज सम्मेलन में डॉ. जितेंद्र सिंह द्वारा  महत्वपूर्ण स्वच्छ ऊर्जा हिस्से के साथ ऊर्जा परिदृश्य को बदलने की दिशा में काम करने की भारत की योजना के बारे में बोलने की संभावना है। उल्लेखनीय रूप से, भारत वर्ष 2030 तक 500 गीगावाट (जीडब्ल्यू) गैर-जीवाश्म ऊर्जा क्षमता तक पहुँचने, 50% ऊर्जा आवश्यकताओं को नवीकरणीय ऊर्जा में परिवर्तित करने, कुल अनुमानित कार्बन उत्सर्जन को 1 अरब (बिलियन) टन कम करने, अर्थव्यवस्था की कार्बन तीव्रता को 2005 के स्तर से 45% कम करने और अंततः पर 2070 तक शुद्ध शून्य उत्सर्जन (जीरो नेट इमीशन्स) प्राप्त करने पर सहमत हो गया है।

22 सितंबर को सम्बद्ध समाज के साथ शुद्ध शून्य निर्मित वातावरण (नेट जीरो बिल्ट एनवायरनमेंट) पर दूसरे गोलमेज सम्मेलन में डॉ. जितेंद्र सिंह से यह आशा रहेगी कि वे पिछले दशक के दौरान 3 करोड़ 43 लाख अमरीकी डालर के निवेश के साथ भारत समर्थित अनुसंधान विकास और प्रौद्योगिकियों के प्रयोग के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। वह ऊर्जा दक्षता और स्मार्ट ग्रिड के निर्माण के क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास कार्यक्रमों के माध्यम से भारत के अनुसंधान एवं विकास बुनियादी ढांचे के साथ-साथ द्विपक्षीय और बहुपक्षीय सहयोग के बारे में भी जानकारी साझा कर सकते हैं।

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दोनों गोलमेज सम्मेलनों के बाद 22 सितम्बर की शाम को स्वच्छ ऊर्जा मंत्रिस्तरीय (सीईएम13) और मिशन इनोवेशन (एमआई-7) की संयुक्त मंत्रिस्तरीय पूर्ण बैठक होगी, जिसमें डॉ. जितेंद्र सिंह मंत्रियों एवं प्रतिनिधियों को बताएंगे कि भारत दोनों एमआई और सीईएम का संस्थापक एवं सक्रिय सदस्य है और इसकी  शुरुआत के साथ ही वह सक्रिय रूप से विभिन्न मिशनों एवं प्लेटफॉर्म वर्क स्ट्रीम के माध्यम से एमआई 2.0 के साथ जुड़ा हुआ है।

23 सितंबर को “स्वच्छ ऊर्जा पारगमन में तेजी लाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग” पर एक मुख्य मंच कार्यक्रम होगा जिसमें डॉ. जितेंद्र सिंह परिवहन क्षेत्र से ग्रीनहाउसगैस (जीएचजी) उत्सर्जन को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सतत जैव ईंधन की भूमिका पर बात करेंगे। वह उन्नत जैव ईंधन और अपशिष्ट से ऊर्जा उत्पादन प्रौद्योगिकियों में अनुसंधान एवं विकास नवाचारों का समर्थन करने में जैव प्रौद्योगिकी विभाग के माध्यम से भारत के प्रयासों को भी रेखांकित करेंगे।

उसी दिन, “इंडिया क्लीन एनर्जी शोकेस” पर अलग से एक कार्यक्रम (साइड इवेंट)  होगा, जिसमें डॉ. जितेंद्र सिंह स्वच्छ ऊर्जा के भविष्य की ओर बढ़ने के लिए भारत सरकार की महत्वाकांक्षा तथा कार्रवाई को साझा करने के बारे में विवरण देंगे।

यात्रा के अंतिम चरण में, डॉ. जितेंद्र सिंह न्यूयॉर्क से दिल्ली के लिए प्रस्थान करने से पहले शाम को सामाजिक स्वागत समारोह में प्रख्यात भारतवंशियों के साथ बातचीत करेंगे। इस बैठक में मंत्री महोदय भारत की स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष पर आयोजित भारत के आजादी का अमृत महोत्सव के उत्सव और एक जीवंत लोकतंत्र एवं एक संपन्न अर्थव्यवस्था के रूप में देश की अतुलनीय यात्रा पर प्रकाश डालेंगे। वे यह भी स्वीकार करेंगे कि संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रवासी भारतीयों ने भी संयुक्त राज्य अमेरिका में इन समारोहों में बड़ी धूमधाम से भाग लिया है।

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