ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता ‘’गंगा क्वेस्ट 2022’’ में अब तक 1 लाख से अधिक लोगों ने भाग लिया है

विद्यार्थियों पर विशेष ध्यान देने के साथ नमामि गंगे कार्यक्रम को एक जन आंदोलन बनाने के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना से प्रेरित होकर, राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) ने ट्री क्रेज फाउंडेशन के साथ वर्ष 2019 में एक ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, ”गंगा क्वेस्ट” शुरू की थी। इस वर्ष, गंगा क्वेस्ट प्रतियोगिता 2022 को 7 अप्रैल, 2022 से प्रतिभागियों के लिए शुरू कर दिया गया था। इस ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में अब तक एक लाख से अधिक लोगों, विशेषकर बच्चों ने भाग लिया है। प्रश्नोत्तरी की अंतिम तिथि 22 मई, 2022 है। इस दिन को अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के रूप में मनाया जाता है। विजेताओं की घोषणा एक सजीव प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के साथ 5 जून 2022 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर की जाएगी। गंगा क्वेस्ट प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए www.clap4ganga.com पर जा सकते हैं।

गंगा क्वेस्ट 2022 के लिए पंजीकरण 22 मार्च 2022 को विश्व जल दिवस के अवसर पर शुरू किया गया था। गंगा क्वेस्ट 2022 प्रतियोगिता जिन चार विषयों पर आयोजित की जा रही है, उनमें: अर्थ गंगा और आजादी का अमृत महोत्सव, भौतिक भूगोल और प्रसिद्ध स्थान और व्यक्तित्व, सम-सामायिकी और प्रशासन, वनस्पति और जीव-जंतु और प्रदूषण/जल उपचार प्रौद्योगिकी शामिल हैं। प्रतियोगिता के प्रथम पुरस्कार विजेताओं को एक लैपटॉप मिलेगा, वहीं दूसरे और तीसरे पुरस्कार विजेताओं को टैबलेट या किंडल प्रदान किए जाएंगे।

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प्रश्नोत्तरी की संरचना इस तरह से तैयार की गई है कि 10 वर्ष से ऊपर के सभी आयु समूहों, विशेषकर विद्यार्थियों को शामिल किया गया है। बनाई गई 3 श्रेणियां हैं: ग्रेड- I: कक्षा आठवीं तक, ग्रेड II: कक्षा IX-XII और ग्रेड III: वयस्क / विश्वविद्यालय / संस्थान / वयस्क / वरिष्ठ नागरिक। प्रश्नोत्तरी में तीन दौर होते हैं जिसमें ज्ञान बढ़ाने के लिए प्रश्न, ज्ञान का आकलन करने के लिए प्रश्न और लघु सर्वेक्षण शामिल हैं। लगातार सीखना और क्रियाकलाप पोर्टल (सीएलएपी) नमामि गंगे की एक पहल है और ट्री क्रेज़ फाउंडेशन द्वारा बनाई गई और निष्पादित की गई है। यह एक संवादात्मक पोर्टल है जो भारत में नदियों के बारे में चर्चा और कार्रवाई शुरू करने की दिशा में काम कर रहा है।

 

गंगा क्वेस्ट प्रतियोगिता वर्ष 2019 में शुरू की गई थी, जिसमें गंगा नदी के बारे में ज्ञान प्रदान करने और बच्चों और युवाओं को इसके भौतिक भूगोल, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व, जैव विविधता, प्रशासन संरचना, पूर्व प्रयासों और सम-सामायिकी विषयों, प्रसिद्ध स्थानों और व्यक्तित्वों, सामाजिक-आर्थिक महत्व, आजीविका का महत्व, नदी में प्रदूषण और गंगा नदी के संरक्षण के लिए उठाए जा रहे विभिन्न कदम सहित ज्ञान प्रदान करने और संवेदनशील बनाने के उद्देश्य से शुरू किया गया था।

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पिछले कुछ वर्षों में, गंगा क्वेस्ट प्रतियोगिता, बच्चों के लिए जानकारी में वृद्धि करने की दिशा में महत्वपूर्ण अनुभव और उन्हें नमामि गंगे कार्यक्रम से जोड़ने के लिए एक सफल मंच साबित हुआ है। गंगा क्वेस्ट नदियों, पर्यावरण के प्रति राष्ट्रीय स्तर पर रुचि पैदा करने और नदियों और उसके ईकोसिस्टम के प्रति संवेदनशील युवा पीढ़ी के निर्माण में प्रभावी सिद्ध हुई है। गंगा क्वेस्ट 2022 आजादी का अमृत महोत्सव का हिस्सा है, जिसे भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ और इसके लोगों, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास के यादगार अवसर को मनाने और स्मरण करने के लिए देश भर में मनाया जा रहा है।  

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