Indian railways: आत्महत्या के लिए युवक ने रेल पटरी पर रखा सर, ट्रेन की टक्कर से हुआ घायल, बाल बाल बची जान
Rail News: कोटा-सवाईमाधोपुर रेलखंड स्थित कापरेन स्टेशन पर गुरुवार को आत्महत्या के लिए एक युवक ने अपना सर रेल पटरी पर रख दिया। लेकिन गनिमत रही की युवक की जान बच गई। ट्रेन की टक्कर से युवक घायल हो गया। युवक का इलाज कोटा एमबीएस अस्पताल में चल रहा है।
मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि करीब 24 साल का एक युवक काफी देर से स्टेशन पर घूम रहा था। एक मालगाड़ी आता देख दौड़कर युवक प्लेटफार्म के पास ही रेलपटरी पर सर रखकर ट्रेक के बीच में लेट गया। यह देखकर चालक ने लगातार हॉर्न बजाकर युवक को पटरी से हटने के लिए चेताया। लेकिन युवक हिला तक नहीं। यह देखकर चालक ने आपातकालिन ब्रेक लगाकर ट्रेन रोकने का प्रयास किया। लेकिन रुकते-रुकते भी ट्रेन युवक के सर से जा टकराई। इस टक्कर से युवक पटरी के बीच में और ट्रेन के नीचे फंस गया। पहिए की चपेट में नहीं आने से युवक की जान बच गई। इसके बाद में रेल कर्मचारियों ने खड़ी ट्रेन के नीचे से निकाल कर युवक को प्लेटफार्म पर पहुंचाया। यहां से युवक को १०८ एंबुलेंस की मदद से युवक को कोटा एमबीएस अस्पताल भिजवा दिया।
कोटा में करता था काम
युवक की जैब से आधार कार्ड और उसके पापा तथा चाचा के मोबाइल नंबर बरामद हुए हैं। आधार कार्ड में युवक का नाम विक्रम गोस्वामी लिखा हुआ है। पता बिहार जिला ठगरिया लिख हुआ है। साथ ही एक टूटा हुआ मोबाइल भी बरामद हुआ।
बरामद मोबाइल नंबरों पर फोन करने पर मुकेश गोस्वामी से बात हुई। मुकेश ने बताया कि विक्रम उसका भतीजा है। एक घंटे पहले ही उसकी बात हुई थी। विक्रम 7-8 महिने से कोटा में ही कही रहकर वैल्डिंग का काम करता था। विक्रम ठेकेदार द्वारा मार्च-अप्रेल में पैसे देने की बात कह रहा था। इसके बाद उसने विक्रम के ठेकेदार से बात करने की कौशिश की। लेकिन बाद में विक्रम का फोन नहीं लगा। इसके बाद कापरेन से किसी ने फोन करने घटना की जानकारी दी। विक्रम कापरेन कैसे पहुंचा इसके बारे में पता नहीं है। हो सकता है उसका काम कापरेन के आसपास चल रहा हो।
जीआरपी को नहीं मामले की जानकारी
एमबीएस चौकी पुलिस ने बताया कि युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। युवक अभी बयान देने की स्थिति में नहीं है। परिजनों के पहुंचने के बाद ही युवक की पहचान हो सकेगी। कोटा जीआरपी को मामले की सूचना दे दी गई है। वहीं मामले में कोटा जीआरपी ने बताया कि उसके पास फिलहाल घटना की कोई सूचना नहीं है। घटना के बाद कापरेन में सिविल पुलिस भी पहुंच गई थी।
गर्दन पटरी पर होती तो नहीं बचता युवक
कर्मचारियों ने बताया कि गनिमत रही की युवक ने अपना सिर पटरी पर रखा। अगर गर्दन रखी होती तो युवक नहीं बचता। इंजन की टक्कर से फिसलकर सिर पटरी से हट गया। जब कि गर्दन होती तो यह पहियों की चपेट में आ जाती और युवक की मौत हो सकती थी। कर्मचारियों ने भी युवक को पटरी से हटाने की पूरी कौशिश की। लेकिन तेज रफ्तार से ट्रेन आती देख कर्मचारी युवक के पास नहीं पहुंच सके।