प्रधानमंत्री ने पुणे मेट्रो रेल परियोजना का उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज पुणे मेट्रो रेल परियोजना का उद्घाटन किया। उन्होंने इसकी आधारशिला भी रखी और पुणे में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया।

 

प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि 2014 तक जहां मेट्रो सेवाएं बहुत कम शहरों में उपलब्ध थीं, वहीं आज 12 से अधिक शहर या तो मेट्रो सेवाओं का लाभ उठा रहे हैं या यह सुविधा पाने की कगार पर हैं। उन्होंने कहा कि अगर हम मुंबई, ठाणे, नागपुर और पिंपरी-चिंचवाड़ पुणे को देखें तो इस विस्तार में महाराष्ट्र का काफी बड़ा हिस्सा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि “इस मेट्रो से पुणे में आवाजाही आसान हो जाएगी, लोगों को प्रदूषण और जाम से राहत मिलेगी, और पुणे के लोगों का जीवन सहज हो जाएगा।” इसके साथ ही उन्होंने पुणे के लोगों, विशेष रूप से संपन्न लोगों से मेट्रो और अन्य सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने की आदत बनाने का भी आह्वान किया।

 

प्रधानमंत्री ने कहा कि बढ़ती शहरी आबादी एक अवसर और चुनौती दोनों है। हमारे शहरों में बढ़ती जनसंख्या से निपटने के लिए जन परिवहन प्रणाली का विकास सटीक समाधान है। उन्होंने देश के विस्तृत होते शहरों के लिए एक विजन पेश किया जहां सरकार अधिक से अधिक हरित परिवहन, इलेक्ट्रिक बसें, इलेक्ट्रिक कार और इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री ने विस्तार से बताते हुए कहा कि, “सुविधा को स्मार्ट बनाने के लिए हर शहर में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर होना चाहिए। सर्कुलर अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए हर शहर में एक आधुनिक कचरा प्रबंधन प्रणाली होनी चाहिए। हर शहर को वाटर प्लस बनाने यानी जरूरत से ज्यादा पानी की उपलब्धता के लिए शहर में पर्याप्त आधुनिक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट होने चाहिए, साथ ही जल स्रोतों के संरक्षण के लिए बेहतर व्यवस्था की जानी चाहिए।” उन्होंने यह भी आशा व्यक्त की कि ऐसे शहरों में कचरे से धन बनाने के लिए गोबरधन और बायोगैस संयंत्र होंगे। एलईडी बल्ब के उपयोग जैसे ऊर्जा दक्षता उपाय इन शहरों की पहचान होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अमृत मिशन और रेरा कानून शहरी परिदृश्य में नई ताकत हैं।

यह भी पढ़ें :   केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह 'किसान भागीदारी प्रथमिकता हमारी' अभियान का कल उद्घाटन करेंगे

परियोजना के प्रमुख लाभ

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

परियोजना का विवरण

 

पुणे मेट्रो रेल परियोजना को दिसंबर 2016 में भारत सरकार (जीओआई) और महाराष्ट्र सरकार (जीओएम) द्वारा मंजूरी दी गई थी और 24 दिसंबर 2016 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इसकी आधारशिला रखी थी। परियोजना का काम 3 मई 2017 को शुरू हुआ था।

 

पुणे मेट्रो रेल परियोजना में दो कॉरिडोर, उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर (पर्पल लाइन) और ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर (एक्वा लाइन) शामिल हैं। इनकी कुल लंबाई 33.2 किमी है और इस दौरान 30 स्टेशन हैं। एलिवेटेड सेक्शन की लंबाई 27.2 किमी. और भूमिगत सेक्शन की लंबाई 6 किमी. है। रेंज हिल्स और वनाज़ में 2 रख-रखाव डिपो हैं। एक बार पूरी तरह से चालू हो जाने पर, इसकी सेवाएं तीन कार ट्रेन वाले 34 मेट्रो ट्रेनों के साथ उपलब्ध कराई जाएगी।

 

 

 

कॉरिडोर का विवरण

 

पीसीएमसी से स्वारगेट (पर्पल लाइन) तक उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर: यह कॉरिडोर पिंपरी-चिंचवाड़ के औद्योगिक क्षेत्र और इसके आगे पुणे शहर के पुराने पेठ क्षेत्रों में जाता है। 14 स्टेशनों के साथ इस कॉरिडोर की लंबाई 17.5 किमी. है। अत्यधिक भीड़भाड़ वाले शिवाजी नगर और पुराने पेठ क्षेत्रों के अधिकांश क्षेत्रों में बहुत संकरी सड़कों के कारण, रेंज हिल्स से स्वारगेट तक 6 किमी. का खंड भूमिगत है।

 

वनाज़ से रामवाड़ी (एक्वा लाइन) तक पूरब-पश्चिम कॉरिडोर: यह पूरी तरह से एलिवेटेड कॉरिडोर पूर्व में वनाज़ डिपो से शुरू होता है और पुणे शहर के घनी आबादी वाले रिहायशी इलाकों से होकर गुजरता है। इस कॉरिडोर में मेट्रो स्टेशनों की कुल संख्या 16 है और इसकी कुल लंबाई 15.7 किलोमीटर है। इस कॉरिडोर में नाल स्टॉप और अभिनव चौक के बीच 600 मीटर लंबा एक डबल डेकर फ्लाईओवर भी है, जो नाल स्टॉप और अभिनव चौक पर महत्वपूर्ण जंक्शनों के बीच यातायात की भीड़ को कम करने के लिए डिपॉजिट आधार पर पुणे नगर निगम के लिए बनाया जा रहा है।

यह भी पढ़ें :   केंद्र ने SC में पेगासस जासूसी के आरोपों को किया ख़ारिज, जांच के लिए बनाएगी कमेटी

 

डिपो: पुणे मेट्रो में ट्रेनों की देखभाल के लिए दो रख-रखाव डिपो हैं। उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर पर रेंज हिल्स में डिपो को रेंज हिल्स कार डिपो और पूरब-पश्चिम कॉरिडोर पर वनाज़ में डिपो को हिल व्यू पार्क कार डिपो नाम दिया गया है।

 

कॉरिडोर

लंबाई/स्टेशन

 

कुल

खंड का उद्घाटन

 

उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर

(पीसीएमसी से स्वारगेट तक)

 

लंबाई

एलिवेटेड – 11.4 किमी

 

भूमिगत – 6.1 किमी

 

पीसीएमसी से फुगेवाड़ी (7 किमी एलिवेटेड सेक्शन, 5 स्टेशन) – पीसीएमसी, संत तुकाराम नगर, भोसरी (नासिक फाटा), कसारवाड़ी और फुगेवाड़ी

 

स्टेशन

एलिवेटेड – 9

 

भूमिगत – 5

 

पूर्व-पश्चिम कॉरिडोर

(वनाज़ से रामवाड़ी तक)

 

लंबाई

एलिवेटेड – 15.7 किमी

 

वनाज़ से गरवारे (5 किमी एलिवेटेड सेक्शन, 5 स्टेशन) – वनाज़, आनंद नगर, आइडियल कॉलोनी, नाल स्टॉप और गरवारे

 

स्टेशन

एलिवेटेड – 16

कुल

33.2 किमी.

30 स्टेशन

12 किमी.

10 स्टेशन

 

पुणे मेट्रो लाइन -3 (पुणे मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र विकास प्राधिकरण द्वारा पीपीपी आधार पर कार्यान्वित किया जा रहा है) – महा मेट्रो द्वारा कार्यान्वित किए जा रहे 33.2 किलोमीटर के अलावा, शिवाजी नगर से हिंजेवाड़ी तक 23 स्टेशनों के साथ 23.3 किलोमीटर की एक और एलिवेटेड लाइन अभी पीपीपी आधार पर पुणे मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र विकास प्राधिकरण द्वारा कार्यान्वित की जा रही है। उसी के लिए रियायती अनुबंध टाटा-सीमेंस जेवी को दिया गया है और इसके लिए जनवरी 2022 में काम शुरू हो गया है।

 

परियोजना का वित्तपोषण

यह परियोजना महाराष्ट्र मेट्रो रेल निगम द्वारा भारत सरकार और महाराष्ट्र सरकार के 50:50 संयुक्त उपक्रम (जेवी) द्वारा कार्यान्वित की जा रही है। 11,420 करोड़ की पूरी परियोजना लागत निम्न द्वारा वित्त पोषित किया जा रहा है:

 

 

 

अद्वितीय परियोजना सुविधाएं

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

****

एमजी/एएम/एके