Indian Railways : विजिलेंस पूछताछ के बाद अचेत हुआ रेलकर्मी

Indian Railways : विजिलेंस पूछताछ के बाद अचेत हुआ रेलकर्मी

Kota Rail News : विजिलेंस पूछताछ के बाद घर जाते समय मंगलवार को एक रेल कर्मचारी रास्ते में बेहोश हो गया। कमजोरी का इलाज घर पर चल रहा है।
सूत्रों ने बताया कि कर्मचारी का नाम रवि प्रकाश है। यह वाणिज्य विभाग में क्लर्क है। रवि की ड्यूटी इन दिनों अटरू कवाई स्थित एक निजी पावर प्लांट में लगी हुई है। यहां रवि का काम कोयले की मालगाड़ियों का हिसाब-किताब करना है।
सूत्रों ने बताया कि रवि को विजिलेंस ने कोटा बुलवाया था। नाइट ड्यूटी कर रवि सुबह कोटा पहुंचा था। जहां पर विजिलेंस ने रवि से लगातार चार-पांच घंटे तक पूछताछ की तथा कुछ कागजातों पर हस्ताक्षर कराने की भी कोशिश की। इस बात को लेकर दोनों में बहस भी हुई थी। इसके बाद रवि ने विजिलेंस को मामले की शिकायत उच्चाधिकारियों से करने की बात कही। इसके बाद मामला जैसे तैसे शांत हुआ।
बस में हुई तबीयत खराब
इसके बाद रवि बस में बैठकर वापस अटरू लौट रहा था। इसी दौरान रवि की तबीयत खराब हो गई। इसके बाद रवि नमाना में ही उतर गया। यहां पर रवि अचानक बेहोश हो गया। इस दौरान मौके पर मौजूद लोगों ने रवि को होश में लाने के काफी प्रयास किए। कुछ होश आने पर रवि ने अपने साथियों को मामले की जानकारी दी। इसके बाद मौके पर पहुंचे साथी कर्मचारी रवि को लेकर पावर प्लांट स्थित उसके मकान पर पहुंचे। यहां पर रवि को कुछ दवाइयां दी गई। इसके बाद रवि की हालत में सुधार हुआ
सूत्रों ने बताया कि रवि को दौरे पड़ने की बीमारी है। इसके चलते रवि अपने पास भी गोलियां रखता है। लेकिन समय नहीं मिलने के कारण रवि यह गोलियां नहीं खा सका।
बाद में सूचना के बाद परिजनों ने साथी कर्मचारियों को रवि की दवाइयों के बारे में जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि रवि झांसी का रहने वाला है। रवि यहां फिलहाल अकेला रह रहा है।
सूचना मिलने पर परिजन झांसी से रवाना हो चुके हैं।
सूत्रों ने बताया कि रवि पहले ड्राइवर था। लेकिन बीमारी के चलते रवि मेडिकल फेल हो गया थी। इसके बाद रवि को वाणिज्य विभाग में लगा दिया गया।
ऑडिट के मामले में पूछताछ
सूत्रों ने बताया कि विजिलेंस रवि से ऑडिट के मामले में पूछताछ की कोशिश कर रही थी। कुछ महीनों पहले केंद्र सरकार के एक ऑडिट विभाग ने पावर प्लांट में रेलवे वाणिज्य विभाग के कार्यों की जानकारी ली थी। रवि के ड्यूटी ज्वाइन करने के समय ही यह ऑडिट हुई थी। विजिलेंस द्वारा रवि से इससे संबंधित कुछ कागजात भी मांगे गए थे।