केंद्र सरकार ने दो अक्टूबर को एक विशेष अभियान 2.0 को आरंभ किया था, जो 31 अक्टूबर, 2022 तक चलेगा। अभियान के अंतर्गत सभी मंत्रालय/विभाग स्वच्छता, सफाई को प्रोत्साहित करने, सुशास और जीवन सुगमता पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। इसके साथ ही सरकार में कामकाजी बोझ और लंबित मामलों में कमी लाने पर भी ध्यान दिया जा रहा है। विशेष अभियान 2.0, स्वच्छता को संस्थागत स्वरूप देने और सरकार में लंबित मामलों में कमी लाने के बारे में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना तथा मिशन से प्रेरित है।
स्वच्छता, नियमों-प्रक्रियाओं की समीक्षा व सरलीकरण, रिकॉर्ड प्रबंधन प्रणाली की समीक्षा, स्थान का रचनात्मक इस्तेमाल, बेकार सामानों का निस्तारण करके कार्यस्थल के अनुभव को बढ़ाने सम्बंधी गतिविधियां सभी विभाग तथा मंत्रालय संचालित कर रहे हैं। यहां 25 अक्टूबर, 2022 तक फाइलों की समीक्षा करने, पुरानी फाइलों का निस्तारण करने, राजस्व अर्जन और जगह खाली करने की स्थिति का विवरण दिया जा रहा हैः-
उद्देश्य
(25.10.2022 तक)
लक्ष्य
Achievements
समीक्षा की गई फाइलें
39563
49260
निस्तारित फाइलें
8119
18703
राजस्व अर्जित
Rs. 56,19,917
Rs. 14,98,784
जगह खाली की गई (वर्ग फुट)
17083
61292
केंद्र सरकार के सभी मंत्रालयों/विभागों और अधीनस्थ कार्यालयों ने अभियान का भरपूर स्वागत किया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एक ट्वीट में कहा था, “ऐसे प्रयास न केवल अभिनव और प्रशंसनीय हैं, बल्कि अत्यंत महत्त्वपूर्ण भी हैं; वे हमें अपने आसपास और सार्वजनिक स्थानों को साफ-सुथरा रखने के लिये हमारे बुनियादी नागरिक कर्तव्यों की याद दिलाते हैं।”
Such efforts are not only innovative and commendable but most importantly remind us of our basic civic duty of keeping our surroundings and public places clean. https://t.co/vyEE857mcH
विभिन्न विभागों ने आसपास के क्षेत्रों, नदी, झीलों और तालाबों की सफाई करने के बारे में आमूल और समग्र रूप से काम किया है। इस तरह के प्रयास से जलस्रोतों के आसपास स्वच्छता सुनिश्चित होती है। इस तरह स्वच्छता अभियान का बड़ा उद्देश्य पूरा होता है। विशेष अभियान 2.0 का सोशल मीडिया पर भरपूर स्वागत किया गया है। मंत्रालय और विभागों ने तमाम सोशल मीडिया गतिविधियों का भी संचालन किया है। विशेष अभियान 2.0 को जल शक्ति मंत्रालय ने उसकी मूल भावना के साथ अपनाया है, जिसके तहत निम्नलिखित कदम उठाये गयेः-
एमजी/एएम/एकेपी