आखिर विपक्षी दल भारत को किस दिशा में ले जाना चाहते हैं?

कांग्रेस पंजाब में उत्तर प्रदेश, बिहार और दिल्ली के लोगों को घुसने नहीं देगी तो अरविंद केजरीवाल स्वतंत्र देश पंजाब का प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं।
आखिर विपक्षी दल भारत को किस दिशा में ले जाना चाहते हैं?
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कांग्रेस शासित प्रदेश राजस्थान के राज्य लोक सेवा आयोग की सदस्य डॉ. मंजू शर्मा के पति और देश के जाने माने कवि कुमार विश्वास ने कहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल अब स्वतंत्र देश पंजाब का प्रधानमंत्री बनने का षडय़ंत्र रच रहे हैं। इस षडय़ंत्र की जानकारी खुद केजरीवाल ने मुझे (कुमार विश्वास) को दी है। कुमार विश्वास ने एक न्यूज एजेंसी को दिए बयान में कहा सांसद भगवंत मान तो एक मोहरा है। असल तौर पर तो केजरीवाल ही पंजाब के मुख्यमंत्री बनेंगे। मैंने जब पंजाब में अलगाववाद का जिक्र किया तो केजरीवाल ने कहा कि मैं स्वतंत्र देश का प्रधानमंत्री बन जाऊंगा।
सब जानते हैं कि कुमार विश्वास आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। केजरीवाल और कुमार दोनों अच्छे दोस्त रहे हैं, लेकिन अब कुमार विश्वास अलग हैं। कुमार विश्वास की बातों पर विश्वास किया जाए तो आप को बहुमत मिलने पर अरविंद केजरीवाल ही पंजाब के मुख्यमंत्री बनेंगे और फिर अलगाववाद का फायदा उठाकर पंजाब को स्वतंत्र देश घोषित कर स्वयं को प्रधानमंत्री घोषित कर देंगे। केजरीवाल का यह सपना पूरा होगा या नहीं, लेकिन यह सत्य है कि पंजाब में इन दिनों खालिस्तान समर्थक सक्रिय हैं।
किसान आंदोलन की आड़ में भी खालिस्तान समर्थक सक्रिय देखे गए थे। पंजाब के मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी आतंकियों के सक्रिय होने की बात स्वीकारी थी। पंजाब की सीमा पाकिस्तान से लगी हुई है, इसीलिए पाकिस्तानी ड्रोन भी पंजाब में उड़ते देखे गए। यदि अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बनते हैं तो अलगाववादियों पर नियंत्रण करने के बजाए और हवा देंगे, ताकि पंजाब को भारत से अलग किया जा सके।
इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अरविंद केजरीवाल किस मानसिकता से पंजाब में अपनी पार्टी के लिए वोट मांग रहे हैं। यहां पर उल्लेखनीय है कि दिल्ली में अधिकांश शक्तियां उपराज्याल के पास होती है, जबकि पंजाब में मुख्यमंत्री के पास सभी अधिकार होते हैं। पुलिस भी मुख्यमंत्री के अधीन होगी। अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री होंगे तो पंजाब के हालातों का अंदाजा लगाया जा सकता है। एक ओर अरविंद केजरीवाल स्वतंत्र देश पंजाब के प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं तो दूसरी ओर कांग्रेस सरकार के मौजूदा मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी उत्तर प्रदेश, बिहार और दिल्ली के लोगों को पंजाब में घुसने नहीं देने की बात कह रहे हैं। गंभीर बात तो यह है कि चन्नी ने यह बयान 16 फरवरी को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की मौजूदगी में दिया।
चन्नी यूपी, बिहार और दिल्ली के लोगों को रोकने की बात कर रहे थे, तब प्रियंका गांधी हँस रही थीं। कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में चन्नी को ही मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किया है। यानी बहुमत मिलने पर चन्नी ही कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री होंगे। तो क्या चन्नी मुख्यमंत्री रहते हुए यूपी, बिहार और दिल्ली के लोगों को पंजाब में घुसने नहीं दिया जाएगा? विपक्षी दलों की ऐसी मानसिकता को देखते हुए सवाल उठता है कि आखिर देश किस दिशा में जा रहा है?
80 के दशक में भी पंजाब में आतंकवाद चरम पर था, तब भी पंजाब को स्वतंत्र देश बनाने की साजिश हो रही थी। लेकिन तब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सख्ती से मुकाबला किया। इस सख्ती की वजह से इंदिरा गांधी को अपनी जान भी गंवानी पड़ी। अफसोसनाक बात तो यह है कि अब कांग्रेस ही पंजाब को फिर से आतंकवाद की ओर धकेलना चाहती है। आज पंजाब में देशभक्ति को मजबूत करने की सख्त जरूरत है।