Indian Railways : दुर्घटनाग्रस्त होने से बची राजधानी, धीमी की जगह तेज रफ्तार से दौड़ाई, इंजीनियर निलंबित

Indian Railways : दुर्घटनाग्रस्त होने से बची राजधानी, धीमी की जगह तेज रफ्तार से

दौड़ाई, इंजीनियर निलंबित

Kota Rail News :  कोटा-रामगंजमंडी रेल खंड में शनिवार को एक राजधानी ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बच गई। चालक ने धीमी रफ्तार की जगह ट्रेन को तेज गति से दौड़ा दिया। मामले में रेलवे ने एक इंजीनियर को निलंबित किया है। चालको से पूछताछ की जा रही है।
अधिकारियों ने बताया कि रेलवे द्वारा अलनिया-रांवठारोड स्टेशनों के बीच अंडर ब्रिज का काम किया जा रहा है। इसके चलते रेलवे ने यहां पर ट्रेनों को धीमी गति से चलाने के आदेश (कॉशन ऑर्डर) दे रखे हैं। लेकिन इसके बावजूद त्रिवेंद्रम-निजामुद्दीन राजधानी (12431) सुबह करीब 6:30 बजे यहां से निर्धारित से अधिक रफ्तार से निकल गई। बाद में गलती का अहसास होते ही चालक ने ट्रेन को तुरंत रोक दिया। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। ट्रेन कॉशन आर्डर पार कर चुकी थी। कुछ देर खड़ी रहने के बाद ट्रेन कोटा के लिए रवाना हो गई।
इंजीनियर निलंबित
सूत्रों ने बताया कि मौके पर मौजूद स्टाफ ने मामले की सूचना वरिष्ठ खंड अभियंता (रेल पथ) डीसी यादव को दे दी थी। लेकिन यादव ने घटना की जानकारी तुरंत कंट्रोल रूम और अधिकारियों को देना जरूरी नहीं समझा।
मामले की जांच शुरु
मामले की भनक लगते ही कोटा मंडल रेल प्रशासन जांच के आदेश जारी कर दिए। जांच के लिए अधिकारी दिन भर ट्रेन के चालक, गार्ड, स्टेशन मास्टर और मौके पर मौजूद स्टाफ से पूछताछ करते रहे। अधिकारियों ने बताया कि दोनों चालक बड़ौदा के हैं। जांच के लिए फिलहाल दोनों को कोटा में रोक लिया है
रफ्तार का नहीं चला पता
अधिकारियों ने बताया कि तुरंत गाड़ी रुकने से फिलहाल राजधानी की सही रफ्तार का पता नहीं चल सका है। जांच के बाद ही मौके पर राजधानी की सही रफ्तार का पता चल सकेगा। लेकिन शुरुआती जांच में राजधानी की रफ्तार करीब 50 किलोमीटर प्रति घंटा होने की बात सामने आ रही है। जबकि मौके पर 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गाड़ी चलाने के आदेश थे।
उल्लेखनीय है कि राजधानी अधिकतम 130 किलोमीटर किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ती है।