Indian Railway: रेलकर्मी ने किया 25 साल तक महिला का शोषण।

शादी का झांसा देकर रेलकर्मी ने किया महिला का शोषण, पत्नी के होते हुए भी 25 साल रहा साथ, थाने पहुंचा मामला
Rail News Kota. एक रेल कर्मचारियों द्वारा एक महिला का शारीरिक शोषण करने का मामला सामने आया है। पत्नी के होते हुए भी यह कर्मचारी इस महिला के साथ करीब 25 साल तक साथ रहा। महिला ने इस रेल कर्मचारियों के खिलाफ बोरखेड़ा थाने में धोखाधड़ी से शारीरिक शोषण का मामला दर्ज कराया है।
अपने बयान में बारां रोड बजरंग नगर निवासी महिला ने बताया कि वह पहले रेलवे कॉलोनी स्थित तुलापुर में रहती थी। यहां उसका पति शराब पीकर आए दिन उससे मारपीट करता था। इस दौरान वर्कशॉप में कार्यरत पूनम कॉलोनी निवासी मोहन सिंह उसके संपर्क में आया। यहां सहानुभूति दिखाते हुए मोहन सिंह ने उसके सामने शादी का प्रस्ताव रखा। पति से दुखी उसने यह प्रस्ताव स्वीकार कर लिया। इसके बाद वह दोनों शहर में कई जगह किराए के मकान में पति-पत्नी की तरह रहे। इस दौरान उसने मोहन पर कई बार शादी के लिए दबाव डाला। पर मोहन कोई न कोई बहाना बनाकर शादी की बात टाल जाता। इसके बाद उसे मोहन के शादीशुदा और चार बच्चों का पिता होने का पता चला। इसके बाद मोहन पहली पत्नी को तलाक देकर उससे शादी की बात कहने लगा।
पहली पत्नी ने की रेलवे में शिकायत
इधर, पत्नी ने दूसरी महिला के साथ रहने पर मोहन की शिकायत रेलवे में कर दी। रेलवे द्वारा इस मामले में मोहन को चार्ज शीट भी थमाई गई। चार्ज शीट मिलने के बाद भी मोहन महिला के साथ राहत रहा, लेकिन पहली पत्नी द्वारा उसकी नौकरी खाने की धमकी की बात कह कर मोहन शादी की बात टालता रहा। इस दौरान मोहन ने कई बार उसका गर्भपात भी कराया।
रिटायरमेंट के बाद तोड़े संबंध
महिला ने बताया कि मोहन सिंह का 31 अक्टूबर को रिटायरमेंट हो गया। इसके बाद मोहन सिंह ने घर आना तो दूर उसका फोन तक उठाना बंद कर दिया। मोहन सिंह अभी अपनी पहली पत्नी के साथ ही रह रहा है। इसके बाद धोखाधड़ी का शिकार होने का पता चलते ही उसने 2 नवंबर को बोरखेड़ा थाने में मोहन सिंह के खिलाफ शारीरिक शोषण का मामला दर्ज करवा दिया।
डेढ़ महीने में नहीं हुई कार्रवाई
महिला ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी पुलिस ने मोहन सिंह के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद उसने शहर पुलिस अधीक्षक और एडिशनल एसपी को भी मामले की शिकायत की। लेकिन इसके बाद भी मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
महिला ने बताया कि पुलिस द्वारा डेढ़ महीने में भी कोई कार्रवाई नहीं करने पर उसने बुधवार को कोर्ट में इस्तखासा दायर किया है। मामले में अगली सुनवाई अब 18 दिसंबर को होगी। इस दौरान मोहन सिंह द्वारा कोटा में खारिज होने के बाद जयपुर से अग्रिम जमानत के प्रयास कि जा रहे हैं। इस मामले में कई बार प्रयास के बाद भी मोहन सिंह से बात नहीं हो सकी। वहीं बोरखेड़ा थाना अधिकारी जितेंद्र सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।