जल शक्ति मंत्रालय के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग में 2 से 31 अक्टूबर 2022 तक लंबित मामलों के निपटारे के लिए विशेष अभियान 2.0 का आयोजन किया जा रहा है। इससे पहले भी 2 अक्टूबर 2021 से 31 अक्टूबर 2021 तक विशेष अभियान चलाया गया था और इसके सफल कार्यान्वयन से विभाग में लंबित मामले कम हुए और विभाग में जगह का कुशल प्रबंधन किया गया। विशेष अभियान 2.0 के तहत प्रभावी निपटारे वाले मुख्य क्षेत्रों में शामिल है- संसद सदस्य संदर्भ, राज्य सरकार के संदर्भ, अंतर-मंत्रालयी लंबित मामले, संसदीय आश्वासन, पीएमओ संदर्भ, लोक शिकायत, रिकॉर्ड प्रबंधन, स्वच्छता/सफाई अभियान, रद्दी माल का निपटारा और गैरजरूरी फाइलों को हटाना।
अधिकारियों को संवेदनशील बनाने, अभियान के लिए जमीनी कार्यकर्ताओं को जुटाने, अभियान स्थलों को अंतिम रूप देने, रद्दी माल और अनावश्यक सामग्री की पहचान करने के लिए विशेष अभियान 2.0 का प्रारंभिक चरण 14.09.2022 से 30.09.2022 तक आयोजित किया गया था।
2 से 31 अक्टूबर 2022 तक कार्यान्वयन चरण के दौरान अभियान को प्रभावी बनाने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं और प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग के एससीपीडीएम पोर्टल पर दैनिक प्रगति की जानकारी अपलोड की जा रही है।
पेयजल और स्वच्छता विभाग के तहत स्वायत्त संस्थान राष्ट्रीय पेयजल, स्वच्छता एवं गुणवत्ता केंद्र, कोलकाता भी स्वच्छता अभियान 2.0 के कार्यान्वयन में शामिल है। अभियान के हिस्से के रूप में, केंद्र ने संस्थान को प्लास्टिक मुक्त, कचरा मुक्त और शून्य लैंडफिल (कचरे का ढेर) बनाने का फैसला किया और केंद्र व उसके आसपास कूड़े-कचरे को साफ करने के लिए सफाई गतिविधियां आयोजित की गईं।
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एमजी/एएम/एएस