Indian Railways : अजय पाल ने दो साल में थमाई 150 चार्जशीटें, पकड़े जाने से कर्मचारी खुश

Indian Railways : अजय पाल ने दो साल में थमाई 150 चार्जशीटें, पकड़े जाने से

कर्मचारी खुश

Kota Rail News : अजय पाल ने अपने कार्यकाल के दौरान पिछले दो साल में 125 से 150 चार्जशीटें थमाई हैं। कई ऐसे कर्मचारी भी हैं जिन्हें कई चार्जशीटें थमाई गई। मामले में शिकायतकर्ता हेमराज मीणा को भी अजय पाल पिछले दो साल में चार चार्जशीटें दे चुके हैं। ऐसे में अति होने के चलते ही हेमराज द्वारा अजय पाल को पकड़वाया गया।
कर्मचारियों ने बताया कि एक अधिकारी का एक महीने में एक से तीन चार्जशीटें देने का एवरेज है। लेकिन अजय पाल एक महीने 5 से 6 चार्जशीटें तक थमा देते थे। इसका एक ही उद्देश्य था कर्मचारियों से अधिक से अधिक पैसा वसूल करना।
अधिकारियों ने बना रखा है धंधा
कर्मचारियों ने बताया कि अजय पाल ऐसे अकेले अधिकारी नहीं हैं जो यह काम करते हैं। अधिकांश अधिकारी और सुपरवाइजर कर्मचारियों से इसी तरह पैसा वसूलते हैं। अजय पाल की तरह कई अधिकारियों ने इसे धंधा तक बना रखा है। कर्मचारियों से पैसा वसूलने के लिए अधिकारियों ने दलाल पाल रखे हैं।
सूत्रों ने बताया कि पैसा देने वाले कर्मचारियों की चार्जशीटें माफ तक कर दी जाती हैं जबकि पैसा नहीं देने वाले कर्मचारियों को मामूली गलतियों के भी गंभीर परिणाम भुगतने होते हैं।
स्टाफ कर्मियों ने बताया कि यही नहीं अधिकारी नियम विरुद्ध तरीके से स्थानांतरण करने और रोकने के भी कर्मचारियों से पैसे वसूल करते हैं। इस समस्या के कारण कर्मचारी सबसे ज्यादा दुखी हैं।
अजय के पकड़े जाने से कर्मचारी खुश
अजय के पकड़े जाने से रेलवे कर्मचारी बहुत खुश हैं। खुशी का इजहार करते कर्मचारी सोशल मीडिया पर जमकर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। भ्रष्टाचार से तंग यह कर्मचारी दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते भी नजर आ रहे हैं।
अजय पाल की मनमानी के शिकार वाणिज्य विभाग के कर्मचारी तो और भी अधिक खुश हैं। ऐसे कई कर्मचारियों ने कहा कि यह काम तो बहुत पहले हो जाना चाहिए था। लेकिन भ्रष्टाचार की बार-बार शिकायतों के बाद भी प्रशासन ने अजय पर कोई कार्रवाई करना जरूरी नहीं समझा।
होटल में चल रही है पूछताछ
रिमांड के दौरान एसीबी स्टेशन माला रोड राम मंदिर के सामने स्थित एक निजी होटल में अजय पाल से पूछताछ कर रही है। एसीबी टीम इसी होटल में ठहरी हुई है।
एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेश मीणा ने बताया कि अजय से पूछताछ जारी है। फिलहाल अजय ने कुछ नहीं उगला है। अजय को सोमवार को दुबारा अदालत में पेश किया जाएगा।
यह है मामला
उल्लेखनीय है कि भरतपुर की एसीबी ने कोटा डीआरएम ऑफिस में अजय पाल को अपने ही कर्मचारी खानपान निरीक्षक हेमराज मीणा की चार्जशीट रफा-दफा करने के मामले में गुरुवार को 20 हजार रुपए की रिश्वत रंगे हाथों गिरफ्तार किया हैं। अजय फिलहाल 3 दिन की रिमांड पर हैं।