केन्‍द्रीय रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री श्री भगवंत खुबा, ने इंडिया फार्मा एंड इंडिया मेडिकल डिवाइसेस पुरस्‍कार प्रदान किए

केन्‍द्रीय  रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री, श्री भगवंत खुबा ने कहा, “भारतीय चिकित्सा उपकरण क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं, और हमें भारत में उन्नत तकनीकी उपकरणों और मशीनरी के उत्पादन पर ध्यान केन्‍द्रित करना चाहिए।” श्री खुबा ने फार्मा और चिकित्सा उपकरण क्षेत्र 2022 पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के 7वें संस्करण में फार्मास्युटिकल विभाग में सचिव श्रीमती एस. अपर्णा की उपस्थिति में यह बात कही। इस अवसर पर केन्‍द्रीय राज्य मंत्री फार्मास्युटिकल विभाग में सचिव के साथ इंडिया फार्मा और इंडिया मेडिकल डिवाइसेस पुरस्‍कार 2022 भी प्रदान किए।

विभिन्न विषयों पर आज चार सत्र आयोजित किए गए- नवाचार और एकीकृत सेवाओं के माध्यम से स्वास्थ्य देखभाल में बदलाव, रोगी की देखरेख में जबरदस्‍त परिवर्तन की संभावना, चिकित्सा उपकरणों के निर्माण, मांग और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला और मेडटेक में अनुसंधान और विकास और नवाचार।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केन्‍द्रीय रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री श्री भगवंत खुबा ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में हम हर क्षेत्र में प्रगति कर रहे हैं और सभी को तेजी से विकास प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। फार्मास्‍यूटिकल्‍स और चिकित्‍सा उपकरण क्षेत्र विश्‍व की और भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था का प्रमुख क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि अगर हम सब मिलकर काम करें तो हम माननीय प्रधानमंत्री की कल्पना के अनुसार 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएंगे।

केन्‍द्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि भारतीय फार्मा और चिकित्सा उपकरण क्षेत्र में विकास की काफी संभावनाएं हैं। हम न केवल घरेलू बाजार की जरूरतों को पूरा कर सकते हैं बल्कि दुनिया के लिए निर्माण भी कर सकते हैं। “भारत में कम लागत पर उत्पादन करने की क्षमता है। हम वर्तमान में भारत में इन उपकरणों का केवल 20 प्रतिशत उत्पादन करते हैं और आयात पर निर्भर हैं। सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए उद्योग को सभी समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध है कि देश इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन जाए। पिछले आठ वर्षों में, सरकार ने इस क्षेत्र में विकास को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न पहल की हैं। भारत अपने अनुसंधान और विकास बुनियादी ढांचे को मजबूत करके ही फार्मास्यूटिकल्स और चिकित्सा उपकरणों में आत्मनिर्भरता प्राप्त कर सकता है, जो जीवन रक्षक दवाओं तक पहुंच का विस्तार करेगा और भारत को वैश्विक फार्मास्यूटिकल्स और चिकित्सा उपकरणों के निर्यात केन्‍द्र के रूप में स्थापित करेगा।

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सम्मेलन को संबोधित करते हुए नीति आयोग के सीईओ श्री अमिताभ कांत ने कहा कि भारतीय स्वास्थ्य उद्योग 2016 से तेज गति से बढ़ रहा है और इस साल इसके 380 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। विदेशी निवेशकों को भारत में चिकित्‍सा उपकरणों के उत्‍पादन के लिए आमंत्रित करते हुए, श्री अमिताभ कांत ने कहा, “यदि आप यहां चिकित्सा उपकरणों का विकास और निर्माण करते हैं, तो आप न केवल भारत के लिए बल्कि दुनिया के लिए उत्पादन कर रहे हैं और बाजार आकार और पैमाने में बहुत बड़ा है। फार्मा और चिकित्सा क्षेत्र के साथ स्‍वास्‍थ्‍य देखरेख भारत का सबसे बड़ा रोजगार सृजनकर्ता है। भारत की सापेक्ष लागत प्रतिस्पर्धात्मकता और कुशल श्रम की उपलब्धता इसे आने वाले वर्षों में चिकित्सा के महत्‍व वाले पर्यटन का भी एक पसंदीदा गंतव्य बना देगी।”

फार्मास्युटिकल विभाग की सचिव श्रीमती एस. अपर्णा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि चिकित्सा उपकरण क्षेत्र एक तेजी से बढ़ता क्षेत्र है और इसे सही मायने में एक उभरते हुए क्षेत्र के रूप में पहचाना गया है। हम पीएलआई योजना, तमिलनाडु, मध्‍य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और उत्‍तर प्रदेश में 4 चिकित्‍सा उपकरण पार्कों सहित अनेक पहलों के माध्‍यम से इस क्षेत्र के लिए सहयोग करने में सक्षम हुए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि चिकित्सा उपकरण नीति अनुमोदन के अंतिम चरण में है और इसमें विभिन्न हितधारकों से प्रात जानकारियां शामिल हैं। उन्होंने उद्योग के सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी और उनसे फार्मा और मेडिकल उपकरण क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में काम करने का आग्रह किया।

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इस वर्ष, फार्मास्यूटिकल विभाग ने इंडिया फार्मा और इंडिया मेडिकल डिवाइसेस अवार्ड्स की छह मुख्य श्रेणियों की घोषणा की है: -लीडर श्रेणी, वर्ष की कंपनी, वर्ष का एमएसएमई, वर्ष का स्टार्टअप, नवाचार श्रेणी, सीएसआर श्रेणी। केन्‍द्रीय राज्य मंत्री ने विजेताओं को बधाई देते हुए और पुरस्कार प्रदान करते हुए कहा, “ यह पुरस्‍कार देश में निर्मित फार्मा और चिकित्‍सा उपकरणों के प्रदर्शन और उनकी गुणवत्‍ता के लिए एक उत्‍प्रेरक के रुप में काम करेंगे।”

इंडिया फार्मा एंड इंडिया मेडिकल डिवाइस 2022 पुरस्‍कार के विजेता निम्नलिखित हैं: –

इंडिया फार्मा एंड इंडिया मेडिकल डिवाइस 2022 पुरस्‍कार

क्र.सं.

श्रेणी

पुरस्‍कार

पुरस्‍कार  विजेता

रेंक

1

लीडर्स  श्रेणी पुरस्कार

इंडिया फार्मा लीडर ऑफ द ईयर

सिपला लिमिटेड

विजेता

इंडिया मेडिकल डिवाइसेस लीडर ऑफ द ईयर

पॉली मेडीक्‍योर लिमिटेड

विजेता

हेल्‍दीयम मेडटेक लिमिटेड

रनर-अप

ट्रांजेशिया बायो-मेडिकल्‍स लिमिटेड

दूसरे रनर अप  

2

कम्‍पनी ऑफ द ईयर पुरस्‍कार

इंडिया फार्मा (फॉरम्‍यूलेशन) कम्‍पनी ऑफ द ईयर

माइक्रो लैब्‍स लिमिटेड

विजेता

इंडिया मेडिकल डिवाइसेस कम्‍पनी ऑफ द ईयर  

ट्रिविट्रोन हेल्‍थकेयर

विजेता

नाइस नियोटेक मेडिकल सिस्‍टम्‍स प्राइवेट लिमिटेड

रनर अप

कनम लेटेक्‍स इंडस्‍ट्रीज प्राइवेट  लिमिटेड

दूसरे रनर अप

3

एमएसएमई श्रेणी पुरस्‍कार

इंडिया मेडिकल डिवाइस एमएसएमई ऑफ द ईयर

नाइस नियोटेक मेडिकल सिस्‍टम्‍स प्राइवेट लिमिटेड

विजेता

प्रीमियम हेल्‍थकेयर डिस्‍पोजेबल प्राइवेट लिमिटेड

रनर अप

एवीआई हेल्‍थकेयर प्राइवेट लिमिटेड

दूसरे रनर अप

4

स्‍टार्ट-अप श्रेणी

इंडिया मेडिकल डिवाइस स्‍टार्ट-अप ऑफ द ईयर

वेनगार्ड डायागनोस्टिक (प्राइवेट) लिमिटेड

विजेता

5

नवोन्‍मेष श्रेणी

इंडिया फार्मा इनोवेशन ऑफ द ईयर

ग्‍लेनमार्क फार्मास्‍यूटिकल्‍स  लिमिटेड

विजेता

इंडिया मेडिकल डिवाइस इनोवेटिव ऑफ द ईयर

मेरील लाइफ साइंस प्राइवेट लिमिटेड

विजेता

6

सीएसआर श्रेणी

इंडिया फार्मा सीएसआर कम्‍पनी ऑफ द ईयर

जायडस लाइफसाइंसेस लिमिटेड

विजेता

ग्‍लेनमार्क फार्मास्‍यूटिकल्‍स  लिमिटेड

रनर अप

ल्‍यूपिन लिमिटेड

दूसरे रनर अप

 

सम्मेलन में रसायन और उर्वरक मंत्रालय, फिक्की, इन्वेस्ट इंडिया के वरिष्ठ अधिकारी और विभिन्न फार्मा और चिकित्सा उपकरण कंपनियों के सीईओ भी उपस्थित थे।

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