Indian Railways:शौचालय के टूटे कुंडी-दरवाजे, गटर जाम, खुले में शौच को मजबूर रेलकर्मियों की पत्नियों ने जीएम के समक्ष जताई नाराजगी

शौचालय के टूटे कुंडी-दरवाजे, गटर जाम, खुले में शौच को मजबूर रेलकर्मियों की पत्नियों ने जीएम के समक्ष जताई नाराजगी

Rail News. पश्चिम-मध्य रेलवे महाप्रबंधक (जीएम) शोभना बंदोपाध्याय ने गुरुवार को कोटा-चित्तौड़गढ़ रेल खंड का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पारसोली स्टेशन पर रेल कर्मचारियों की पत्नियों ने रेलवे कॉलोनी की खराब हालत के लिए शोभना के समक्ष अपनी नाराजगी जताई। एक ज्ञापन सौंपते हुए महिलाओं ने शोभना को अवगत कराया की मकानों के शौचालयों तक के कुंडी-दरवाजे टूटे हुए हैं। गटर पूरी तरह जाम है। इसके चलते शर्मनाक हालातो के बीच उन्हें शौच के लिए बाहर खुले में जाना पड़ता है। महिलाओं ने शोभना को अवगत कराया की इसके अलावा कॉलोनी में पानी की सबसे बड़ी समस्या है। यहां पर पानी कभी भी समय पर नहीं मिलता। जो पानी मिलता है उसकी गुणवत्ता भी ठीक नहीं है। इसके चलते परिवार में कोई ना कोई सदस्य हमेशा बीमार रहता है। इसके अलावा बारिश में मकान की छत भी लगातार टपकती रहती है। इसके चलते बहुत ज्यादा परेशानी उठानी पड़ती है। घर का पूरा सामान खराब हो जाता है। लगातार पानी टपकने रहने से ठीक से सो भी नहीं पाते हैं। इसके अलावा यहां चूहों ने पूरा फर्श खोद डाला है। इसकी मरम्मत तक नहीं हो रही है।

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जीएम पहुंची तो शुरू हुई पुताई

इसके अलावा महिलाओं ने शोभना को अवगत कराया की यहां बरसों से रेलवे आवासों की पुताई तक नहीं हुई है। अब आपके आने पर यहां पुताई करवाई जा रही है। रेलवे कॉलोनी में भी कभी सफाई नहीं होती। नियमित सफाई के अभाव में नालियां जाम रहती हैं और जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे रहते है। इसके चलते यहां पर बड़ी मात्रा में मच्छर मौजूद है। इससे हमेशा बीमारियों का खतरा बना रहता है। इसके अलावा पूरी कॉलोनी में बच्चों को खेलने के लिए एक भी पार्क नहीं है।

अधिकारी देते हैं झूठा आश्वासन

महिलाओं ने शोभना को अवगत कराया की सैंकड़ो शिकायतों के बाद भी अधिकारी कभी रेलवे कॉलोनी की सुधार तक नहीं लेते। हर शिकायत पर काम करने का झूठा आश्वासन देते हैं। बाद में कभी फंड तो कभी टेंडर नहीं होने का बहाना लगते हैं।

इसके बाद शोभना ने कर्मचारियों को मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिलने पर अपनी नाराजगी जताते हुए मौके पर ही अधिकारियों को 7 दिन में व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए।

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कल सवाई माधोपुर का दौरा

निरीक्षण के बाद शोभना गुरुवार को चित्तौड़गढ़ में ही रुक गईं। शुक्रवार को शोभना उदयपुर जाएंगी। यहां पर शोभना उत्तर-पश्चिम रेलवे अधिकारियों के साथ बैठक में शामिल होंगी। इस बैठक में सुरक्षा कवच पर चर्चा की जाएगी। इसके बाद शोभना का पैसेंजर ट्रेन में लगे सेलून से शनिवार जल्द सुबह कोटा पहुंचने का कार्यक्रम है। कोटा से शोभना स्पेशल ट्रेन से माधोपुर पहुंचेंगी। सवाई माधोपुर निरीक्षण के बाद शोभना रात को दयोदय ट्रेन में जबलपुर लौट जाएंगी।

धीमी गति पर जताई नाखुशी

पारसोली से पहले शोभना ने बूंदी और मांडलगढ़ स्टेशनों का भी निरीक्षण किया। यहां पर शोभन ने विशेष तौर से अमृत भारत योजना के तहत पुनर्विकास कार्यों का जायजा लिया। यहां धीमी गति पर नाखुश नजर आईं शोभना ने अधिकारियों और ठेकेदारों को गुणवत्ता के साथ काम को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि बून्दी में 7.82 करोड़ एवं मांडलगढ़ में 4.48 करोड़ रुपए की लागत से स्टेशनों का विकास किया जा रहा है।