Indian Railways: जूनाखेड़ा-इकलेरा रेल खंड से बिजली के तार चोरी, एक साल से ट्रेन चलने का इंतजार
Rail News: रामगंजमंडी-भोपाल रेल परियोजना स्थित सूने पड़े जूनाखेड़ा-इकलेरा-घाटोली रेलखंड में चोरियां होने लगी हैं। पिछले दिनों यहां बनी सुरंग से चोर लाखों रुपए के बिजली के तार चोरी कर ले गए। रिपोर्ट दर्ज कर आरपीएफ मामले की जांच कर रही है। मामले में आरपीएफ द्वारा एक आरोपी को भी गिरफ्तार किए जाने की बात कही जा रही है। इसके अलावा यहां रेलवे संपत्ती की चोरी रोकने के लिए गश्त भी बढ़ाई गई है।
इस रेख खंड पर चोरी होने की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी यहां से चोर लाखों रुपए मूल्य के बिजली के तार (ओएचई) काट ले गए थे। बाद मेें इस मामले में भोपाल तक से आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था।
एक साल से ट्रेन चलने का इंतजार
उल्लजेखनीय है कि जूनाखेड़ा से इकलेरा तक रेलखंड एक साल से अधिक समय से तैयार है। मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) 3० दिसंबर 2०22 को इस रेलखंड का निरीक्षण कर ट्रेन चलाने की अनुमति दे चुके हैं। लेकिन इसके बाद भी करीब 26 किलोमीटर के इस रेलखंड पर ट्रेन संचालन शुरु नहीं हुआ है।
फिलहाल जूनाखेड़ा तक ही ट्रेन चल रही है। रामगंजमंडी से जूनाखेड़ा तक 14 अगस्त 2०22 से ही ट्रेन संचालन शुरू हुआ था। रामगंजमंडी-भोपाल रेल खंड में जुल्मी, झालावाड़, झालरापाटन तथा जूनाखेड़ा के बाद इकलेरा पांचवा स्टेशन है।
झालावाड़ से जूनाखेड़ा तक ट्रेन चलने में भी करीब 3 साल का समय लगा था। चुनवी वर्ष में इस रेलखंड पर ट्रेन चलने की उम्मीद थी। लेकिन अब यह संभव नहीं लग रहा है। झालावाड़ से झालरापाटन तक 8 किलोमीटर का काम 2०19 में तथा झालरापाटन से जूनाखेड़ा तक 13.5० किलोमीटर का काम 2०2० में पूरा हुआ हो चुका था। इकलेरा के बाद अब ब्यावरा तक भी काम तेजी से चल रहा है। ब्यावरा से आगे का काम भोपाल रेल मंडल द्वारा किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि रामगंजमंडी-भोपाल 262 किलोमीटर की इस रेल परियोजना में से पिछले 2० सालों में करीब 72 किलोमीटर रेल पटरी ही बिछाई जा सकी है।