मानव सेवा ही परम धर्म है। – शिवरतन अग्रवाल

मानव सेवा ही परम धर्म है। – शिवरतन अग्रवाल

लॉयन्स क्लब गंगापुर सिटी द्वारा आयोजित अन्नदान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अन्नदान पुण्य का कार्य हैं दान एक ऐसा कार्य है, जिसके जरिए हम न केवल धर्म का ठीक-ठीक पालन कर पाते हैं बल्कि अपने जीवन की तमाम समस्याओं से भी निकल सकते हैं. आयु, रक्षा और सेहत के लिए तो दान को अचूक माना जाता है. जीवन की तमाम समस्याओं से निजात पाने के लिए भी दान का विशेष महत्व है. दान करने से ग्रहों की पीड़ा से भी मुक्ति पाना आसान हो जाता है।
जो व्यक्ति प्रतिदिन विधिपूर्वक अन्नदान करता है वह संसार के समस्त फल प्राप्त कर लेता है। अपनी सामर्थ्य एवं सुविधा के अनुसार कुछ न कुछ अन्नदान अवश्य करना चाहिए। इससे परम कल्याण की प्राप्ति होती है। विशेष रूप से अन्न का दान जीवन में सम्मान का कारक होता है। अतः जरूरतमंदों को अन्न का दान करना चाहिएए अन्न दान से समस्त पापों की निवृत्ति होकर इस लोक और परलोक में सुख प्राप्त होता है।

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सभापति अग्रवाल ने कार्यक्रम एवं उत्सवों में उनके स्वागत सत्कार में जो राशि खर्च की जाती हैं उसके लिये कहा कि में आपके परिवार का सदस्य हु मेरे स्वागत सत्कार में राशि खर्च न करें इससे बढ़िया है कि उस राशि को जनहित के कार्यों में लगाये जैसे अपने परिक्षेत्र में पेड़ लगाये अनाथ बालिकाओं की शिक्षा का खर्च उठाये किसी गरीब तबक़े का सहारा बने ओर जहां धर्मार्थ का कार्य हैं वहाँ खर्च करे।