केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री श्री अर्जुन मुंडा कल नासिक में एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय की आधारशिला रखेंगे

केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री श्री अर्जुन मुंडा और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने आज महाराष्ट्र के राज्यपाल श्री भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए विकास कार्यक्रम जनजातीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार को बढ़ावा देने पर केंद्रित हैं।

जनजातीय कार्य मंत्री श्री मुंडा कल नासिक के शिंदे में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय (ईएमआरएस) के निर्माण की आधारशिला रखेंगे। उन्होंने कहा, “एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय भारतीय आदिवासियों के लिए आदर्श आवासीय स्कूलों की सुविधा हेतु भारत सरकार की एक योजना है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि दूरस्थ जनजातीय क्षेत्रों में जनजातीय समुदाय के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके।” उन्होंने महाराष्ट्र के जनजातीय जिलों में अपने मंत्रालय के कार्यक्रम आदि आदर्श ग्राम योजना और इसके कार्यान्वयन के बारे में भी जानकारी दी।

श्री मुंडा ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री श्रीमती भारती प्रवीण पवार के साथ राज्यपाल से मुलाकात की और बताया कि जनजातीय कार्य मंत्रालय स्वास्थ्य मंत्रालय के सहयोग से जनजातीय समुदाय के लोगों में सिकल सेल रोग को रोकने और उसका उन्मूलन करने के लिए हर संभव कदम उठा रहा है। श्री मुंडा ने कहा, “प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जनजातीय कार्य मंत्रालय देश के जनजातीय समुदाय के हित में विभिन्न विकास परियोजनाएं चला रहा है।”

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राज्यपाल के साथ मुलाकात के बारे में, श्री मुंडा ने कहा, “हमने राज्यपाल को महाराष्ट्र में चल रहे जनजातीय समुदाय के कल्याण से जुड़े कार्यक्रमों के बारे में अवगत कराया और महाराष्ट्र में अनुसूची V वाले क्षेत्रों से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की।”

केंद्रीय मंत्री श्री मुंडा ने महाराष्ट्र के राज्यपाल के साथ चर्चा में जनजातीय क्षेत्रों के कारीगरों तथा कपड़ा एवं फैशन उद्योग से संबंधित लोगों के बीच ट्राइफेड के बैनर तले एक बैठक बुलाने का सुझाव दिया ताकि शहरी और महानगरीय क्षेत्रों में उत्पाद तैयार करने के साथ-साथ बाजार विकसित किया जा सके। उन्होंने कहा, “हमने यह भी चर्चा की कि राज्य सरकार एफआरए के क्षेत्र में काम कर रहे गैर-सरकारी संगठनों के साथ समन्वय कर सकती है।”

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श्री मुंडा ने कहा कि हमने जागरूकता फैलाने और सभी हितधारकों को प्रशिक्षित करने के लिए ग्राम सभा के सदस्यों के लिए अनुसूचित क्षेत्र प्रशासन, पेसा और एफआरए पर आयोजित एक-दिवसीय कार्यक्रम की संभावनाओं पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण मॉड्यूल पूरे राज्य में नियमित रूप से आयोजित किया जा सकता है।

बाद में, श्री अर्जुन मुंडा ने जनजातीय कार्य मंत्रालय की विभिन्न जनजातीय समुदाय के कल्याण से जुड़ी योजनाओं के संबंध में महाराष्ट्र जनजातीय कल्याण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। केंद्रीय मंत्री ने राज्य में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों के निर्माण कार्य की प्रगति की भी समीक्षा की। इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती पवार भी मौजूद थीं।

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