मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के अंतर्गत मत्स्यपालन विभाग ने स्वच्छता पर ‘विशेष अभियान 2.0’ के भाग के रूप में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया

मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय द्वारा लंबित मामलों का निपटारा करने के लिए ‘विशेष अभियान 2.0’ (02 से 31 अक्टूबर 2022) चलाया गया, जिसका उद्देश्य रिकॉर्ड प्रबंधन, स्वच्छता (अंदर और बाहर) और कार्यालय में कबाड़ निपटारा के नियमों/ प्रक्रियाओं को सरल बनाना था। इन गतिविधियों को मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के अंतर्गत मत्स्यपालन विभाग और इसके दिशा-निर्देशो पर स्वायत्त निकायों अर्थात् तटीय जल कृषि प्राधिकरण (सीएए) और राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड (एनएफडीबी) और इसके संस्थानों अर्थात नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फिशरीज पोस्ट हार्वेस्ट टेक्नोलॉजी एंड ट्रेनिंग (एनआईएफपीएचएटीटी), सेंटर इंस्टीट्यूट ऑफ फिशरीज नॉटिकल एंड इंजीनियरिंग ट्रेनिंग (सीआईएफएनईटी), सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ कोस्टल इंजीनियरिंग फॉर फिशरीज (सीआईसीईएफ) में चलाया गया। स्वच्छता अभियान के लिए मत्स्यपालन विभाग के अंतर्गत अधीनस्थ और संबद्ध कार्यालयों के 15 स्थलों की पहचान की गई।

भारत सरकार के अंतर्गत मत्स्यपालन विभाग अपने सभी अधीनस्थों और संबद्ध कार्यालयों के साथ मिलकर विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से इस अभियान में सक्रिय रूप से शामिल हुआ। मत्स्यपालन विभाग के सभी अनुभागों/ प्रभागों/ हॉल/ रिकॉर्ड रूम और देश के विभिन्न तटीय इलाकों में अधीनस्थ और संबद्ध कार्यालयों के स्थलों का निरीक्षण/ दौरा किया गया। अभियान के दौरान, राज्य मंत्री डॉ एल मुरुगन ने 21 अक्टूबर 2022 को चेन्नई के क्षेत्रीय कार्यालयों में दो स्थलों का दौरा किया और समग्र रूप से प्रगति की समीक्षा की। श्री जतिंद्र नाथ स्वैन, मत्स्यपालन सचिव, भारत सरकार ने 20 अक्टूबर 2022 को विशाखापत्तनम के तीन स्थलों का दौरा किया और एफएसआई, सिफ़नेट और एनआईएफपीएचएटीटी क्षेत्रीय कार्यालयों द्वारा की गई प्रगति और उपलब्धियों का निरीक्षण किया और 26 अक्टूबर 2022 को नई दिल्ली कार्यालय का भी निरीक्षण किया तथा ‘विशेष अभियान 2.0’ के ‘क्लीन डेस्क, क्लीन सेक्शन और क्लीन कॉरिडोर’ दृष्टिकोण पर बल दिया। संयुक्त सचिव (आईएफ) ने 29 अक्टूबर 2022 को निरीक्षण के लिए कोच्चि कार्यालय का दौरा किया, जबकि संयुक्त सचिव (एमएफ) ने एनएफडीबी, हैदराबाद कार्यालय का दौरा किया।

यह भी पढ़ें :   अवेयर कंज्यूमर्स का उपभोक्ता विशेषांक उपभोक्ताओं के लिए वरदान साबित- विष्णुदत्त पुजारी

पहला चित्र: एनएफडीबी आईटी रूम, पहली मंजिल   दूसरा चित्र: एनएफडी कार्यालय परिसर के पीछे क्वार्टर की साफ-सफाई करते हुए कर्मचारी

 

इस अभियान पर ध्यान केंद्रित करने, जागरूकता फैलाने और आउटरीच बढ़ाने के लिए, मत्स्यपालन विभाग की सोशल मीडिया टीम ने ट्विटर, इंस्टाग्राम, फेसबुक और लिंक्डइन जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर 40 से ज्यादा पोस्ट डिजाइन और अपलोड किए। मत्स्यपालन संस्थानों और राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के सोशल मीडिया हैंडल द्वारा व्यूअरशिप की संख्या में बढ़ोत्तरी करने के लिए @PMOIndia, @HMOIndia, @DARPG,_GoI @swachhbharat, @SwachhBharatGov, @mygovindia, @FiserySurveyOI, और #SpecialCampaign 2.0, #DeptofFisheries जैसे हैशटैग का उपयोग किया गया। मत्स्यपालन विभाग के सोशल मीडिया पेजों पर स्वच्छता अभियान 2.0 की गतिविधियों का प्रदर्शन करने के लिए 2 मिनट के संक्षिप्त वीडियो अपलोड किए गए, जिन्हें इस अभियान के दौरान 66 प्रतिशत ज्यादा इंप्रेशन दर प्राप्त हुआ।

इसके अतिरिक्त, मत्स्यपालन विभाग के क्षेत्रीय कार्यालयों द्वारा कई रीट्वीट किए गए और मत्स्यपालन विभाग ने इन रीट्वीट के लिए सोशल मीडिया हैंडल, डीएआरपीजी के ट्वीट्स, संस्थानों आदि को फॉलो किया। “विशेष अभियान 2.0” के संदर्भ में जागरूकता उत्पन्न करने के लिए गलियारों में “विशेष अभियान 2.0” के बैनर और स्टैंड लगाए गए। पीआर टीम सहित सोशल मीडिया टीम ने इन कार्यक्रमों का प्रिंट के साथ-साथ डिजिटल कवरेज भी प्राप्त किया।  अभियान की गतिविधियों और उपलब्धियों को विभिन्न प्लेटफॉर्मों पर स्थानीय भाषाओं में स्थानीय प्रिंट मीडिया में प्रकाशित किया गया।

यह भी पढ़ें :   मातृभूमि के शताब्दी वर्ष समारोह के उद्घाटन पर प्रधानमंत्री के भाषण का मूल पाठ

“विशेष अभियान 2.0”  की प्रगति को “पहले और बाद के परिदृश्य” में दिखाने के लिए उच्च रिज़ॉल्यूशन वाली तस्वीरों/ वीडियो के रूप में आलेखित किया गया, जिन्हें मत्स्यपालन विभाग, डीएआरपीजी, स्वच्छता अभियान 2.0 आदि को टैग करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा किया गया।

“विशेष अभियान 2.0” की समाप्ति के साथ, सभी अधिकारियों के समर्पित और सामूहिक प्रयासों के माध्यम से, सांसदों के 10 संदर्भों और सभी नौ लोक शिकायतों का निपटारा किया गया। इसके अलावा, 250 फाइलों की समीक्षा करने का निर्धारित लक्ष्य की तुलना में, 550 से ज्यादा फाइलों की समीक्षा की गई, जिनमें से 290 भौतिक फाइलों को समाप्त किया गया, लगभग 77 ई-फाइलों को समीक्षा के लिए रखा गया, जिनमें से 43 ई-फाइलों को बंद कर दिया गया। मत्स्यपालन विभाग द्वारा चलाए गए “विशेष अभियान 2.0” के परिणामस्वरूप 250 वर्ग फुट से ज्यादा जगह को खाली किया गया।

 

एमजी/एएम/एके