संस्कृति मंत्रालय ‘कलाकारों के लिए पेंशन और चिकित्सा सहायता की योजना’ का संचालन करता है। इस योजना का उद्देश्य वैसे वृद्धजन कलाकारों और विद्वानों की वित्तीय व सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार करना है, जिन्होंने कला व लेखन आदि के अपने विशिष्ट क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, लेकिन निर्धनता की स्थिति में हैं। इस योजना का लाभ उन पात्र लाभार्थियों (पेशेवर और गैर-पेशेवर कलाकारों, दोनों) को दिया जा रहा है, जिनकी आयु 60 साल से अधिक है और जिनकी वार्षिक आय 48,000 रुपये से कम है। इसके अलावा संस्कृति मंत्रालय ‘कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए छात्रवृत्ति और फैलोशिप की योजना’ नाम से एक योजना को भी संचालित करता है। इसके निम्नलिखित तीन घटक हैं :
उपरोक्त के अलावा प्रदर्शन सूची अनुदान और सांस्कृतिक समारोह प्रोडक्शन अनुदान आदि जैसी अन्य योजनाओं के जरिए पेशेवर व गैर- पेशेवर कलाकारों को भी वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
यह जानकारी केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी ने आज राज्यसभा में दी।
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एमजी/एएम/एचकेपी