केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने अपनी गुजरात यात्रा के दूसरे दिन आज खेड़ा में 348 करोड़ रूपए की लागत से गुजरात पुलिस के लिए आवासीय और ग़ैरआवासीय परिसरों का उद्घाटन किया

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने अपनी गुजरात यात्रा के दूसरे दिन आज खेड़ा में 348 करोड़ रूपए की लागत से गुजरात पुलिस के लिए आवासीय और ग़ैर आवासीय परिसरों का उद्घाटन किया। कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल और केन्द्रीय मंत्री श्री देऊसिंह चौहान सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए।

इस अवसर पर अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि सरदार पटेल साहब की जन्मभूमि पर आकर मुझे हमेशा नई चेतना और ऊर्जा प्राप्त होती है क्योंकि पूरे भारत के नक्शे में उसी लौह पुरुष के कारण आज अखंड भारत की एक कल्पना हमारे समक्ष साकार हुई है। देश की आजादी के वक्त कई लोग सोच रहे थे कि 600 से ज्यादा रजवाड़ों के बीच यह देश किस तरह एक होगा और अगर सरदार साहब ना होते तो यह संभव भी ना होता। उन्होंने पूरे देश को एकजुट कर दिया। जूनागढ़ हो, जोधपुर हो, हैदराबाद हो या फिर लक्षद्वीप हो, देश को एकजुट करने का काम सरदार पटेल ने किया।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि देशभर की पुलिस फोर्स देश की आतंरिक सुरक्षा के लिए कटिबद्ध है। असंख्य नई चुनौतियों के सामने देश की पुलिस फोर्स ने अपने आपको अपग्रेड किया है। देश को तोड़ने वालों ने गलत इरादों के साथ कई षडयंत्र रचे, लेकिन अपने कौशल, देशभक्ति, सामर्थ्य और कर्तव्यनिष्ठा के कारण देश की पुलिस फोर्स ने उन लोगों को विफल करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि इस प्रयास में 35000 से ज्यादा पुलिस बल के लोगों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। आज इस कार्यक्रम के माध्यम से पूरे गुजरात के लोगों को यह कहना चाहता हूं कि अगर इन 35000 पुलिस के जवानों ने मातृभूमि के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान ना दिया होता, तो हम सलामत ना होते। शहीद हुए पुलिसकर्मी के परिवार की भरपाई करना नामुमकिन है, लेकिन देश के इतिहास में हर शहीद जवान की शहादत को सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा। 

श्री शाह ने कहा कि आज अनेक कार्यों का लोकार्पण हो रहा है। लगभग 348 करोड़ रूपए के खर्च से 57 अलग-अलग भवनों का लोकार्पण एक ही मंच से किया गया है। इनमें आईबी का ऑफिस, डॉग कैनल, परिवहन विभान भवन, वायरलेस वर्कशॉप, पुलिस बैरक, पुलिस डिस्पेंसरी, कोर्ट सुविधाएं, पुलिस स्टेशन और आवासीय परिसर सामिल हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 20 सालों में, 2001 में श्री नरेन्द्र मोदी जी के गुजरात का मुख्यमंत्री बनने से लेकर आज 2022 में श्री भूपेन्द्र पटेल जी के मुख्यमंत्री होते हुए, लगभग 3840 करोड़ रुपए खर्च कर 31,146 पुलिस जवानों को रहने के लिए मकान देने का काम हमारी सरकारों ने किया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने शक्ति पंचामृत यानी ज्ञान शक्ति, रक्षा शक्ति, जल शक्ति, जन शक्ति, ऊर्जा शक्ति के आधार पर गुजरात के विकास की नींव रखी है। 

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श्री अमित शाह ने कहा कि चाहे कोई भी त्यौहार हो, पुलिस का जवान हम सभी की सुरक्षा का जिम्मा उठाता है। रक्षाबंधन हो, दीवाली हो, होली हो, रथयात्रा हो या कोई अन्य त्योहार, पुलिस बल के जवान त्योहार मनाने की बजाय राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति को संभालने के लिए सड़क पर डटे रहते हैं। त्यौहार के दिन भी गुजरात पुलिस का जवान ट्रैफिक का संचालन करते हुए और लॉ एंड ऑर्डर ध्यान में रखते हुए परिस्थिति को नियंत्रण में रखने का काम करता है। रथयात्रा के दिन हम भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए मंदिर जाते हैं और रास्ते में खड़े रहते हैं लेकिन पुलिस के जवान को रथयात्रा का आनंद लेने की भी कोई छुट्टी नहीं होती है। उन्होंने कहा कि पुलिससकर्मियों का त्याग और बलिदान सभी विभागों के कर्मचारियों की तुलना में सर्वोपरि है, क्योंकि सभी विभागों के कर्मचारियों के काम करने का समय निर्धारित है, लेकिन पुलिस के जवानों के लिए कोई समय सीमा नहीं होती है। ये लोग 24 घंटे के लिए काम करते हैं, उनकी ड्यूटी ही इसी प्रकार की है। हम उसमें तो कोई परिवर्तन नहीं कर सकते हैं, किंतु इन 31000 जवानों को घर देकर हम इतना सुनिश्चित कर सकते हैं कि आप गुजरात का ध्यान रखो, गुजरात सरकार आपके परिवार का ध्यान रखने के लिए बैठी है। इन 31000 हजार परिवारों को घर देने के बाद आज मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि मैं भी गुजरात से ही केंद्र में गया हूं। आज मैं गर्व के साथ कह रहा हूं कि पुलिस सेटिस्फेक्शन रेशो में गुजरात पूरे देश में पहले नंबर पर है।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि कई सालों तक विपक्षी दलों की पिछली सरकारों ने समाज को आपस में लड़ाने, सांप्रदायिक हिंसा फैलाने और क़ानून-व्यवस्था की धज्जियां उड़ाने का काम किया। उसका परिणाम यह हुआ कि गुजरात में एक समय पर 365 दिन में से 200 दिन कर्फ्यू लगा रहता था। सुबह आदमी काम पर जाता था, तो शाम को वापस आएगा या नहीं, इसकी कोई गारंटी नहीं होती थी। कई दिनों तक बैंक, व्यापार, फैक्ट्रिया बंद रहते थे और आर्थिक नुकसान होता था। रथ यात्रा के समय तो ये समझ लेते थे कि हिंसा होगी ही। लेकिन गुजरात में हमारी सरकार आने के बाद रथयात्रा पर किसी ने हमला करने की कोशिश नहीं की है। हमारी पार्टी ने श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में गुजरात को सुरक्षित करने की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि अपनी युवावस्था के दिनों में उन्होंने देखा कि जहां पोरबंदर की शुरुआत होती है, वहां बोर्ड था कि लॉ एंड ऑर्डर समाप्त हो रहा है और पोरबंदर की सीमा शुरुआत हो रही है और पोरबंदर में स्मगलर और माफियाओं का राज चलता था। श्री शाह ने कहा कि पोरबंदर के माफियाओं के लिए पोरबंदर जेल शुरू करने का काम हमारे वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने किया था। उन्होंने ऐसा संदेश भेजा था कि कच्छ की सीमाओं से घुसपैठ, हथियारों, नकली नोटों और आरडीएक्स की स्मगलिंग करने वालों को आगे बढ़ने से रोका जाए। आज कच्छ की सीमा से एक इंच अंदर घुसने की भी हिम्मत कोई नहीं कर सकता।

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श्री अमित शाह ने कहा कि सीमावर्ती राज्य होने के बावजूद गुजरात को बिल्कुल भी तुष्टिकरण किए बिना शांति की स्थापना करने में सफलता मिली है। इतनी लंबी समुद्री सीमा, पाकिस्तान के साथ जुड़ी इतनी लंबी सरहदें होने के बावजूद भी किसी की हिम्मत नहीं है कि गुजरात की शांति को भंग कर पाए। उन्होंने कहा कि अभी अभी भारत सरकार ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के माध्यम से सभी राज्यों की पुलिस को एकसाथ जोड़कर नारकोटिक्स के ख़िलाफ़ एक मुहिम शुरू की है। आज नारकोटिक्स के विरुद्ध लड़ाई में गुजरात में पूरे देश को राह दिखाई है। गुजरात पुलिस के कई यूनिट जैसे चेतक कमांडो, एटीएस पुलिस, तटवर्तीय पुलिस स्टेशन, मरीन ट्रांसपोर्ट का पूरा एक ऐसा नेटवर्क बन गया है, जिसने आतंकवाद, देशविरोधी गतिविधियां और सांप्रदायिक हिंसा फैलाने के साथ-साथ देश में घुसपैठ करने वाले तत्वों को रोककर गुजरात को सुरक्षित किया है। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक सद्भावना बनाए रखना, लॉ एंड ऑर्डर तोड़ने के लिए हो रहे अलग अलग आंदोलन, समुद्री सुरक्षा, अपराध के बदल रहे स्वरूप, साइबर क्राइम, फाइनेंशियल अपराध, नारकोटिक्स, स्मगलिंग, ये सब होते हुए भी गुजरात पुलिस ने भी इनसे दो कदम आगे रहने की नीति रखी।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि गुजरात में टीकाकरण करना हो, मुफ्त में गरीबों को अन्न पहुंचाना हो, ढांचागत संरचना का विकास करना हो, कोयले की कमी के बावजूद बिजली की आपूर्ति में कटौती ना करना हो, गुजरात में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश चालू रखना हो, या फिर गुजरात को औद्योगिक क्षेत्र में नंबर वन बनाना हो, सरकार ने अनेक प्रयास करके श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा शुरू की गई परंपरा को आगे बढ़ाया है। प्रधानमंत्री जी द्वारा शुरू की गई सभी योजनाओं के क्रियान्वयन के मामले में गुजरात शत प्रतिशत टारगेट के साथ पूरे देश में नंबर वन है और इसीलिए नरेंद्र मोदी मॉडल को भूपेंद्र पटेल जी के नेतृत्व में अमल में आते हुए पूरा देश आश्चर्य के साथ देख रहा है।

 

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