कोयला मंत्रालय ने विशेष अभियान 2.0 के तहत विविध कार्यकलाप आरंभ किए

कोयला मंत्रालय ने इस वर्ष 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2022 तक विशेष अभियान 2.0 आरंभ किया है। इस अभियान के दौरान, मुहिम की निगरानी और कार्यान्वयन के लिए मंत्रालयों/ विभागों के अतिरिक्त प्रक्षेत्र/बाहरी कार्यालयों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

विशेष अभियान का आयोजन दो चरणों में किया जा रहा है :

• 14 सितंबर, 2022 से 30 सितंबर, 2022 तक तैयारी का चरण एवं

• 2 अक्टूबर, 2022 से 31 अक्टूबर 2022 तक कार्यान्वयन चरण

कोयला मंत्रालय ने विशेष स्वच्छता अभियान के लिए देश भर में विभिन्न कोलफील्ड क्षेत्रों में 340 स्थलों की पहचान की है। इस अभियान के दौरान निपटान के लिए बड़ी मात्रा में स्क्रैप की भी पहचान की गई है।

यह भी पढ़ें :   ‘जनजातीय गौरव दिवस’ और ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत नगालैंड के कोहिमा में नगा जनजातियों के लिए ‘गुलेल प्रतियोगिता’ का आयोजन

कोयला मंत्रालय के कोल फील्ड कार्यालयों को विशेष अभियान 2.0 के तहत सौन्दर्यपरक रूप प्रदान किया जा रहा है।

 

 

स्क्रैप और अपशिष्ट निपटान से खाली किए गए स्थान का उपयोग पार्किंग स्पेस, ऑफिस सिटिंग व्यवस्थाओं, भंडारण, पौधरोपण, चौड़े मार्गों जैसे विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जा रहा है।

सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) (बीएंडके तथा कथारा एरिया) के दो स्थलों को डीडी न्यूज द्वारा 13.10.2022 को फिल्माया गया तथा रांची के सीसीएल मुख्यालय कार्यालय को 14.10.2022 को फिल्माया गया।

स्वच्छता अभियान के तहत विशेष अभियान 2.0 के आयोजनों के एक हिस्से के रूप में, टीम सीसीएल द्वारा बीएंडके क्षेत्र में एक अतिथि गृह में सक्रैप, निपटान की गई वस्तुओं, टायरों, पाइपों, कार्ट, आदि के उपयोग से एक उद्यान का विकास किया गया। इस अनूठी पहल की अपशिष्ट प्रबंधन की दिशा में एक कदम के रूप में सराहना की गई।

यह भी पढ़ें :   DDU शुरू करेगा नीरज चोपड़ा के सम्मान में फेलोशिप

यह कोयला कंपनियों द्वारा प्रस्तावित इको-पार्क एवं अन्य उद्यानों को विकसित किए जाने की एक प्रायोगिक पहल थी। इसे खानों के सतत विकास में योगदान किए जाने के एक प्रयास के रूप में माना जा सकता है और 3आर (रिड्यूस-रियूज-रिसाइकिल) अवधारणा के सर्वोत्तम उदाहरणों में से एक है जोकि अपशिष्ट संपत्ति के प्रबंधन से जुड़े कदमों का परिणाम है। इस पहल को स्वच्छ भारत अभियान की दिशा में कोयला मंत्रालय में सर्वोत्तम प्रचलनों में से एक के रूप में दर्ज किया गया।

********

एमजी/एएम/एसकेजे/डीवी