नौवहन महानिदेशालय ने 59वां राष्ट्रीय समुद्री दिवस मनाया

आज पूरे भारत में राष्ट्रीय समुद्री दिवस मनाया जा रहा है। इसके साथ ही नौवहन महानिदेशालय, मुंबई द्वारा आयोजित ‘मर्चेंट नेवी वीक’ समारोह का आज यानी 5 अप्रैल 2022 को मुंबई पोर्ट ट्रस्ट के घरेलू क्रूज टर्मिनस में एक शानदार समारोह के साथ समापन हुआ। इस अवसर पर केंद्रीय पत्‍तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग राज्‍य मंत्री श्री श्रीपद नाइक भी उपस्थित थे।

राष्ट्रीय समुद्री दिवस भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास में समुद्री व्यापार की भूमिका और वैश्विक व्यापार में भारत की भूमिका एवं इसकी रणनीतिक स्थिति को याद करने के लिए समर्पित है। इस वर्ष के उत्सव की थीम यानी प्रमुख विषय था- ‘प्रोपेलिंग इंडियन मैरीटाइम टु नेट जीरो’।

राष्ट्रीय समुद्री दिवस 5 अप्रैल को मनाया जाता है। इसी दिन 5 अप्रैल 1919 को बॉम्बे (मुंबई) से लंदन के लिए पहले भारतीय वाणिज्यिक पोत एसएस लॉयल्टी को रवाना किया गया था और उसी उपलक्ष्य में राष्ट्रीय समुद्री दिवस मनाया जाता है। उस जहाज का स्वामित्व एससीइंडिया स्टीम नेविगेशन कंपनी लिमिटेड के पास था जो उस समय की सबसे बड़ी स्वदेशी पोत परिवहन कंपनी थी।

मुख्य अतिथि और पत्‍तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग राज्‍य मंत्री श्री श्रीपद वाई. नाइक ने इस अवसर पर समुद्री बिरादरी के सभी हितधारकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि भारतीय समुद्री क्षेत्र में लैंगिक समानता हमारा प्रमुख उद्देश्य है। उन्‍होंने समुद्री क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए उठाए गए कदमों का विस्तृत विवरण दिया। अब भारत के इस क्षेत्र में 3,000 महिलाएं सक्रिय रोजगार कर रही हैं।

मंत्री ने प्रमुख वैश्विक समुद्री विश्वविद्यालयों के साथ अकादमिक साझेदारी को बढ़ावा देने और भारतीय समुद्री संस्थानों के प्रशिक्षण एवं कौशल वृद्धि को वैश्विक मानकों पर ले जाने की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि मैरिटाइम विजन 2030 के लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सके। उन्होंने समुद्री बिरादरी को भारतीय ध्वज के तहत टन भार बढ़ाने के लिए सरकार उठाए गए विभिन्न कदमों के बारे में भी बताया।

श्रीपद नाइक ने आगे कहा कि वर्तमान में हमारे पास देश में 156 समुद्री प्रशिक्षण संस्थान हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के लिए भारतीय समुद्री तत्‍परता अनुकरणीय थी। समुद्री कौशल बढ़ाने के बारे में मंत्री ने बताया कि समुद्री क्षेत्र में आईआईटी और अग्रणी शिक्षण संस्थानों के साथ सहयोग करने से कुशल समुद्री मानव संसाधन लाने में मदद मिलेगी। मंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के उद्देश्‍य को पूरा करने के लिए समुद्री क्षेत्र एक प्रमुख उद्योग है।

यह भी पढ़ें :   एसएमएस अस्पताल के सीटी सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. राजकुमार यादव का चौंकाने वाला बयान।

इस अवसर पर ‘डफरिन, राजेंद्र, चाणक्य’ पर एक कॉफी टेबल बुक का भी विमोचन किया गया। टीएस डफरिन (1927-72), टीएस राजेंद्र (1972-93) और टीएस चाणक्य (1993 से अब तक) भारतीय समुद्री विश्वविद्यालय, मुंबई के प्रशिक्षण जहाज हैं। हालांकि डफरिन और राजेंद्र वास्तविक तैरते जहाज थे और टीएस चाणक्य नवी मुंबई में एक तटीय प्रशिक्षण अकादमी है जो अत्यधिक मांग वाली बीएससी (समुद्री विज्ञान) की डिग्री सहित विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों का संचालन करती है।

नौवहन महानिदेशक अमिताभ कुमार ने अपने मुख्य भाषण में कहा कि समुद्री क्षेत्र में नेट-जीरो लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में बंदरगाहों, भविष्य के वैकल्पिक ईंधन, जहाजों में तकनीकी बदलाव, उन्‍नत लॉजिस्टिक आवश्यकताओं और उचित प्रशिक्षण एवं विशेष रूप से नाविक और सामान्य रूप से पूरे समुद्री क्षेत्र की संवेदनशीलता सहित समग्र परिचालन आपूर्ति श्रृंखला पर विचार-विमर्श करने की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि निदेशालय समुद्री क्षेत्र में समन्वित एवं सहयोगात्मक अनुसंधान को आगे बढाने के लिए नाविकों के लिए दक्षता परीक्षा का ऑनलाइन प्रमाण पत्र लागू करने और मैरिटाइम नॉलेज क्लस्टर स्‍थापित करने की प्रक्रिया में है।

कार्यक्रम के दौरान निम्नलिखित सागर सम्मान पुरस्कार प्रदान किए गए:

 

क्रम संख्‍या

एनएमडीसी पुरस्‍कार के नाम

प्राप्‍तकर्ता

1

सागर सम्‍मान वरुण पुरस्‍कार

स्वर्गीय कैप्टन हैरी सुब्रमण्यम

(मरणोपरांत)

2

शौर्य के लिए सागर सम्‍मान पुरस्‍कार

कैप्टन सुशील कुमार सिंह और पोत ‘ग्रेटशिप अहल्या’ के चालक दल

3

सर्वश्रेष्ठ समुद्री प्रशिक्षण संस्थान के लिए सागर सम्मान पुरस्कार

ग्रेट ईस्टर्न इंस्टीट्यूट ऑफ मैरीटाइम स्टडीज, लोनावाला, पुणे

4

सर्वश्रेष्ठ भारतीय जहाज- स्‍वामित्‍व कंपनी के लिए सागर सम्मान पुरस्कार

शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एससीआई)

5

नाविकों के सर्वश्रेष्ठ भारतीय नियोक्ता के लिए सागर सम्मान पुरस्कार

शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एससीआई)

6

भारतीय नाविकों के सर्वश्रेष्ठ विदेशी नियोक्ता के लिए सागर सम्मान पुरस्कार

एमएससी क्रूइंग सर्विस प्राइवेट लिमिटेड

 

इससे पहले दिन में प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने ट्वीट्स की एक श्रृंखला में राष्ट्रीय समुद्री दिवस पर भारत के गौरवशाली समुद्री इतिहास को याद किया। भारत के आर्थिक विकास के लिए समुद्री क्षेत्र के महत्व के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षों में भारत सरकार ने बंदरगाह आधारित विकास पर ध्यान केंद्रित किया है जिसमें बंदरगाह क्षमता का विस्तार और मौजूदा प्रणालियों को कहीं अधिक कुशल बनाना शामिल है। उन्होंने आगे कहा कि नए बाजारों तक भारतीय उत्पादों की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए जलमार्गों का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत सरकार समुद्री परिवेश एवं विविधता सुनिश्चित करने पर काफी ध्‍यान दे रही है।

यह भी पढ़ें :   केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने अपने तीन दिवसीय जम्मू कश्मीर दौरे के पहले दिन आज श्रीनगर में सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की

केंद्रीय पत्‍तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने अपने संदेश में देश को आत्मनिर्भर बनाने और कोविड के कठिन दौर में भी वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को चालू रखने नाविकों के महत्वपूर्ण योगदान का उल्‍लेख किया। मंत्री ने बताया कि कोविड वैश्विक महामारी के दौरान 2.10 लाख से अधिक भारतीय नाविकों ने भारतीय एवं विदेशी जहाजों में सेवा की। उन्होंने आगे विस्तार से बताया कि 2016 और 2019 के बीच वैश्विक नौवहन में भारतीय नाविकों की हिस्सेदारी में 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई। सरकार लॉजिस्टिक लागत घटाने और समुद्री क्षेत्र में भारत को एक प्रमुख खिलाड़ी बनाने के लिए ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ यानी कारोबारी सुगमता को बढ़ावा दे रही है।

इस कार्यक्रम में समुद्री क्षेत्र के लोगों, नाविक एवं उनके परिवार, पत्‍तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय के अधिकारी एवं कर्मचारी, डीजी शिपिंग मुंबई, शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एससीआई), आईआरएस, शिपिंग कंपनियां, समुद्री प्रशिक्षण संस्थान, भारतीय एवं विदेशी मेरीटाइम यूनियन, सागर सम्मान पुरस्कार विजेताओं एवं उनके परिवारों, भारत सरकार के अन्य विभागों और राज्य सरकारों ने भाग लिया।

Today, on National Maritime Day we recall our glorious maritime history and highlight the importance of the maritime sector towards India’s economic growth. In the last 8 years our maritime sector has scaled new heights and contributed to boosting trade and commercial activities. pic.twitter.com/y4DUPhefYD

 

 

 ****

 

एमजी/एएम/एसकेसी