भगवान बुद्ध के चार कपिलवस्तु पवित्र अवशेष आज 11 दिवसीय प्रदर्शनी के लिए मंगोलिया पहुंचे। ये पवित्र अवशेष केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री श्री किरेन रिजिजू के नेतृत्व में 25 सदस्यीय शिष्टमंडल के साथ वहां पहुंचे हैं। इन पवित्र अवशेषों का बहुत श्रद्धा और औपचारिक धूमधाम के साथ उल्लनबातार अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मंगोलिया की संस्कृति मंत्री, सुश्री च नोमिन, सांसद/भारत मंगोलिया मैत्री समूह की अध्यक्ष सुश्री सरंचिमेग, मंगोलिया के राष्ट्रपति के सलाहकार श्री खांबा नोमुन खान, अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ बड़ी संख्या में बौद्ध भिक्षुओं द्वारा स्वागत किया गया।
इस अवसर पर केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री श्री किरेन रिजिजू ने कहा कि इन पवित्र अवशेषों के भारत से मंगोलिया आने पर भारत और मंगोलिया के बीच ऐतिहासिक संबंध और भी सुदृढ़ होंगे।
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि शिष्टमंडल के माध्यम से भारत भगवान बुद्ध के शांति संदेशों को विश्व तक पहुंचा रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि गंदन मठ में बुद्ध की मुख्य प्रतिमा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2015 में मंगोलिया के लोगों को उपहार में दी गई थी तथा इसे 2018 में संस्थापित किया गया।
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि मंगोलिया के लोग भारत के साथ मजबूत संबंधों से प्रसन्न हैं तथा वे भारत को ज्ञान के एक स्रोत के रूप में देखते हैं। उन्होंने कहा कि मंगोलिया के लोगों के दिल और दिमाग में भारत का एक विशेष स्थान है।
In a landmark step for India-Mongolia relations,a 25-member Indian delegation led by Union Minister @KirenRijiju reached Ulaanbaatar, Mongolia with the holy relics of Lord Buddha. pic.twitter.com/hH9ubFM76m
इसके बाद पवित्र अवशेषों का स्वागत गंदन मठ में प्रार्थना तथा बौद्ध मंत्रोच्चार के साथ किया गया। बड़ी संख्या में मंगोलिया के लोगों ने एकत्र होकर भगवान के पवित्र अवशेषों के प्रति सम्मान प्रकट किया। इन पवित्र अवशेषों को गंदन मठ के बौद्ध भिक्षुओं की उपस्थिति में कल से आरंभ हो रही 11 दिनों की प्रदर्शनी के लिए सुरक्षित रखने के लिए गंदन मठ को सौंप दिया गया।
इससे पूर्व, कल शाम ये पवित्र अवशेष पारंपरिक समारोह के बाद शिष्टमंडल के साथ दिल्ली से रवाना हो गए। ये पवित्र अवशेष संस्कृति मंत्रालय के राष्ट्रीय संग्रहालय में रखे गए 22 विशेष पवित्र अवशेषों से संबंधित हैं।
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