बांग्लादेश के युवा प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति से मुलाकात की

बांग्लादेश के एक युवा प्रतिनिधिमंडल ने आज (14 अक्टूबर, 2022) राष्ट्रपति भवन में भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की।

राष्ट्रपति ने प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि वे सभी बांग्लादेश के भावी नेता हैं। वे न केवल बांग्लादेश के भविष्य के संरक्षक हैं बल्कि भारत एवं बांग्लादेश के अनूठे संबंधों के भी संरक्षक हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि वे आने वाले वर्षों में दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने में प्रमुख भूमिका निभाएंगे।

राष्ट्रपति ने कहा कि यह यात्रा काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह बांग्लादेश की मुक्ति की 50वीं वर्षगांठ, भारत एवं बांग्लादेश के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना और शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी के पिछले वर्ष के समारोहों से मिली गति को जारी रखती है। शेख मुजीबुर रहमान को भारत में भी उतना ही सम्‍मान दिया जाता है और याद किया जाता है जितना बांग्लादेश में।

राष्ट्रपति ने कहा कि भारत को बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम में एक मित्र और भागीदार होने पर गर्व है। भारत अपनी विकास यात्रा को बांग्लादेश के साथ लगातार साझा कर रहा है। इस भावना को बरकरार रखना हमारे लिए महत्वपूर्ण है जो हमारे दोनों देशों और हमारे लोगों के बीच गहरी दोस्ती को प्रेरित करती है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की मुक्ति और उसका उत्थान एवं समृद्धि विश्व समुदाय के लिए एक प्रेरक कहानी है। बांग्लादेश के युवाओं का अतीत गौरव से और भविष्य वादों से भरा है।

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राष्ट्रपति ने कहा कि प्रत्येक भारतीय के दिल और दिमाग में बांग्लादेश की एक खास जगह है। हमारे देशों के बीच गहरे सभ्यतागत संबंध हैं। हम कला, संगीत एवं साहित्य सहित कई चीजें आपस में साझा करते हैं। उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा बांग्लादेश के साथ मित्रता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है और हम इसकी पूरी क्षमता का उपयोग करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारा गहरा सहयोग इस बात को दर्शाता है कि दोनों देश इस संबंध को कितना महत्व देते हैं। उन्होंने दिल्ली और लंदन में प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ अपनी हालिया बैठकों को याद किया।

राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और बांग्लादेश दोनों की आबादी युवा है। भारत की आधी से अधिक आबादी युवाओं की है और बड़ी युवा आबादी के साथ बांग्लादेश की जनसांख्यिकी स्‍वरूप हमारे जैसा ही है। उन्होंने कहा कि इनोवेटर्स, क्रिएटर्स, बिल्‍डर्स और भविष्‍य के नेता के तौर पर दोनों देशों के युवाओं को ग्रीन एनर्जी, स्‍टार्टअप, वित्‍तीय, स्‍वास्‍थ्‍य एवं शिक्षा के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी से लैस सेवाओं जैसे अत्‍याधुनिक क्षेत्रों में आपसी तालमेल बढ़ाने की आवश्‍यकता है।

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राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और बांग्लादेश के लोगों के बीच पहले से ही काफी अच्‍छे संपर्क हैं लेकिन हमें उसे और बेहतर करने की जरूरत है। इस मोर्चे पर दोनों देशों के युवा अग्रणी भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने उम्‍मीद जताई कि प्रतिनिधिमंडल के सदस्य इस अवसर का उपयोग भारत के विभिन्न पहलुओं, हमारी विविधता और विज्ञान, प्रौद्योगिकी, कला आदि से संबंधित क्षेत्रों में विकास पर अंतर्दृष्टि एवं अनुभव प्राप्त करने के लिए करेंगे। उन्होंने कहा कि जिस तरह बांग्लादेश के युवा सोनार बांग्‍ला बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, उसी तरह उन्हें भारत एवं बांग्लादेश के लोगों के बीच शांति, समृद्धि और दोस्ती के स्वर्ण युग की शुरुआत करने के लिए भी उसी लगन और ईमानदारी के साथ काम करना चाहिए।

बांग्लादेश युवा प्रतिनिधिमंडल कार्यक्रम 2012 में विदेश मंत्रालय और युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय की एक संयुक्त पहल के तौर पर शुरू हुआ था। इस युवा कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य एक-दूसरे के देशों की सद्भावना एवं समझ को बढ़ावा देना, विचारों के आदान-प्रदान को बढ़ावा देना और युवाओं के बीच मूल्यों एवं संस्कृति की समझ को बढ़ावा देना है।

 

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एमजी/एएम/एसकेसी