दिल्ली कैंट में राजपूताना राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर के लिए नया पीएओ परिसर

रक्षा लेखा महानियंत्रक (सीजीडीए) श्री रजनीश कुमार ने आज दिल्ली छावनी में राजपूताना राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर (आरआरआरसी) के लिए वेतन लेखा कार्यालय (पीएओ) के नए कार्यालय भवन का उद्घाटन किया। इस दौरान जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी), दिल्ली क्षेत्र लेफ्टिनेंट जनरल वी के मिश्रा, पश्चिमी कमान के रक्षा लेखा के प्रधान नियंत्रक (पीसीडीए) श्री देवी राम नेगी और रक्षा लेखा विभाग (डीएडी) व भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

यह पीएओ पश्चिमी कमान के रक्षा लेखा के प्रधान नियंत्रक (पीसीडीए) के प्रशासनिक नियंत्रण में कार्य करता है। यह कार्यालय भारतीय सेना के राजपूताना राइफल्स रेजिमेंट के अधिकारी रैंक (पीबीओआर) से नीचे के कार्मिकों के 23,500 से अधिक व्यक्तिगत रनिंग लेजर खातों (आईआरएलए) को संभालता है और हर महीने लगभग 160 करोड़ रुपये के वितरण का प्रबंधन करता है। एक पीएओ जूनियर कमीशंड अधिकारियों (जेसीओ)/अन्य रैंकों) के पात्रता के अनुरूप उनके मासिक वेतन सहित विभिन्न दावों और भत्तों के ऑडिट व भुगतान के लिए जिम्मेदार है।

सीजीडीए ने अपने संबोधन में रक्षा लेखा विभाग की वित्तीय सलाह, भुगतान, लेखा और आंतरिक लेखा परीक्षा जैसे विभिन्न कार्यों के माध्यम से रक्षा लेखा विभाग की पूर्ण व्यावसायिक प्रक्रिया री-इंजीनियरिंग के लिए मौजूदा प्रयासों को रेखांकित किया। उन्होंने विभाग से मानवीय दृष्टिकोण के साथ वित्तीय प्रशासन की ओर बढ़ने का अनुरोध किया। श्री रजनीश कुमार ने आगे डीएडी की विभिन्न पहलों को रेखांकित किया। इनमें प्रबल, जिसे घरेलू विक्रेताओं को तेजी से भुगतान की सुविधा प्रदान करने के लिए डिजाइन किया जा रहा है व आत्मनिर्भर भारत की दिशा में भारतीय रक्षा उद्योग की सहायता की जा रही है और इसके साथ भारतीय सशस्त्र बलों के वेतन और भत्तों के प्रबंधन में दक्षता व पारदर्शिता लाने के लिए व्यापक वेतन प्रणाली (सीपीएस) शामिल हैं। 

यह भी पढ़ें :   31 साल की आयु तक भी दे पाएंगे अब यूजीसी नेट

यह भी बहुत गर्व की बात है कि पीएओ, पहले भारतीय ट्रैक व फील्ड व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता सूबेदार नीरज चोपड़ा के साथ-साथ दो अन्य ओलंपिक विजेताओं, जिन्होंने टोक्यो ओलंपिक में देश का नाम रोशन किया था, के लिए नियमित वेतन व भत्तों के संवितरण के लिए व्यक्तिगत रनिंग लेजर खाते का रखरखाव भी करता है।

पीएओ, नामांकन से लेकर सेवा समाप्ति तक व्यक्तिगत वेतन खातों का रखरखाव करता है। यह सुनिश्चित करता है कि सेना के जवानों के सभी स्थानांतरण/आवाजाही के बावजूद खाता एक कार्यालय में बना रहे। इसके अलावा उनकी पात्रता में विभिन्न परिवर्तनों, जो दैनिक भाग II आदेशों के माध्यम से खातों में वित्तीय प्रभाव को शामिल करने के लिए पीएओ को भेजे जाते हैं, को रिकॉर्ड कार्यालय और यूनिट की ओर से अधिसूचित किया जाता है, जहां वे सेवा दे रहे हैं।

यह भी पढ़ें :   खेल मंत्रालय से आर्थिक मदद मिलने के एक साल बाद यूपी के तीरंदाज नीरज चौहान भारत की एशियाई खेलों की टीम में शामिल

इस भवन का शिलान्यास मार्च 2020 में रक्षा सचिव श्री अजय कुमार ने किया था। इसका निर्माण पिछले दो वर्षों में कोविड महामारी से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद रिकॉर्ड समय में किया गया है।

इस नए भवन के निर्माण से पहले पीएओ (ओआरएस) आरआरआरसी का कार्यालय सीमित स्थान के साथ बैरक-टाइप की झोपड़ी वाले स्थान में कार्य कर रहा था। नया कार्यालय भवन अधिकारी रैंक से नीचे के कार्मिकों (पीबीओआर) की शिकायतों को दूर करने के लिए एकल खिड़की संचालन प्रणाली के साथ एक अलग स्वागत केंद्र के रूप में सेवा प्रदान करेगा। इसके अलावा इस कार्यालय को अगस्त 2021 से स्पर्श परियोजना को सफलतापूर्वक लागू करने वाला पहला पीएओ होने का गौरव भी प्राप्‍त है। इसके साथ ही यह जल्द ही जवानों के लिए नया इंटरएक्टिव वॉयस रिस्पांस सिस्टम (आईवीआरएस) को लागू करेगा। हाल ही में बेंगलुरू स्थित पीसीडीए ने इसको  प्रोटोटाइप और लॉन्च किया था।

 

 

******

एमजी/एएम/एचकेपी/वाईबी